25 सितंबर की घटना पर अभी तक कोई एक्शन नहीं लेना मेरी समझ से परे- फिर झलका पायलट का दर्द

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा दिए गए गद्दार और कोरोना वाले बयान पर दिया जोरदार जवाब, आने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के जीत की बात दोहराते हुए सचिन पायलट ने बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी सहित असद्दुदीन ओवैसी पर भी साधा जोरदार निशाना

pilot on gehlot
pilot on gehlot

Sachin Pilot on Rajasthan Politics: चुनावी साल में राजस्थान में कांग्रेस आलाकमान की पार्टी को एकजुट करने की कोशिशों के बीच प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने एक मीडिया संस्थान के कार्यक्रम में भाग लेते हुए जहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा दिए गए गद्दार और कोरोना वाले बयान पर जोरदार जवाब दिया, तो वहीं बीती 25 सितंबर की घटना पर भी बेबाकी से अपनी बात रखी है. न्यूज़18 इंडिया के चुनावी कार्यक्रम चौपाल में भाग लेते हुए सचिन पायलट आने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के जीत की बात दोहराते हुए बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी सहित असद्दुदीन ओवैसी पर भी जोरदार निशाना साधा.

दिल्ली में आयोजित न्यूज़18 इंडिया के चौपाल कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे राजस्थान कांग्रेस के पूर्व PCC चीफ सचिन पायलट ने राजस्थान की राजनीति पर खुलकर अपनी बात रखी और साथ ही इशारों इशारों में एक बार फिर अपने विरोधियो पर भी जोरदार निशाना साधा. इस दौरान सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ‘गद्दार’ शब्द और कोरोना वाले बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, आप मेरे ऊपर ये आरोप तो नहीं लगा सकते कि मेने ऐसे शब्दों का प्रयोग किया हो कभी किसी के लिए भी. मेरे संस्कार ऐसे नहीं है, जिसने जो प्रयोग किया आप उनसे पूछे की आपने क्या सीखा है. पायलट ने कहा कि, में मानता हूँ कि सार्वजनिक जीवन मे शब्दों का चयन बहुत इम्पोर्टेन्ट (Important) होता है

यह भी पढ़ें: चुनावी लाभ के लिए आनन-फानन में बनाए गए नए जिलों का भगवान ही मालिक है- गजेंद्र सिंह ने साधा निशाना

सचिन पायलट ने आगे कहा आप मुझसे पूछ सकते हैं मैंने क्या किया, मैंने हमारी संस्कृति, हमारी जो परवरिश है समाज में, हमेशा हमसे जो उम्र में बड़े लोग हैं, फिर चाहे वो कोई भी हो, किसी दल का हो, हमने हमेशा मान सम्मान ही दिया है व्यक्तिगत रूप से. पूर्व PCC चीफ पायलट ने आगे कहा कि, जिन शब्दों का प्रयोग मेरे बारे में किया गया किस इंसान को बुरा नहीं लगेगा, लेकिन मेने ये सोचा कि में भी वही रिस्पॉन्ड करूँगा और तीखे शब्द बोलूंगा उससे लाभ किसको मिलेगा? जो लोग हमें देख रहे है वो क्या सोचेंगे? ये तो जिस व्यक्ति ने बोला उनको सोचना चाहिए, मैंने अपने जीवन में ऐसे शब्दों का प्रयोग नहीं किया.

25 सितंबर को हुए घटनाक्रम को लेकर एक बार फिर दिया बड़ा बयान
इस दौरान सचिन पायलट ने बीते साल 25 सितंबर को हुए घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस आलाकमान को कटघरे में खड़ा करते हुए बड़ा सवाल किया और कहा कि, 6 माह बीत जाने के बाद भी अब तक इस घटनाक्रम को लेकर कोई कार्रवाई नहीं हुई है, जो आश्चर्य का विषय है, जबकि पार्टी आलाकमान के निर्देश पर ही 25 सितंबर को विधायक दल की बैठक होनी थी. पायलट ने आगे कहा कि लेकिन कुछ लोग पार्टी आलाकमान के निर्णय विरुद्ध गए, इस पर अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ जो सोचने का विषय है.
आगे पायलट ने अपने बयान में कहा कि,पार्टी आलाकमान उन लोगों को तीन-तीन बार नोटिस दे चुकी है, लेकिन समझ में नहीं आता हैं अभी तक इस मामले में कुछ भी नहीं हुआ. पायलट ने कहा कि इस मामले को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व वरिष्ठ नेताओं को भी इस ओर ध्यान देना चाहिए, जबकि इस मामले में हाईकमान ने ही इन लोगों को दोषी माना है, तब ही तो पार्टी ने इन लोगों को नोटिस जारी किया है. पायलट ने आगे कहा है कि लेकिन अब तक यह समझ नहीं आ रहा है, कि इस मामले में हां हो रही है, या ना, सारा मामला अधर में झूल रहा है, पार्टी को इस ओर ध्यान देना चाहिए.

