व्हीलचेयर को बना सियासी हथियार ममता ने दूसरे दिन भी भरी हुंकार- मैं एक स्ट्रीट फाइटर, लड़ने को हूं तैयार

व्हीलचेयर से ममता की बढ़ती 'मार्केटिंग' तो भाजपा की कमजोर होती सियासी रणनीति, ममता के व्हीलचेयर पर प्रचार करने को भाजपा ने बताया चुनावी स्टंट, पहले दिन नंदीग्राम में 5 किलोमीटर लम्बे रोड शो और सभा के बाद दूसरे दिन पुरुलिया से दीदी ने भरी हुंकार, कहा- जख्मी हूं, लेकिन लोगों का दर्द मेरे दर्द से बड़ा है

व्हीलचेयर को बना सियासी हथियार ममता ने भरी हुंकार
व्हीलचेयर को बना सियासी हथियार ममता ने भरी हुंकार

Politalks.News/WestBengalElection. 27 मार्च से शुरू हो रहे बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच ‘सियासी खेला‘ चरम पर है. जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं इन दोनों पार्टियों की सियासी तपिश और तेज बढ़ती जा रही है. दोनों ही पार्टियों के नेता एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में सभी तरह की चालें चल रहें हैं. कभी पीएम मोदी और अमित शाह भारी पड़ते हैं तो कभी तृणमूल कांग्रेस चीफ ममता बनर्जी. लेकिन अब भाजपा से निपटने के लिए दीदी को एक नया मजबूत हथियार मिल गया है. ममता इसी पर विराजमान होकर भाजपा हाईकमान को ललकार रहीं हैं.

पिछले दिनों मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को एक हादसे के दौरान पैर में लगी चोट के बाद वे एक बार फिर से चुनाव मैदान में और ताकत के साथ निकल पड़ीं हैं. बता दें कि दीदी चाहती तो किसी गाड़ी पर सवार होकर प्रचार कर सकती थीं, लेकिन किसी वाहन के अंदर बैठकर ममता बनर्जी के पैर पर चढ़ा प्लास्टर बंगाल की जनता को दिखाई नहीं पड़ेगा, तृणमूल कांग्रेस की चीफ चाहती हैं कि मेरे पैर पर लगी चोट कि जितनी ज्यादा से ज्यादा मार्केटिंग हो सके उतना ही उनकी पार्टी की झोली में वोट गिरेंगेे. इसीलिए ममता ने अब प्रचार करने के लिए एक नया साथी ढूंढ लिया है. ममता की यह नई सवारी है ‘व्हीलचेयर’. अब दीदी ने चुनाव प्रचार भी इसी व्हीलचेयर पर बैठकर शुरू कर दिया है. भाजपा से निपटने के लिए यह व्हीलचेयर दीदी का सियासी ‘मास्टर स्ट्रोक’ माना जा रहा है.

यह भी पढ़ें: दिल्ली में सरकार का मतलब एलजी- लोकसभा में पेश हुआ बिल तो भड़के केजरीवाल और सिसोदिया

फिलहाल अभी कुछ दिनों तक बनर्जी इस व्हीलचेयर से उतरने वाली नहींं हैं. रविवार को दीदी जब व्हील चेयर पर बैठ कर अपने घायल पैर को आगे निकालकर कोलकाता की सड़कों पर 5 किलोमीटर लंबा रोड शो कर रहीं थीं तब भाजपा की धड़कन जरूर बढ़ गई होंगी. इस दौरान उनके साथ हजारों की संख्या में पीछे-पीछे चल रही लोगों की भीड़ भाजपा को कोसते नजर आए. ममता के साथ तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी थे. इस रोड शो के दौरान दीदी हाथ जोड़कर लोगों का अभिवादन स्वीकार कर रही थीं, जबकि सुरक्षाकर्मी उनकी व्हीलचेयर को पकड़ कर आगे बढ़ा रहे थे. टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने बनर्जी को ‘बंगाल की बेटी’ बताने वाले पोस्टर और तख्तियां पकड़ी हुई थीं. तृणमूल कांग्रेस समर्थकों ने भाजपा के खिलाफ नारेबाजी की और विधानसभा चुनाव में ‘बाहरी लोगों को हराने’ की अपील की. ममता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘एक घायल बाघ कहीं अधिक खतरनाक होता है’.

