Politalks.News/Maharashtra. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के ख़िलाफ़ अपशब्दों के इस्तेमाल को लेकर महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना आमने-सामने हैं. शिवसेना के कार्यकर्ता जगह-जगह केंद्रीय मंत्री नारायण राणे और बीजेपी के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे हैं. मुंबई के जुहू में शिवसैनिकों ने नारायण राणे के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ बयानबाजी केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को महंगी पड़ती दिखाई दे रही है. अब तक मिली खबरों के अनुसार महाराष्ट्र के 17 शहरों में उनके खिलाफ प्रदर्शन किया. नासिक में बीजेपी कार्यालय पर पत्थरबाजी की गई तो वहीं मुंबई में राणे के घर के बाहर प्रदर्शन कर रहे शिवसैनिकों पर पुलिस ने लाठीचार्ज करना पड़ा. खबर लिखे जाने तक राणे के घर के बाहर घमासान जारी था
तीन जगहों पर मामले दर्ज, चिपलून में पुलिस कर रही गिरफ्तारी की तैयारी
मोदी कैबिनेट में विस्तार में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे के खिलाफ पुणे, रायगढ़ और नासिक में FIR दर्ज हो गई है. साथ ही औरंगाबाद और खेरवाड़ी में भी FIR दर्ज करने की मांग की गई है. पुणे और नासिक पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए वारंट भी जारी कर दिया है. पुणे के चतुःश्रुगी पुलिस स्टेशन की एक टीम रायगढ़ के चिपलून के लिए रवाना हो चुकी है. बताया जा रहा है कि यह टीम केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे को गिरफ्तार करने जा रही है. भाजपा की जनआशीर्वाद यात्रा में शामिल नारायण राणे सोमवार से यहीं पर हैं.
नारायण राणे बोले थे-‘… मैं होता तो कान के नीचे लगाता’
केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे जन आशीर्वाद यात्रा निकाल रहे हैं. सोमवार को महाड में पत्रकारों ने उनसे सवाल पूछा था कि, ‘स्वतंत्रता दिवस के दिन दिए भाषण में CM उद्धव ठाकरे अमृत महोत्सव या हीरक महोत्सव को लेकर कंफ्यूज दिखे. इस पर नारायण राणे ने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा था, ‘देश को आजादी मिले हुए कितने साल हो चुके हैं… अरे हीरक महोत्सव क्या? मैं होता तो उसके (उद्धव ठाकरे) कान के नीचे लगाता’. राणे ने आगे कहा था कि, ‘स्वतंत्रता दिवस के बारे में आपको मालूम नहीं होना चाहिए? कितनी गुस्सा दिलाने वाली बात है यह. सरकार कौन चला रहा है, यह समझ ही नहीं आ रहा है’. राणे ने जब यह बयान दिया, तब उनके साथ विधान परिषद के विपक्षी नेता प्रवीण दरेकर भी वहां मौजूद थे.
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पुलिस को करना होगा प्रोटोकॉल का पालन
इस बयान के बाद केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे के खिलाफ शिवसेना हमलावर है और तीन जगहों पर उनके खिलाफ केस दर्ज करवाए गए हैं. अब अगर पुलिस उन्हें गिरफ्तार करती है. तो आपको बता दें कि राणे राज्यसभा सांसद हैं, इसलिए पुलिस को प्रोटोकॉल का पालन करना होगा. गिरफ्तारी के बाद इसकी जानकारी राज्यसभा अध्यक्ष और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू को दी जाएगी. पुलिस यह जानकारी उन्हें हिंदी या अंग्रेजी में देगी. राणे के बयान के बाद शिवसैनिक आक्रामक नजर आ रहे हैं. नासिक में तकरीबन आधा दर्जन शिवसेना कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यालय पर पथराव भी किया.
