Mamata Banerjee big Statement: अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन को अब ज्यादा समय नहीं बचा है. 22 जनवरी को राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन को देशभर में दिवाली की तरह मनाने का आव्हान किया गया है लेकिन इस पर राजनीति और आरोप प्रत्यारोप खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहे हैं. महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्दव ठाकरे, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राजद, सीपीआई सहित कई नेता एवं पार्टी नेताओं ने राम मंदिर उद्घाटन समारोह को बीजेपी की राजनीति से प्रेरित बताया. अब बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने इस समारोह को बीजेपी की नौटंकी करार दिया है. साथ ही साथ बिलकीस बानो मामले में बीजेपी को बलात्कारियों को छूट देने वाली पार्टी बताकर एक नया हंगामा भी छेड़ दिया.
हम बलात्कारियों को छूट नहीं देते – ममता
दक्षिण 24 परगना जिले के जयनगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए बंगाल सीएम ममता बनर्जी ने बिलकीस बानो मामले पर उच्चतम न्यायालय के फैसले का भी जिक्र करते हुए कहा कि उनकी सरकार कभी भी बलात्कारियों को छूट नहीं देती है. टीएमसी चीफ ने आगे कहा, ‘बिलकीस बानो मामले में आपने देखा होगा कि कैसे बलात्कारियों को छोड़ दिया गया. हमारी पार्टी की सांसद महुआ मोइत्रा को संसद से जबरन निकाल दिया गया, जिन्होंने यह बात उठाई थी. हम बलात्कारियों को छूट नहीं देते हैं.’
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दरअसल, उच्चतम न्यायालय ने 2002 के गुजरात दंगों के दौरान बिलकीस बानो के साथ सामूहिक बलात्कार और उनके परिवार के सात सदस्यों की हत्या के दोषी 11 लोगों की सजा में छूट सोमवार को रद्द कर दी. सभी 11 दोषियों को गुजरात सरकार द्वारा छूट दी गई थी और उन्हें 15 अगस्त, 2022 को रिहा कर दिया गया था. हाल में सुप्रीम कोर्ट ने एक अहम फैसला सुनाते हुए उक्त सभी आरोपियों की सजा में छूट को रद्द कर दिया है.
लोचु से पहले दिखावा कर रही बीजेपी –
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन को भारतीय जनता पार्टी की नौटंकी बताया है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव से पहले अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के जरिये नौटंकी कर रही है. टीएमसी प्रमुख ने यह भी कहा कि मैं ऐसे उत्सव का समर्थन नहीं करती हूं, जिसमें अन्य समुदायों को अलग रखा जाए. हम जनता को धार्मिक आधार पर बांटने में विश्वास नहीं रखते. सीएम ने ये भी कहा कि भारत सरकार एक ऐसी सरकार है, जिसे एजेंसियों द्वारा चलाया जा रहा है.
तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ने आगे कहा कि धर्म व्यक्तियों का होता है लेकिन उत्सव सभी के लिए होते हैं. मैं उन उत्सवों में विश्वास करती हूं जो सभी समुदायों के लोगों को साथ लेकर चलते हैं और एकता की बात करते हैं. बीजेपी इसे अदालत के निर्देश पर कर रही है, लेकिन नौटंकी के तौर पर यह लोकसभा चुनाव से पहले किया जा रहा है.
पश्चिम बंगाल को बताया शांति की धरती –
टीएमसी प्रमुख ने पश्चिम बंगाल को शांति की धरती बताया है. उन्होंने कहा कि बंगाल शांति की धरती है और यहां विभाजनकारी राजनीति करने के लिए कोई जगह नहीं है. बंगाल मुसलमानों के लिए मक्का और मदीना है, हिंदुओं के लिए बेलूर मठ और दक्षिणेश्वर है, तो आदिवासियों के लिए जाहेर थान (पवित्र उपवन) है. मैं कभी भी हिंदू-मुस्लिम, सिख-ईसाई और आदिवासियों के बीच बंटवारा नहीं होने दूंगी. मतदाता सूची की तैयारियों का जिक्र करते हुए बंगाल सीएम ने लोगों से आव्हान करते हुए आग्रह किया है कि मतदाता सूची तैयार की जा रही है. सुनिश्चित करें कि आपका नाम सूची में हो, अन्यथा वे (बीजेपी) फिर से सीएए या एनआरसी चिल्लाना शुरू कर देंगे और एनआरसी के नाम पर आपका नाम हटा देंगे.
बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर में भगवान राम का प्राण प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को होगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और 6 हजार से अधिक लोगों के शामिल होने की उम्मीद है. ममता बनर्जी सहित कई नेताओं ने समारोह में शामिल होने से इनकार कर दिया है जबकि उद्दव ठाकरे और राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने अपनी मर्जी से अयोध्या जाने की बात कही है. अब आगे देखना ये होगा कि राम मंदिर उद्घाटन से पहले सियासी बयानों के चलते कितनी गर्म होती है.