Politalks.News/Bihar. राजद नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन में कुछ भी सही नहीं चल रहा. आलम ये है कि एक के बाद एक राजनीतिक दल महागठब्ंधन का साथ छोड़कर जा रहा है. शनिवार को महागठबंधन फिर से दरार पड़ गई. जितिनराम मांझी की हिंदूस्तान आवाम मोर्चा (HAM) और उपेंद्र कुशवाहा की रालोसपा (RLSP) के बाद अब वीआईपी (VIP) के मुकेश सहनी ने भी महागठबंधन छोड़ने का ऐलान कर दिया. इतना ही नहीं, शनिवार को जिस प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीट शेयरिंग का ऐलान किया जा रहा था, सहनी उसी पीसी को छोड़कर चले गए. जाते जाते कहकर गए कि हमारी पीठ में छुरा भोंका गया है. उनके ये कहते ही प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी मुर्दाबाद के नारे लगने लगे. इस बीच महागठबंधन में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला भी बताया गया. तेजस्वी यादव को महागठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा चुना गया है.
दरअसल, महागठबंधन की एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिहार विधानसभा चुनाव में सीट शेयरिंग के फॉर्मूले से नाखुश वीआईपी के नेता मुकेश सहनी ने कहा कि हमारी पीठ पर छुरा भोंका गया है इसलिए हम गठबंधन से बाहर हो रहे हैं. तेजस्वी के सीट बंटवारे की घोषणा करते ही वीआईपी पार्टी के मुकेश सहनी के समर्थक तेजस्वी मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे.
सहनी ने प्रेस कॉफ्रेंस में ही कहा कि हम 25 सीट और उप-मुख्यमंत्री का पद दिए जाने की मांग के साथ गठबंधन में शामिल हुए थे, लेकिन हमारी पीठ में छुरा भोंका गया है. इसके बाद सहनी वहां से उठकर चले गए. इस दौरान सहनी के समर्थकों ने जमकर हंगामा किया. वीआईपी के अलग होने के बाद महागठबंधन में राजद और कांग्रेस के साथ तीन स्थानीय दल रह गए हैं. हम, रालोसपा पहले ही गठबंधन छोड़ चुके हैं. हम एनडीए और रोलोसपा बसपा के साथ गठबंधन में है.
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तेजस्वी यादव को महागठबंधन की ओर से सीएम चेहरा चुनाव गया है. सहनी के चले जाने के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए तेजस्वी ने कहा कि महागठबंधन में शामिल दलों ने मेरे नेतृत्व पर विश्वास किया है. मैं सभी के विश्वास पर खरा उतरूंगा. उन्होंने कहा कि हम ठेठ बिहारी हैं. जो वादा करते हैं, उसे पूरा करते हैं. हमारा डीएनए पूरी तरह शुद्ध है. हम बिहार को शुद्ध जल की तरह बढ़िया विकल्प देंगे. हम पहली कैबिनेट में पहली कलम से 10 लाख स्थाई और सरकारी नौकरी देंगे. आवेदन फीस फ्री करने की बात भी राजद नेता ने कही.
तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार आईसीयू में है. नीतीश सरकार गरीबी भुखमरी को हटा नहीं पाई और गरीबों पर लाठी चलवाई है.
ये है महागठबंधन में सीट शेयरिंग फॉर्मूला
बिहार में 243 सीटों पर विधानसभा चुनाव होने हैं. राजद 144 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. कांग्रेस को 70 सीटें मिली है. लेफ्ट पार्टियों को 29 सीटें दी गई हैं जिनमें सीपीआई (माले) को 19, सीपीआई को 6 और सीपीएम को 4 सीटें मिली. राजद अपने कोटे से झारखंड मुक्ति मोर्चा को सीटें देगा. वीआईपी को भी राजद के कोटे से ही सीट देना तय हुआ था जिस पर मुकेश सहनी सहमत नहीं थे. सहनी 25 सीटों के साथ उप मुख्यमंत्री पद की मांग कर रहे थे जिसे तेजस्वी ने मना कर दिया.
बिहार में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव होंगे. पहले चरण में 16 जिलों की 71 सीटों पर मतदान होगा. दूसरे चरण में 17 जिलों की 94 सीट और तीसरे चरण में 15 जिलों की 78 सीटों पर चुनाव होगा. 28 अक्टूबर को पहले चरण का मतदान होगा. 3 नवंबर को दूसरे और 7 नवंबर को तीसरे चरण का मतदान होगा. पहले चरण के चुनाव के लिए एक अक्टूबर को अधिसूचना जारी होगी. 8 अक्टूबर को पहले चरण के नामांकन की अंतिम तिथि होगी. उसके बाद 28 अक्टूबर को पहले चरण के चुनावों का मतदान होगा. 10 नवंबर को मतगणना होगी और उसी दिन चुनावों के नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे.