Politalks.News/UttarPradesh. उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव से योगी मंत्रिमंडल विस्तार चर्चा का विषय बना हुआ है. चुनाव से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी अपना वोट बैंक साधने में जुटी है. रविवार को हुए दूसरे योगी मंत्रिमंडल विस्तार में बीजेपी ने ब्राह्मणों के साथ साथ दलित चेहरों को भी साधा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा के लिए उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव नाक का सवाल बना हुआ है. रविवार को हुए योगी मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अब सूबे की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भाजपानीत योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा. मायावती ने एक के एक ट्वीट करते हुए कहा कि, ‘बीजेपी ने जातिगत आधार पर वोटों को साधने के लिए जिन्हें मंत्री बनाया, बेहतर होता कि वे खुद इसे स्वीकार नहीं करते’.
राजनीतिक गलियारों में काफी दिनों से ये चर्चा थी कि, ‘योगी आदित्यनाथ सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार कब होगा. इस बार भी तमाम लोगों के कयास और सूत्रों को भाजपा आलाकमान ने हवा भी ना लगने दी और मंत्रिमंडल विस्तार कर दिया’. रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट का दूसरा विस्तार हो गया. भाजपा ने आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए मंत्रिमंडल में दलित एवं ब्राह्मण चेहरे को शामिल किया. भाजपा ने 3 दलित और 3 ओबीसी नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह दी. साथ ही हाल ही में भाजपा में शामिल हुए ब्राह्मण चेहरे जितिन प्रसाद को कैबिनेट में जगह दी. अब इस कैबिनेट विस्तार को लेकर सूबे की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने निशाना साधा है.
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मायावती ने एक के बाद एक ट्वीट करते हुए भाजपानीत योगी सरकार पर निशाना साधा. मायावती ने अपने पहले ट्वीट में लिखा कि, ‘बीजेपी ने यूपी में जातिगत आधार पर वोटों को साधने के लिए जिनको भी मंत्री बनाया है, बेहतर होता कि वे लोग इसे स्वीकार नहीं करते क्योंकि जब तक वे अपने-अपने मंत्रालय को समझकर कुछ करना भी चाहेंगे तब तक यहाँ चुनाव आचार संहिता लागू हो जायेगी’.
2. जबकि इनके समाज के विकास व उत्थान के लिए अभी तक वर्तमान भाजपा सरकार ने कोई भी ठोस कदम नहीं उठाये हैं बल्कि इनके हितों में बीएसपी की रही सरकार ने जो भी कार्य शुरू किये थे, उन्हें भी अधिकांश बन्द कर दिया गया है। इनके इस दोहरे चाल-चरित्र से इन वर्गाें को सावधान रहने की सलाह।
— Mayawati (@Mayawati) September 27, 2021
वहीं अपने दूसरे ट्वीट में मायावती ने लिखा कि, ‘जिन जातियों के लोगों को भाजपा ने शामिल किया है उनके समाज के विकास और उत्थान के लिए अभी तक वर्तमान भाजपा सरकार ने कोई भी ठोस कदम नहीं उठाये हैं बल्कि इनके हितों में बीएसपी की रही सरकार ने जो भी कार्य शुरू किये थे. उन्हें भी अधिकांश बन्द कर दिया गया है. इनके इस दोहरे चाल-चरित्र से इन वर्गाें को सावधान रहने की सलाह’.
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इसके साथ ही मायावती ने योगी सरकार को गन्ना समर्थन में हुई मामूली वृद्धि को लेकर भी निशाना साधा. मायावती ने ट्वीट कर लिखा कि, ‘यूपी भाजपा सरकार पूरे साढ़े चार वर्षों तक यहाँ के किसानों की घोर अनदेखी करती रही व गन्ना का समर्थन मूल्य नहीं बढ़ाया जिस उपेक्षा की ओर 7 सितम्बर को प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में मेरे द्वारा इंगित करने पर अब चुनाव से पहले इनको गन्ना किसान की याद आई है जो इनके स्वार्थ को दर्शाता है’.
2. केन्द्र व यूपी सरकार की किसान-विरोधी नीतियों से पूरा किसान समाज काफी दुःखी व त्रस्त है, लेकिन अब चुनाव से पहले अपनी फेस सेविंग के लिए गन्ना का समर्थन मूल्य थोड़ा बढ़ाना खेती-किसानी की मूल समस्या का सही समाधान नहीं। ऐसे में किसान इनके किसी भी बहकावे में आने वाला नहीं है।
— Mayawati (@Mayawati) September 27, 2021
मायावती ने आगे योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘केन्द्र व यूपी सरकार की किसान-विरोधी नीतियों से पूरा किसान समाज काफी दुःखी व त्रस्त है, लेकिन अब चुनाव से पहले अपनी फेस सेविंग के लिए गन्ना का समर्थन मूल्य थोड़ा बढ़ाना खेती-किसानी की मूल समस्या का सही समाधान नहीं. ऐसे में किसान इनके किसी भी बहकावे में आने वाला नहीं है’.