ममता के व्हीलचेयर पर प्रचार करने को भाजपा ने बताया चुनावी स्टंट

यहां हम आपको बता दें कि ममता का व्हीलचेयर पर चुनाव प्रचार करने से भाजपा के नेताओं में खलबली मची हुई है, लेकिन क्या करें भाजपा ममता को व्हीलचेयर से उतार भी नहीं सकती हैं. जबकि आमतौर पर व्हीलचेयर पर बैठा कोई भी शख्स मजबूत नहीं माना जाता है लेकिन ममता की सियासी ताकत बढ़ गई है. ममता ने खुद पर हमले का आरोप भारतीय जनता पार्टी पर मढ़कर चुनाव में जो गरमी पैदा की, उसकी तपिश अब दिन पर दिन बढ़ती जा रही है. व्हीलचेयर के सियासी दांव पर बीजेपी इसे सहानुभूति जुटाने के लिए इसे ममता का ‘चुनावी स्टंट’ बताने लगे हुए हैं. इसके साथ ही भाजपा हाईकमान ने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखी है और मांग की है कि ममता की चोट का पूरा ब्योरा सार्वजनिक किया जाए.

यह भी पढ़ें: किसानों के हित में राज्यपाल सत्यपाल मलिक की बेबाकी ने उड़ाई मोदी सरकार की नींद, BJP को किया बेचैन

मैं एक स्ट्रीट फाइटर हूं. मैंने पूरी जिंदगी लोगों के लिए लड़ाई लड़ी है- पुरुलिया में बोलीं ममता

सोमवार को नंदीग्राम में व्हीलचेयर पर 5 किलोमीटर लम्बे रोड शो और चुनावी सभा को सम्बोधित करने के बाद सोमवार को ममता बनर्जी ने पुरुलिया में एक चुनावी रैली को सम्बोधित करते हुए बीजेपी को आड़े हाथ लिया. ममता ने कहा कि, ‘मुझे घायल कर के कुछ लोगों ने सोचा कि मैं चुनाव प्रचार में नहीं आऊंगी लेकिन मैं आ गई. मैं स्ट्रीट फाइटर हूं, मैं जनता का दर्द समझती हूं. डॉक्टरों ने मुझे आराम की सलाह दी है लेकिन मैं यहां आई हूं.’

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि कोई भी साजिश उन्हें राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार करने से नहीं रोक सकती है और वह बीजेपी के खिलाफ संघर्ष जारी रखेंगी. ममता ने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि, ‘कुछ दिन इंतजार कीजिए, मेरे पैर सही हो जाएंगे. फिर मैं देखूंगी की कि आपके पांव बंगाल की जमीन पर ठीक से चलते हैं या नहीं. मैं जख्मी हूं, लेकिन लोगों का दर्द मेरे दर्द से बड़ा है.’

यह भी पढ़ें:- व्हीलचेयर से ममता का बड़ा हमला, कहा- घायल शेरनी ज्यादा खतरनाक होती है, मैं कभी झुकूंगी नहीं

पुरूलिया की रैली को संबोधित करते हुए सीएम ममता बनर्जी ने आगे कहा कि, तृणमूल सरकार मुफ्त भोजन दे रही है और बीजेपी सरकार ने गैस की कीमतों में वृद्धि की है. अब तक पुरुलिया पर नजर नहीं रखी गई थी. न खुशी थी, न सड़क थी, न कुछ था. अब सड़क, खुशी, छात्रों के लिए स्मार्टफोन, तपशली भाई और बहनों के लिए 1000 रुपये की पेंशन है.’ तृणमुल सुप्रीमो ने कहा कि, ‘जितना काम हमारी सरकार ने किया है, दुनिया में कोई भी और सरकार उतना नहीं कर पाई है. उसके (भाजपा) प्रधानमंत्री देश को चला नहीं सकते, पूरी तरह अक्षम हैं.’

ममता ने कहा, “मैं एक स्ट्रीट फाइटर हूं. मैंने पूरी जिंदगी लोगों के लिए लड़ाई लड़ी है. मैं आम लोगों के दर्द को समझती हूं. मैंने पार्टी को किसी भी गतिविधि में शामिल नहीं होने का निर्देश दिया है, जिससे किसी भी तरह की चोट लगे. ममता ने यह भी कहा कि बीजेपी विधानसभा चुनाव जीतने के लिए कई नेताओं के साथ दिल्ली से आई है. ममता ने कहा कि, ‘लेकिन मैं कहती हूं कि आपको बंगाल नहीं मिलेगा.’ इस दौरान ममता बनर्जी ने दावा किया कि उनकी सरकार ने अपने 10 साल के शासन के दौरान ढेर सारे विकास कार्य एवं कल्याणकारी कार्य किए हैं.

Leave a Reply