कर्नाटक के मांड्या जिले के केरागोडु में ध्वज स्तंभ पर फहराए गए हनुमानजी के झंडे को हटाने को लेकर विवाद तेज हो गया है. अब इस घटना पर राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है. बीजेपी और जेडीएस के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को मांड्या में हनुमान ध्वज के साथ विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन में शामिल कुछ नेताओं ने कहा कि जब तक हनुमान ध्वज दोबारा नहीं फहराया जाता तब तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा. ग्रामीण एक बार फिर हनुमान ध्वज फहराने की मांग कर रहे हैं. प्रदर्शनकारियों ने ‘जय श्रीराम’ के नारों के साथ केरागोडु से मांड्या जिला मुख्यालय में उपायुक्त कार्यालय तक मार्च निकाला. इस मार्च में बीजेपी नेता सीटी रवि और प्रीतम गौड़ा ने भी हिस्सा लिया. प्रदर्शनकारियों की ओर से राज्य की कांग्रेस सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई.
बीजेपी नेता सीटी रवि ने इस घटना पर निशाना साधते हुए कांग्रेस सरकार की तुलना ‘तालिबान’ से की है. वहीं पूर्व सीएम कुमारस्वामी ने इसे कांग्रेस के पतन की शुरुआत बताया. बता दें, केरागोडु में प्रशासन की ओर से हनुमान ध्वज हटाकर उसकी जगह राष्ट्रीय ध्वज फहरा दिया था.
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बीजेपी नेता सीटी रवि ने एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा, ‘आज कांग्रेस हनुमान ध्वज निकालकर तालिबान ध्वज लगाना चाहती थी.’ सीटी रवि ने आगे कहा कि तालिबान का झंडा लगाने का जमाना चला गया है और हम अब हनुमान ध्वज लगाएंगे.’ वहीं, जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि यह कर्नाटक में कांग्रेस के पतन की शुरुआत है. वे अपनी शक्तियों का दुरुपयोग कर रहे हैं.
लोगों को भड़काने की कोशिश
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने विपक्षी बीजेपी और जेडीएस पर आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए झंडा हटाने के मुद्दे पर लोगों को भड़काने की कोशिश करने का आरोप लगाया है. सीएम ने कहा कि अधिकारियों को हस्तक्षेप करना पड़ा क्योंकि अनुमति केवल राष्ट्रीय और कन्नड़ ध्वज फहराने के लिए ली गई थी. बीजेपी के ओर से लगाए गए आरोप पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि वह एक ऐसे हिंदू हैं जो सभी धर्मों के लोगों से प्यार करते हैं.
यह है मामला
दरअसल, कर्नाटक के मांड्या जिले के केरागोडु में 108 फुट ऊंचे ध्वज स्तंभ पर फहराए गए भगवान हनुमान की छवि वाले झंडे को हटाकर प्रशासन की ओर से राष्ट्रीय ध्वज फहरा दिया गया. इसके बाद बीजेपी और जेडीएस की ओर से प्रदर्शन शुरु हो गया. भीड़ को तितर-बितर करने और स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज भी किया. कुछ प्रदर्शनकारियों ने कथित तौर पर मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और अन्य कांग्रेस नेताओं की तस्वीर वाले एक पोस्टर को निशाना बनाने की कोशिश की थी. फिलहाल स्थिति तनावपूर्ण हैं लेकिन नियंत्रण में बताई जा रही है. केरागोडु और आसपास के गांवों के लोग, बीजेपी, जेडीएस और बजरंग दल समेत अन्य संगठनों के कार्यकर्ताओं ने विरोध जारी रखा है, इसलिए एहतियात के तौर पर पुलिस बल की एक बड़ी टुकड़ी तैनात की है.