Politalks.News/Delhi. पश्चिम बंगाल का रण जीतने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दिल्ली पर चढ़ाई करने की तैयारी में हैं. संसद के मानसून सत्र के बीच ममता करीब 5 दिन दिल्ली में रहने वाली हैं. इस बीच ममता आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर सकती हैं. बंगाल में लगातार तीसरी बार सत्ता पर काबिज होने के बाद ममता की प्रधानमंत्री से यह पहली मुलाकात होगी. मार्च-अप्रैल में हुए बंगाल चुनाव के बाद ममता और मोदी का पहली बार आमना-सामना होगा. एक और खास बात यह है कि ममता की मोदी से मुलाकात ऐसे समय होने जा रही है जब ममता पेगासस जासूसी विवाद और मीडिया हाउसेज पर रेड जैसे मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर हैं. बंगाल के विधानसभा चुनाव में दोनों के बीच जमकर जुबानी तीर चले थे.
ममता दीदी दिग्गजों से करेंगी मुलाकात
तृणमूल कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक, ममता बनर्जी मंगलवार शाम 4 बजे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करेंगी. इससे पहले वे कांग्रेस नेता कमलनाथ, आनंद शर्मा और अभिषेक मनु सिंघवी समेत अन्य विपक्षी नेताओं से भी मुलाकात करेंगी. सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मिल सकती हैं. ममता बनर्जी समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी मिल सकती हैं.
पीएम मोदी और ममता की पिछले दो सालों की मुलाकात
18 सितंबर 2019- दिल्ली में पीएम मोदी से मिलीं ममता बनर्जी, पश्चिम बंगाल का नाम बदलने का मुद्दा उठाया
11 जनवरी 2020- कोलकाता में पीएम मोदी-ममता ने हावड़ा ब्रिज पर लाइट एंड साउंड प्रोग्राम का शुभारंभ किया
22 मई 2020- उम्पुन तूफान का ममता बनर्जी के साथ एरियल सर्वे किया
23 जनवरी 2021- कोलकाता में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर मिले, नारे लगने पर ममता बिना भाषण दिए आकर सीट पर बैठ गई
28 मई 2021- तूफान यास से हुए नुकसान के लिए बैठक, ममता आई और फाइल देकर चली गई
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जैन हवाला घोटाले पर ममता का फोकस!
सोमवार को दिल्ली पहुंचने के बाद ममता की पहली मुलाकात पत्रकार विनीत नारायण से हुई, जिन्होंने 1996 में जैन हवाला घोटाले पर एक किताब लिखी है. हाल ही में ममता बनर्जी ने आरोप लगाया था कि बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ घोटाले के कथित लाभार्थियों में से एक थे. हालांकि, राज्यपाल धनखड़ ने दावे का खंडन किया है.
बंगाल के बाहर भी उड़ान भरना चाहती है TMC
TMC चीफ और प. बंगाल की सीएम ममता बनर्जी 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी भूमिका निभाने की तैयारी में हैं. पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार जीत करने के बाद पर ममता बनर्जी का यह पहला दिल्ली दौरा है. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि ममता खुद को तीसरे मोर्चे के चेहरे के रूप में देखना चाहती हैं. ममता बनर्जी के दिल्ली दौरे को राष्ट्रीय राजनीति में उनका कद बढ़ाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है. साथ ही माना जा रहा है कि ममता बंटे हुए विपक्ष को BJP के खिलाफ एकजुट करना चाहती हैं.
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‘BJP जब तक नहीं हो जाती साफ, तब तक होगा खेला’-ममता
ममता बनर्जी अपनी पार्टी टीएमसी का बंगाल से बाहर विस्तार करना चाहती है. ममता ने पिछले हफ्ते बुधवार को उत्तर प्रदेश, दिल्ली और गुजरात समेत कई राज्यों में मेगा वर्चुअल रैली की थी. इस रैली से ममता ने जाहिर कर दिया है कि बंगाल विधानसभा चुनाव जीतने के बाद उनकी नजर अब दिल्ली पर है. ममता ने कहा था कि, ‘जब तक भाजपा पूरे देश से साफ नहीं हो जाती है, तब तक सभी राज्यों में खेला होगा. उन्होंने कहा था कि हम 16 अगस्त से खेला दिवस की शुरुआत करेंगे और गरीब बच्चों को फुटबॉल बांटेंगे.