सबको मिलकर काम करना है
राजस्थान में अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बनाने के सवाल पर पायलट ने कहा कि राजस्थान में अशोक गहलोत को CM बनाना पार्टी का फैसला था, हम सबकी इसमें सहमति थी. वैसे भी हमारे समाज मे उम्र का एक प्रीमियम होता है, राजस्थान में हर पांच साल मे सरकार बदल जाती है. जब हारते हैं तो इतना लंबा हारते हैं कि वो गैप लंबा हो जाता है. पायलट ने कहा कि उनको हार का डर नहीं लग रहा है लेकिन इतिहास से सीखना तो पड़ेगा, मैंने अपनी पार्टी में कुछ सुझाव दिए थे, ताकि ये पुनरावृति नहीं हो बाकी स्टेट में कांग्रेस सरकार रिपीट हुई हैं. सचिन पायलट ने कहा कि राजस्थान में सबको मिलकर काम करना होगा, अभी बहुत काम करने की जरूरत है.

यह भी पढ़ें: गहलोत और पायलट के बीच के सियासी झगड़े का चुनाव से बहुत पहले आलाकमान निकालेगा समाधान- खुर्शीद

AIMIM चीफ ओवैसी के राजस्थान में चुनाव लड़ने को लेकर ये बोले पायलट
असदुद्दीन ओवैसी के राजस्थान में आकर चुनाव लड़ने के सवाल के जवाब में पायलट ने कहा कि, जो भी राजस्थान में आकर चुनाव लड़ना चाहता है स्वागत है, हमें किसी से डर नहीं. राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने अच्छा काम किया है. बचे हुए कार्यकाल में और मेहनत करनी होगी, हमें जनता सपोर्ट करेगी.

असंभव नही PM मोदी को हराना
आगे पायलट ने आगामी लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी को हराने के सवाल पर बड़ा बयान देते हुए कहा कि, क्यों नहीं हरा सकते हैं, कौन ऐसा है जिसे चुनाव मे पराजित नहीं कर सकते हैं, हिमाचल मे चुनाव था, सब बड़े नेता गये, लेकिन वहां सरकार कांग्रेस की बनी. पायलट ने आगे कहा कि देश का मतदाता ये नहीं चाहता कि नेता ये सोचे कि वोट हमारी जेब में है, 2024 में विपक्ष का चेहरा कौन होगा, ये अहम नहीं बल्कि मुद्दे ज़्यादा ज़रूरी हैं, मुद्दों पर राजनीति होनी चाहिए, मुद्दे धार्मिक जज्बाती नहीं होने चाहिए. 10 साल बाद अब जनता बदलाव चाहती है, विपक्ष को मौक़ा भुनाना चाहिए.

‘लोगों का विश्वास प्रजातंत्र में हमेशा कायम रहना चाहिए’
सचिन पायलट ने चौपाल में आगे कहा कि लोकतंत्र के कमजोर पड़ने से सस्थाएं कमजोर पड़ जाएंगी, कांग्रेस खतरे में है या नहीं… ये अलग बात है, लोगों का विश्वास प्रजातंत्र में हमेशा कायम रहना चाहिए, सावधान रहना, सचेत रहना. पायलट ने आगे कहा कि, इंडेक्स में भारत का स्थान गिरता जा रहा है, आजादी में कमी आई है, आत्मचिंतन करना चाहिए, सरकार आई है और आती रहेगी, जनतंत्र और मजबूत होगा.

‘सरकार के खिलाफ बोलने का मतलब देश के खिलाफ बोलना नहीं होता’
‘लोकतंत्र खतरे में है’ के सवाल पर पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि, पिछले 7 से 8 सालों में… जब ऐसी ताकतें… जो बोलने से, बात रखने से, अगर कहीं लोगों को भय पैदा होता है, अनावश्यक दवाब पैदा होता है, तो वहां लोकतंत्र खतरे में होता है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार के खिलाफ बोल रहे हैं, तो देश के खिलाफ नहीं बोल रहे है, लोकतंत्र स्वस्थ रहे.

Leave a Reply