RajasthanPoliticsupdates. राजस्थान की वर्तमान गहलोत सरकार में खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास के भाई करण सिंह खाचरियावास बीती शाम दीनदयाल जाखड़ की भारत नव निर्माण पार्टी में शामिल हो गए. पार्टी सुप्रीमो दीनदयाल जाखड़ ने सदस्यता पत्र और पुष्प गुच्छ देकर करण सिंह का पार्टी में सह हर्ष स्वागत किया. साथ ही साथ करण सिंह को राजस्थान का पार्टी प्रदेशाध्यक्ष भी नियुक्त किया. इससे पहले करण सिंह खाचरियावास ने दीनदयाल जाखड़ एवं अन्य पदाधिकारियों की मौजूदगी अपने सैकड़ों समर्थकों एवं कार्यकर्ताओं के साथ भारत नव निर्माण पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. पूर्व उपराष्ट्रपति एवं पूर्व प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय भैरोसिंह शेखावत के भतीजे करण सिंह मौजूदा सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के बड़े भाई हैं लेकिन अभी तक उन्होंने राजनीति से कोई सरोकार नहीं रखा था.
अब तक करण सिंह एक सामाजिक कार्यकर्ता बन कार्य कर रहे थे लेकिन अब उन्होंने सक्रिय राजनीति में एक्टिव होने में दिलचस्पी दिखाई है. करण सिंह के कांग्रेस के अलावा अन्य पार्टी में जाने की वजह से मौजूदा मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास सीएम गहलोत और आलाकमान के निशाने पर आ गए हैं. करण सिंह के अन्य पार्टी में जाने की वजह पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक में प्रताप सिंह का अपमान बताया जा रहा है.
दरअसल, दो दिन पहले विधानसभा चुनावों की तैयारी को लेकर कांग्रेस की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खाचरियावास सहित रघु शर्मा और राज्यसभा सांसद नीरज डांगी को जमकर फटकार लगाई थी. इस दौरान बैठक में संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी, प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट भी मौजूद थे. सीएम गहलोत ने प्रताप सिंह को अनुशासनहीन बताया था. सीएम गहलोत ने इस दौरान तंज कसते हुए कहा कि प्रताप सिंह बोलते-बोलते पता नहीं कौन सा ट्रैक पकड़ लेते हैं. पता नहीं क्या-क्या बोल जाते हैं ये तो हमारे केसी वेणुगोपाल हैं जो अनुशासन के मामलों में कार्रवाई करने में थोड़ा वक्त लगाते हैं, अगर इनकी जगह मैं होता तो बता देता, मैं तो अनुशासन के मामले में कार्रवाई करने में देर नहीं लगाता. प्रताप सिंह ने कांग्रेस को बीजेपी के आरोपों पर आक्रमक होने की सलाह दी थी.
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सियासी गलियारों में चर्चा है कि पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक में प्रताप सिंह के साथ सीएम गहलोत का किया गया व्यवहार करण सिंह के नहीं भाया और उन्होंने तुरंत भारत नव निर्माण पार्टी में शामिल होने का फैसला ले लिया. उनके इस फैसले को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने हाथों हाथ लिया और उन्हें प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त करते हुए आगामी विधानसभा चुनाव में अहम जिम्मेदारी सौंप दी. इसके बाद राजस्थान की राजनीति में भूचाल आने की संभावना उठने लगी है. कुछ सियासत के विशेषज्ञों का कहना है कि हो सकता है कि करण सिंह की तरह प्रताप सिंह खाचरियावास भी भविष्य में कुछ इस तरह के फैसले ले सकते हैं.
बता दें कि दीनदयाल जाखड़ की भारत नव निर्माण पार्टी पिछले कुछ महीनों में जमीनी स्तर पर राजनीतिक तौर पर सक्रिय हो रही है. हाल में जाखड़ ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए प्रदेश की सभी 200 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारने की बात कही थी. जाखड़ खुद चुनावी प्रचार प्रसार की बागड़ौर संभालते हुए दौसा और नव गठित जिला कोटपूतली का दौरा कर चुके हैं. उनके स्वयं के झोटवाड़ा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की संभावना प्रबल हैं. जाखड़ एंड टीम को झोटवाड़ा और आस पास के विधानसभा क्षेत्रों में जमीनी स्तर पर कार्य करते हुए काफी समय से देखा जा रहा है. फिलहाल करण सिंह के भारत नव निर्माण पार्टी ज्वॉइन करने पर किसी नेता की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आयी है लेकिन मौजूदा मंत्री के भाई का अन्य पार्टी में शामिल होना कांग्रेस के लिए अच्छा संकेत नहीं दे रहा है.
सीएम के पूर्व OSD समेत 23 नेता बीजेपी से जुड़े –
बीते शनिवार का दिन कांग्रेस के लिए अच्छा नहीं रहा है. खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के भाई करण सिंह के अन्य पार्टी में शामिल होने के साथ साथ 23 अन्य नेताओं ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की है. बीजेपी में शामिल होने वालों में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पूर्व ओएसडी महेंद्र शर्मा और पूर्व विधायक अनिता कटारा भी शामिल हैं. इस मौके पर राजस्थान के बीजेपी अध्यक्ष सीपी जोशी ने तंज कसते हुए कहा कि कहा कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने युवा, किसान, महिलाओं के साथ धोखा किया है. कांग्रेस के इस डूबते जहाज में कोई नहीं बैठने चाहता, इसलिए इन सभी ने बीजेपी का दामन थामा है. बीजेपी में शामिल होने वाले अन्य नेताओं में रिटायर जज किशनलाल गुर्जर, रिटायर आईपीएस पवन जैन, कांग्रेस सरकार में पूर्व मंत्री के पुत्र सुभाष सिंह और सिरोही में बाण आश्रम के महंत राजगिरी महाराज हैं.