Politalks.News/Rajyasabha/Delhi. एक साल पहले कांग्रेस छोड़कर पहले भारतीय जनता पार्टी के नेता और बाद में राज्यसभा सांसद बने मध्यप्रदेश के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को कांग्रेस पर करारा प्रहार किया. राज्यसभा में वित्तिय विधेयक पर अपनी बात रख रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीच-बीच में कांग्रेस के सांसदों का 15 लाख रुपए और पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर टोका-टिप्पणी करना नागवार गुजरा और सिंधिया ने उनको न सिर्फ पेट्रोल-डीजल के पीछे की गणित को समझा दिया बल्कि मुंह न खुलवाने की हिदायद भी दे दी. आइए आपको बताते हैं कि सिंधिया ने किस तरह से कांग्रेस पर जमकर प्रहार किए.
मेरा मुंह मत खुलवाना… पहले 100 करोड़ रुपये का हिसाब दें
दरअसल, बुधवार को उच्च सदन राज्यसभा में वित्त विधेयक 2021 पर चर्चा के दौरान के मध्यप्रदेश से बीजेपी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया अपनी बात रख रहे थे, तभी विपक्ष के सदस्यों ने उन्हें टोका और 15-15 लाख रुपये देने के भाजपा के वादे का जिक्र किया. इस पर पलटवार करते हुए सिंधिया ने कहा कि, ‘मेरा मुंह मत खुलवाना, 15 लाख रुपये की बात करेंगे तो मैं महाराष्ट्र की बात करूंगा. पिछले तीन-चार दिनों में जो रिपोर्ट आ रही है… पहले 100 करोड़ रुपये का हिसाब दें, और ये तो सिर्फ मुंबई शहर का है.’
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पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर विपक्ष पर पलटवार
बीजेपी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि यह बात सही है कि पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़े हैं. यह भी सही है कि जो बढ़ोतरी हुई है उसका बंटवारा क्या है. सिंधिया ने कहा कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर खर्चा निकालने के बाद 40 फीसदी हिस्सा राज्य और 60 फीसदी हिस्सा केंद्र को मिलता है, लेकिन असल मे 60 फीसदी में से भी 42 फीसदी राज्य को ही जाता है, इस तरह राज्य को उस राशि का 64 फीसदी हिस्सा मिलता है और केवल 36 फीसदी ही केंद्र के पास रहता है.
जिनके घर शीशे के होते हैं, वे दूसरों पर…
पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर विपक्ष को घेरते हुए बड़े तल्ख अंदाज में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि महाराष्ट्र में पेट्रोल-डीजल के दाम सबसे ज्यादा हैं, यहां आप सरकार को दुहाई दे रहे हैं, लेकिन वहां कोई कदम नहीं उठाते हैं. सिंधिया ने कहा कि विपक्ष को अपने शासित राज्यों में कदम उठाने चाहिए. इस दौरान टोके जाने पर उन्होंने कहा, ‘मैं इतना कहना चाहता हूं, जिनके घर शीशे के होते हैं, वह दूसरों पर पत्थर नहीं फेंकते.’
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निजीकरण की शुरुआत की कांग्रेस ने लेकिन जो जी-23 की पीड़ा नहीं समझ सकी वो लोगों की पीड़ा क्या समझेगी
ज्योतिरादित्य सिंधिया यहीं नहीं रुके उन्होंने आरोप लगाया कि निजीकरण को लेकर सरकार की आलोचना कर रही पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार ने ही 2007 में विनिवेश को बढ़ावा देने की बात की थी. सिंधिया ने कहा तत्कालीन संप्रग सरकार ने विनिवेश को विभिन्न सरकारी उपक्रमों में निजीकरण को बढ़ावा देने की बात की थी. सिंधिया ने दावा किया कि 1991-96 और 2004-14 के दौरान कांग्रेस नीत सरकारों ने सार्वजनिक क्षेत्र के विभिन्न उपक्रमों का विनिवेश किया. इसके साथ ही कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सिंधिया ने कहा कि कोरोना संकट का असर सभी लोगों पर पड़ा है, लेकिन कांग्रेस का काम सिर्फ विरोध करना है. सिंधिया ने कहा कि वह पार्टी जो अपने ‘जी-23’ के लोगों की पीड़ा को नहीं समझ पाई तो देश के लोगों की पीड़ा क्या समझेगी.
आपके अधूरे सपने पूरे कर रही मोदी सरकार
वित्तीय विधेयक पर चर्चा पर सिंधिया के संबोधन के दौरान विपक्षी सदस्यों की टोकाटोकी के बीच सिंधिया ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार आपके अधूरे सपने को ही पूरा कर रही है. सिंधिया ने दावा किया कि मोदी सरकार कोरोना आपदा को विकास का अवसर बनाने के लिए काम कर रही है लेकिन विपक्ष आपदा में राजनीति पर जोर दे रहा है.
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एलआईसी के आईपीओ का बचाव भी किया सिंधिया ने
सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का जिक्र करते हुए कहा कि उसका ‘आईपीओ’ आने से निजी पूंजी का प्रवाह बढ़ेगा और नियंत्रण सरकार के पास ही रहेगा. सिंधिया ने कहा कि सरकार एलआईसी में पारदर्शिता और जवाबदेही लाने पर जोर देगी. बीजेपी सांसद ने कहा कि सरकार ने स्पष्ट किया है कि एलआईसी में पैसा जमा कराने वाले खाताधारकों की राशि सुरक्षित रहेगी.