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Owaisi on Himanta biswa sarma: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राज्य में सब्जियों सहित अन्य चीजों के दामों के बढ़ने के पीछे मियां समुदाय को जिम्मेदार बताया है। समुदाय विशेष पर टिप्पणी करने के बाद राज्य में अब ‘मियां’ विवाद बढ़ने लगा है। एक तरफ सीएम सरमा ने कहा कि शहर में ज्यादातर सब्जी बेचने वाले मियां हैं और ये लोग असम के लोगों को सब्जी महंगी बेच रहे हैं। असम में बंगाली मूल के मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए अक्सर ‘मियां’ शब्द का इस्तेमाल किया जाता है। वे मूल रूप से बांग्लादेश से आए थे। उनके इस बयान पर AIMIM सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी ने पलटवार करते हुए कहा कि जिसके घर अगर भैंस दूध ना दे या मुर्गी अण्डा ना दे तो उसका इल्जाम भी मियां पर ही लगा देंगे।

सरमा की टिप्पणी के बाद AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने सोशल मीडिया के जरिए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा पर तंज कसा। ओवैसी ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘देश में एक ऐसी मंडली है जिसके घर अगर भैंस दूध ना दे या मुर्गी अण्डा ना दे तो उसका इल्जाम भी मियां पर ही लगा देंगे।’

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ओवैसी ने अपने अगले ट्वीट में सीएम बिस्वा की जगह सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ही निशाना साधा दिया। ओवैसी ने लिखा, ‘शायद अपनी निजी नाकामियों का ठीकरा भी मियां भाई के सर ही फोड़ते होंगे। आज कल मोदी जी की विदेशी मुसलमानों से गहरी यारी चल रही है। उन्हीं से कुछ टमाटर, पालक, आलू वघैराह मांग कर काम चला लीजिए।’

अजमल के बयान पर बोले थे सीएम बिस्वा

दरअसल, इस टकराव की शुरूआत ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) चीफ बदरुद्दीन अजमल के एक बयान से हुई। हाल में अजमल ने कहा था कि असमिया समुदाय मुस्लिमों के बिना अधूरा है। मिया मुस्लिम और असमिया लोग भाइयों की तरह हैं। राज्य मुस्लिम समुदाय के बिना अस्तित्व में नहीं रह सकता। इसके बाद प्रदेश के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि शहर में ज्यादातर सब्जी बेचने वाले मियां हैं और ये लोग असम के लोगों को सब्जी महंगी बेच रहे हैं। उन्होंने ये भी कहा कि अगर असमिया व्यापारी आज सब्जियां बेचते तो वह कभी अपने असमिया लोगों से ज्यादा कीमत नहीं वसूलते।

सीएम सरमा ने असम के युवाओं को आगे आकर सब्जी बेचने के लिए कहा। सीएम ने भरोसा दिया कि वह व्यक्तिगत रूप से फ्लाईओवर के नीचे के बाजार को खाली करवा देंगे, जिससे असमिया लड़कों को रोजगार का अवसर मिल सके। इससे पहले भी असम के मुख्यमंत्री अक्सर मिया समुदाय को सांप्रदायिक बता चुके हैं। साल 2021 में असम विधानसभा चुनाव से पहले सरमा ने एक कार्यक्रम में मियां समुदाय पर असमिया संस्कृति को बिगाड़ने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए उन्हें बाहरी बता दिया था।

प्रदेश के सीएम के इस तरह के बयान की असम के धुबरी से सांसद बदरुद्दीन अजमल ने निंदा की है। अजमल ने कहा, ‘मुख्यमंत्री राज्य के प्रमुख हैं और उनके मुंह से ऐसे शब्द सही नहीं लगते हैं। उन्हें ऐसा नहीं कहना चाहिए था। यह सब करके वह मुसलमानों और असमिया लोगों के बीच विभाजन पैदा कर रहे हैं। अगर यह सब होने के बाद भी कोई घटना घटती है तो इसके लिए सरकार और सीएम सरमा जिम्मेदार होंगे।’

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