PoliTalks news

कांग्रेस के दिग्गज़ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह हमेशा अपने विवादित बयानों की वजह से सुर्खियों में बने रहते हैं. उनके बयान इतने विवादित होते हैं कि कांग्रेस के नेता उनके बयान पर कुछ भी कहने से बचते फिरते हैं. हाल में दिग्विजय सिंह ने फिर से एक बयान देकर अपने लिए विवादों की जमीन तैयार कर ली है और हमेशा की तरह इस बार भी कमलनाथ सरकार के मंत्रियों ने उनके बयान से साफ तौर पर किनारा कर लिया है.

दिग्विजय सिंह के ‘भगवा दुष्कर्म’ वाले बयान पर मध्य प्रदेश के अधिकतर मंत्री और कांग्रेस के नेता कुछ भी कहने से कन्नी काटते रहे. केवल एक मंत्री ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए केवल इतना कहा कि ये बयान उनकी निजी अभिव्यक्ति है. ये बयान प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ओमकार मरकाम (Cabinet Minister OImkar Markam) ने दिया. मरकाम शहीद शंकर शाह रघुनाथ शाह के बलिदान दिवस पर एक आयोजन में शामिल होने के लिए जबलपुर आए हुए थे.

मंत्री मरकाम ने कहा, ‘जिस तरह समुद्र मंथन हुआ था उसी तरह सम्मेलन मे अलग अलग प्रतिक्रियाएं सामने आईं हैं. दिग्विजय सिंह का बयान उनकी निजी अभिव्यक्ति है.’

दरअसल, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने भोपाल में मंगलवार को संत समागम के दौरान बीजेपी और भगवा पर निशाना साधते हुए एक बयान दिया और अपने लिए एक नए विवाद को जन्म दे दिया. दिग्विजय सिंह ने कहा कि आज भगवा वस्त्रधारी लोग दुष्‍कर्म कर रहे हैं. मंदिरों के भीतर महिलाओं के साथ यौन उत्‍पीड़न की घटनाए हो रही हैं. ऐसा करने वालों को हमारा सनातन धम्र कभी माफ नहीं करेगा. इस कार्यक्रम में साधु-संतों के हितों व गाय की रक्षा, नदियों के संरक्षण, मंदिरों की भूमि का पट्टा, साधु-संतों को वृद्धावस्था पेंशन और मठ-मंदिरों में चल रहीं गो-शालाओं का पंजीयन करने पर चर्चा हो रही है.

अपने इस बयान में दिग्विजय सिंह का इशारा पूर्व केंद्रीय गृहराज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद की ओर था जिनपर यूपी की एक लॉ कॉलेज की छात्रा ने दुष्कर्म का आरोप लगाया है. दिग्विजय सिंह ने तंस कसते हुए कहा, ‘एक व्‍यक्ति अपना परिवार छोड़कर साधु बनता है और धर्म का आचरण करते हुए आध्‍यात्‍म की ओर मुड़ता है लेकिन आज लोग भगवा वस्‍त्र पहनकर लोग चूरन बेच रहे हैं. भगवा वस्‍त्र पहनकर दुष्‍कर्म हो रहे हैं और मंदिरों में महिलाओं का यौन उत्‍पीड़न हो रहा है. क्‍या यह हमारा धर्म है? हमारे सनातन धर्म को जिन्‍होंने बदनाम किया है, उन्‍हें भगवान भी माफ नहीं करेगा.’

बड़ी खबर: ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कमलनाथ सरकार को दी चेतावनी

मध्य प्रदेश के 10 साल मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय सिंह के इस बयान के बाद साधु-संतों ने भी उनका विरोध शुरू कर दिया है. हालांकि इसमें भी मिली जुली प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. कुछ संतों ने जहां दिग्विजय के बयान पर गुस्सा दिखाया है, वहीं साधुओं का एक तबका वो भी है जो इस राय से सहमत हैं. उनके अनुसार, ‘जिस तरह का माहौल चल रहा है और जिस तरह के योगियों के कुकृत्य सामने आ रहे हैं, उनको देखते हुए दिग्विजय का ये कहना गलत नहीं है.’

मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी का साथ छोड़ कांग्रेस का हाथ थामने वाले कम्प्यूटर बाबा ने भी दिग्विजय सिंह का बचाव करते दिखे. हालांकि जब दिग्विजय सिंह ने ये बयान दिया, उस समय मंच पर एमपी सरकार के मुखिया कमलनाथ खुद भी विराजमान थे. ऐसे में कम्प्यूटर बाबा द्वारा दिग्विजय सिंह का बचाव करना साफ तौर पर समझ आता है लेकिन कांग्रेस के अन्य नेता इस संबंध में कोई भी टीका टिप्पणी करने से बचते दिखाई दे रहे हैं.

ये कोई पहली बार नहीं है कि दिग्विजय सिंह ने इतना बड़ा बयान दिया है. कुछ दिनों पहले ही उन्होंने कहा था, ‘मुसलमानों से ज्यादा गैर-मुसलमान आईएसआई के लिए जासूसी कर रहे हैं.’ साथ ही उन्होंने बीजेपी और बजरंग दल पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से पैसा लेने का आरोप भी लगाया. इससे पहले उन्होंने कहा था कि संघ की विचारधारा से प्रभावित लोगों द्वारा ही मालेगांव विस्फोट, मक्का मस्जिद विस्फोट, समझौता एक्सप्रेस ब्लास्ट जैसी घटनाओं को अंजाम दिया गया था. दूसरी ओर, ये बात भी सच है कि दिग्गी राजा के इन भारी भरकम बयानों की आंच दिग्विजय सिंह तक कम पहुंचती हो लेकिन कांग्रेस के नेता इसमें जरूर झुलस जाते हैं.

Leave a Reply