‘मैं थप्पड़ मार दूंगा ये शब्द थे यह कोई अपराध नहीं’- राणे की सफाई
इस महाराष्ट्र पुलिस के वारंट जारी करने पर नारायण राणे ने कहा कि, ‘मुझे इस संबंध में आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है. पुलिस की ओर से कोई नोटिस नहीं मिला है. मैंने कोई गुनाह नहीं किया. मैं केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा का सांसद हूं, इसलिए कानून के बारे में मुझे अच्छी तरह से पता है’. राणे ने कहा कि, ’15 अगस्त के बारे में कोई नहीं जानता तो क्या यह अपराध नहीं है?’. मैंने कहा था कि, ‘मैं थप्पड़ मार दूंगा, ये शब्द थे और यह कोई अपराध नहीं है’.
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‘प्रसाद लाड पर टिप्पणी के लिए सीएम ठाकरे पर क्यों नहीं हुआ केस’
केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे ने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि, ‘CM उद्धव ठाकरे ने भाजपा विधायक प्रसाद लाड के लिए कहा था कि हम उन्हें ऐसा तमाचा मारेंगे कि वह अपने पैरों पर खड़े होने लायक नहीं बचेंगे. मैं इसी के जवाब में उनके कान के नीचे बजाने की बात कही थी. अगर मेरे खिलाफ FIR हुई है तो CM के खिलाफ केस क्यों नहीं किया गया था’. राणे ने आगे कहा कि, ‘ ईर्ष्या की वजह से मेरी जन आशीर्वाद यात्रा को रोकने का काम किया जा रहा है’
‘ठाकरे को नहीं बोलने का कोई अधिकार’- राणे
कोरोना का हवाला देते हुए केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे ने कहा कि, ‘महाराष्ट्र में एक लाख से ज्यादा लोगों की मौतें हुईं. उसके नियंत्रण के लिए कोई योजना नहीं, उपाय नहीं, वैक्सीन नहीं, डॉक्टर नहीं, चिकित्सा कर्मचारी नहीं है. महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग की स्थिति भयावह है. इन्हें बोलने का अधिकार भी है क्या? इन्हें बगल में एक सेक्रेट्री रखना चाहिए और सलाह लेकर बोलना चाहिए’
बेटे नितेश ने लिखा- ‘शेर की मांद में जाने की हिम्मत न करो’
नारायण राणे को जल्द गिरफ्तार करने की खबरों पर उनके बेटे नीतीश राणे ने सोशल मीडिया में लिखा, ‘खबर है कि युवा सेना के सदस्यों को हमारे जूहू आवास के बाहर इकट्ठा होने को कहा गया है. या तो मुंबई पुलिस उन्हें वहां जाने से रोके या फिर जो कुछ भी वहां होता है वह हमारी जिम्मेदारी नहीं होगी. शेर की मांद में जाने की हिम्मत न करो हम इंतजार कर रहे होंगे’.
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FIR में राणे के बयान को बताया गया- ‘राज्य का अपमान’
केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे के बयान के बाद शिवसेना पदाधिकारी सुधाकर बडगुजर ने नासिक के महाड़ पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कराई थी. सुधाकर ने कहा कि, ‘उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री और एक संवैधानिक पद पर हैं, इसलिए उनके खिलाफ दिया गया बयान पूरे राज्य का अपमान है’. शिकायत में कहा गया है कि, ‘राणे के बयान से समाज में नफरत फैल सकती है. नासिक पुलिस ने राणे के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है. पुणे के चतुःश्रुगी पुलिस स्टेशन में युवा सेना के सचिव रोहीत कदम ने मामला दर्ज कराया है. एक केस केस रायगढ़ में भी दर्ज हुआ है.
राणे के खिलाफ मुंबई में लगे ‘कोबंडी चोर’ (मुर्गी चोर) के पोस्टर
नए केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे के खिलाफ रातोंरात मुंबई के दादर इलाके में शिवसैनिकों ने पोस्टर लगा दिए. पोस्टर में नारायण राणे की तस्वीर के साथ ‘कोबंडी चोर’ यानी ‘मुर्गी चोर’ लिखा हुआ था. देर रात राणे के आवास के बाहर शिवसेना कार्यकर्ताओं ने इकट्ठा होकर प्रदर्शन किया.