Politalks.News/Jammukashmir. कश्मीर घाटी में गैर कश्मीरी लोगों की हत्या ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है. इस मामले भारतीय जनता पार्टी अपनों से ही घिरती नजर आ रही है. पहले बिहार के सीएम नीतीश कुमार इस संदर्भ में सरकार पर सवाल उठा चुके हैं तो अब मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सवाल उठाए हैं. मलिक ने कहा कि, ‘मेरे राज्यपाल रहते कोई भी श्रीनगर की 50 से 100 किलोमीटकर की सीमा में कोई भी आतंकवादी प्रवेश नहीं कर सका’. मलिक इन दिनों मोदी सरकार को घेरने का कोई भी मौका नहीं चूक रहे हैं. हालही में मलिक ने किसानों के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरा, मलिक ने यहां तक कह दिया की किसानों के लिए पद भी छोड़ना पड़ा तो वो हिचकिचाएंगे नहीं. सियासी गलियारों में चर्चा है कि मोदी सरकार पर हमलावर कैसे हो रहे हैं सत्यपाल मलिक!
‘मेरे कार्यकाल में आतंकी श्रीनगर तक घुस भी नहीं पाते थे’
जम्मू कश्मीर में बढ़ रही आतंकी गतिविधियों पर मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने दुख प्रकट किया और साथ ही सवाल भी उठाए हैं. सतपाल मलिक ने कहा कि, ‘मेरे कार्यकाल के दौरान श्रीनगर की 50-100 किलोमीटर की सीमा में कोई भी आतंकवादी प्रवेश नहीं कर सका. लेकिन अब श्रीनगर में आतंकी गरीबों की हत्या कर रहे हैं. यह वास्तव में दुखद है.’
‘प्रवासियों की सुरक्षा के हो उपाय’
मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने आगे कहा कि, ‘मैंने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल से बात की है और हाल ही में हुई हत्याओं पर चिंता जताई है. साफ है कि कुछ लोग जम्मू-कश्मीर में काम करने गए लोगों को निशाना बना रहे हैं. हमें उम्मीद है कि जम्मू-कश्मीर में प्रवासियों की सुरक्षा के लिए उपाय किए जाएंगे‘.
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नीतिश ने मनोज सिन्हा से की बात
इससे पहले बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कश्मीर में बिहार के दो मजदूरों की गोली मारकर हत्या पर दुख प्रकट किया था. इस मामले में सीएम नीतीश कुमार ने एलजी मनोज सिन्हा से बात की है. सीएम नीतीश ने कहा कि, ‘इस मामले में कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. कुलगाम की घटना से सबको तकलीफ हुई है. नीतीश ने कहा, ‘कि देश में कोई कहीं भी काम कर सकता है’.
‘केन्द्र ने कहा था 35A और 370 हटाने के बाद खत्म हो जाएगा आतंकवाद’
इधर, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ‘अपने कश्मीर दौरे के दौरान मैंने कहा था कि अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी का असर कश्मीर पर भी पड़ सकता है. मैंने अपनी चिंता भी व्यक्त की कि कश्मीर में यह सन्नाटा आने वाले तूफान का संकेत है’. कांग्रेस नेता चौधरी ने कहा, ‘यह चिंता का विषय है, हमें बुरा लगता है जब हमारे सैनिक, निर्दोष नागरिक मारे जाते हैं. हम चाहते हैं कि सरकार बताए कि उनका क्या रुख है क्योंकि उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया था कि, ’35ए और 370 के खात्मे के बाद कश्मीर में आतंकवाद खत्म हो जाएगा’.
आपको बता दें कि, सत्यपाल मलिक जम्मू कश्मीर के राज्यपाल भी रहे हैं. सत्यपाल मलिक के राज्यपाल रहते ही जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया गया था. सत्यपाल मलिक के कार्यकाल में ही जम्मू कश्मीर राज्य का पुनर्गठन करते हुए इसे केंद्र शासित प्रदेश में तब्दील कर दिया गया था और लेह लद्दाख को अलग केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया था.
जम्मू कश्मीर में अचानक बढ़ी आतंकी घटनाएं
आपको ये भी बता दें कि आतंकी दूसरे राज्यों से आए लोगों को टारगेट कर रहे हैं. जम्मू कश्मीर में दहशतगर्द अब तक 29 लोगों की हत्या कर चुके हैं. अकेले इसी महीने आतंकी अब तक 11 आम नागरिकों को मार चुके हैं. हालात की गंभीरता को देखते हुए गृह मंत्रालय केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के डीजी कुलदीप सिंह को जम्मू कश्मीर भेज रहा है.