पॉलिटॉक्स न्यूज़/मध्यप्रदेश. ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित 22 कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे के बाद राज्य की सत्ता गवाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि वर्तमान सरकार तो एक ‘इंटरवल’ के समान है, ‘पिक्चर’ तो अभी बाकी है. कमलनाथ ने बुधवार को छिंदवाड़ा में मीडिया के सवालों के जवाब में यह टिप्पणी की. अपने गृह नगर में पूर्व मुख्यमंत्री ने अन्य सवालों के जवाब में दावा करते हुए कहा कि राज्य में आगामी समय में होने वाले 24 विधानसभा उपचुनावों में कांग्रेस कम से कम 22 सीटों पर विजय हासिल करेगी.
मध्यप्रदेश में होने वाले उपचुनावों को लेकर कांग्रेस ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. उपचुनाव की 24 सीटें जीतने के लिए कांग्रेस ने अपना प्लान तैयार कर लिया है. इस प्लान के तहत पीसीसी चीफ कमलनाथ ने उनकी सरकार में मंत्री रहे विधायकों को विधानसभावार 24 सीटों पर जीत की जिम्मेदारी सौंपी है. पूर्व मंत्रियों को प्रभार वाले विधानसभा में पार्टी की नीति रीति तय करने से लेकर उम्मीदवार चयन करने और स्थानीय मुद्दों को तैयार करने के लिए तैनात किया गया है.
लॉकडाउन के चलते सभी पूर्व मंत्री अपने प्रभार वाले विधानसभा क्षेत्र में 3 वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संपर्क बनाने की कोशिश में जुट गए हैं. लॉकडाउन खुलने के बाद सभी नेता विधानसभा के दौरे कर स्थानीय मुद्दों की जानकारी जुटाने के साथ ही बीजेपी के खिलाफ माहौल बनाने का काम करेंगे. इन पूर्व मंत्री और विधायकों को मिली जिम्मेदारी: –
1- पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया को सुरखी विधानसभा
2- प्रियव्रत सिंह को सुवासरा
3- सुखदेव पांसे को सांची
4- सचिन यादव को मुंगावली
5- जयवर्धन सिंह को आगर
6- सज्जन सिंह वर्मा को सांवेर
7- कमलेश्वर पटेल को कोतमा
8- डॉक्टर गोविंद सिंह को मेहगांव और गोहद
9- लाखन यादव को ग्वालियर
इनमें से डॉक्टर गोविंद सिंह, लाखन सिंह यादव, रामनिवास रावत को ग्वालियर मुरैना, भिंड, दतिया समेत अशोकनगर गुना की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है.
बतादें, मध्यप्रदेश में बीजेपी की सरकार बनाने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के 22 विधायकों ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया था तथा दो विधानसभा सीट पहले से ही खाली थे. यानी कुल 24 सीटों पर उपचुनाव होने हैं. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि उपचुनाव में इन 24 सीटों में से कांग्रेस पार्टी 20 से 22 सीटों पर जीत हासिल करेगी और जिस तरीके से कांग्रेस सरकार को सत्ता से बाहर किया गया है उसका जवाब जनता उपचुनाव में बीजेपी को देने का काम करेगी.
एक अन्य सवाल के जवाब में कमलनाथ ने कहा कि छिंदवाड़ा जिले के विकास कार्यों के लिए जो निविदाएं हुई हैं, उनकी सरकार जांच करा ले, हमें कोई एतराज नहीं है. राज्य में कोरोना को लेकर मौजूदा हालातों के बारे में उन्होंने कहा कि हमने सरकार में रहते हुए इससे लड़ने के लिए आवश्यक कदम उठाए थे. उस समय भाजपा नेता ही इसे हल्के में ले रहे थे
कांग्रेस के 22 विधायकों के त्यागपत्र देने के बाद भाजपा में शामिल होने पर तंज कसते हुए कमलनाथ ने कहा, ”आज मतदाता इन 22 सीटों में समझ रहा है कि किस प्रकार का धोखा उनके साथ हुआ. किस प्रकार कांग्रेस के 22 विधायक लालच से (भाजपा में) गए.” कमलनाथ ने इन उपचुनावों के बाद मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार का गिरने का दावा करते हुए कहा, ”जीतना तो छोड़िए, इनको उपचुनाव में मुंहतोड़ जवाब मिलेगा.”
उपचुनाव में कांग्रेस की जीत के लिए पार्टी लगातार रणनीति बनाने का काम कर रही है. हाल ही में पार्टी ने विधानसभावार प्रवक्ताओं की नियुक्ति जारी की थी. इसके बाद अब पूर्व मंत्रियों को विधानसभा वार जिम्मेदारी देकर कांग्रेस अपनी पार्टी के पक्ष में अभी से माहौल बनाने और बीजेपी के संभावित उम्मीदवारों के खिलाफ प्लान बनाने पर काम शुरू कर दिया है. पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा है कि उपचुनाव में जीत के लिए कांग्रेस पार्टी लगातार रणनीति बनाने का काम कर रही है और कांग्रेस के हर नेता पदाधिकारी को जीत के लिए जिम्मेदारी सौंपी जा रही है. उसी के तहत कुछ पूर्व मंत्रियों को भी विधानसभा में पार्टी की जीत तय करने की जिम्मेदारी दी गई है.