राज ठाकरे की एक दहाड़ से हट गई मुंबई की मजार, उस पर आया उद्धव का पलटवार

मनसे प्रमुख ने एक जनसभा में दिखाया गया समुद्र तट पर बन रही अवैध दरगाह का वीडियो, एक महीने में अवैध निर्माण न गिराए जाने पर भव्य मंदिर बनाने की दी थी धमकी, शिवसेना पर भी ​दिया था बयान

uddhav on raj thackeray
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Uddhav hit back at Raj Thackeray: महाराष्ट्र विधानसभा में केवल तीन विधायक वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे की दहाड़ में कितनी ताकत है, उसका अंदाजा इस बात से हो जाना चाहिए कि उनके द्वारा दी गई एक धमकी सीधे सरकार के कानों में पहुंचती है. बाला साहेब के साथ रह चुके प्रदेश के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी अच्छी तरह से जानते हैं कि राज ठाकरे की दी कई धमकी कोई गिदड़ भप्पी नहीं है. मुंबई के शिवाजी पार्क में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राज ठाकरे ने माहीम के पास समुद्र में बन रही एक मजार पर कहा था कि अगर इस अतिक्रमण को एक महीने में नहीं हटाया गया तो उसके ठीक बगल में भव्य गणपति मंदिर का निर्माण किया जाएगा. उनका ऐसा कहना था और अगले ही दिन बीएमसी ने पुलिस प्रशासन की मदद से दरगाह जैसे उस अवैध रूप से बन रहे ढांचे को तोड़ गिराया. इसी मुद्दे पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी राज ठाकरे पर पलटवार किया है.

शिवसेना (UBT) सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने माहीम के पास बन रही अवैध दरगाह पर कहा कि बीच पर बनी अवैध दरगाह कोई नई बात नहीं है. अलग अलग नेता वहां चुनकर आए लेकिन तब भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. वहीं राज ठाकरे द्वारा शिवसेना पर दिए गए बयान पर उद्धव ने कहा कि राज ठाकरे ने वही कहानी सुनाई जो उन्हें बीजेपी और शिंदे ने कही है.

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इससे पहले राज ठाकरे द्वारा एक जनसभा में समुद्र तट के पास एक अवैध दरगाह के वीडियो को दिखाए जाने के बाद बीएमसी तुरंत हरकत में आई और अवैध ढांचे को गिरा दिया. मुंबई शहर के रेजिडेंट कलेक्टर ने भी इस बात को स्वीकार किया कि मजार अवैध ढंग से बनाई गई थी जिसे गिरा दिया गया है. कलेक्टर द्वारा गठित टीम ने पहले स्थल का निरीक्षण किया और उसके बाद 12 से 15 मजदूर एवं सुरक्षा के लिए पुलिस प्रशासन को लेकर पहुंचे. उसके बाद दो बुलडोजर के साथ एक घंटे में इस अवैध निर्माण किया हटा दिया गया. शांति बहाल के लिए किसी को भी घटना स्थल के पास रुकने नहीं दिया गया.

मजार गिरने के बाद मुस्लिम समाज में रोष

घटना के बाद मुस्लिम समाज में गुस्सा देखने को मिला है. मजार के आसपास रहने वालों का आरोप है कि बीएमसी ने मजार के साथ साथ उनके घरों को भी तोड़ दिया है. मुस्लिम समाज का ये भी कहना है कि तोड़ी गई मजार 600 साल पुरानी है. यह ख्वाजा खिजर अली सलाम उस्ताद की मजार थी. लोगों ने ये भी आरोप लगाया है कि इस मजार की देखरेख के लिए ट्रस्ट बना हुआ है और ट्रस्टी फंड भी लेत हैं लेकिन जब इसे गिराया गया, तब कोई सामने नहीं आया और न ही इसे रोका गया. हालांकि अधिकारिक तौर पर किसी का भी बयान नहीं आया है.

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