Politalks.News/Maharashtra. महाराष्ट्र में 20 जून को विधान परिषद की 10 सीटों के लिए चुनाव होने वाले हैं. इसके लिए प्रमुख विपक्षी पार्टी भाजपा ने पांच उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं. जिनमें से उसके चार उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित है. अगर भाजपा पांचवां उम्मीदवार नहीं देती तो वहां चुनाव की नौबत नहीं आती. उत्तर प्रदेश और बिहार में भी एक ही साथ परिषद चुनाव की घोषणा हुई थी, जहां सभी उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए हैं लेकिन महाराष्ट्र में राज्यसभा चुनाव में एक अतिरिक्त सीट जीत कर चमत्कार करने के बाद महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने एक बार फिर अपने को दांव पर लगाया है. यही कारण है कि यहां अब 20 जून को चुनाव होगा.
आपको बता दें, महाराष्ट्र में विधान परिषद की 10 सीटों के लिए पहले 13 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया था. लेकिन बाद में एनसीपी के एक उम्मीदवार ने नाम वापस ले लिया और भाजपा समर्थित एक निर्दलीय उम्मीदवार ने भी नाम वापस ले लिया. अब शिव सेना, एनसीपी और कांग्रेस के दो-दो उम्मीदवार मैदान में हैं और भाजपा के पांच उम्मीदवार लड़ रहे हैं. ऐसे में 10वीं सीट के लिए भाजपा के साथ घमासान होना है. इस बार भी देवेंद्र फड़नवीस का दावा है कि महाविकास अघाड़ी को समर्थन दे रहे ज्यादा विधायक भाजपा का समर्थन करेंगे, क्योंकि राज्यसभा से उलट इसमें गुप्त बैलेट से मतदान होगा.
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महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने राज्य में हाल ही में हुए राज्यसभा चुनावों में अपनी क्षमता दिखायी थी और विधान परिषद चुनाव में पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए वह 20 जून को एक और ”बम” गिराएंगे. सदस्यों की संख्या कम होने के बावजूद ऐसा कैसे मुमकिन होगा, इस बारे में पूछे जाने पर पाटिल ने कहा, हमें यकीन है कि हम एमएलसी की पांचवीं सीट जीतेंगे. हमारे पास स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त वोट हैं और हम जीतेंगे भी क्योंकि वहां देवेंद्र फडणवीस हैं. पाटिल ने मुंबई में संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस 20 जून को एक और बम गिराएंगे क्योंकि भाजपा राज्य विधानमंडल के उच्च सदन की सभी पांच सीटों पर जीत हासिल करने जा रही है. वह राज्यसभा में पहले ही अपनी क्षमता दिखा चुके हैं क्योंकि पार्टी ने जिन तीनों सीटों पर चुनाव लड़ा था, उन सभी सीटों पर जीत हासिल की.
आपको बता दें, महाराष्ट्र विधानसभा की मौजूदा संख्या के लिहाज से महाविकास अघाड़ी गठबंधन को 6 और भाजपा को 4 सीटें मिलना तय है. एक सीट जीतने के लिए 25.91 यानी 26 वोट की जरूरत है. भाजपा और उसकी सहयोगियों के पास 113 विधायक हैं. इसका मतलब है कि 4 सीट जीतने के बाद उसके पास सिर्फ 9 वोट बचेंगे. राज्यसभा में उसको कुल 123 वोट मिले थे. अगर उतने वोट भी मिलते हैं तब भी पांचवीं सीट जीतने के लिए उसे 7 वोट का इंतजाम करना होगा. दूसरी ओर महाविकास अघाड़ी गठबंधन के पास 169 विधायक हैं लेकिन राज्यसभा उसे 160 वोट मिले थे. अगर इसमें दो-चार वोट और कम हो जाते हैं तब भी उसके छह उम्मीदवार जीत जाएंगे.