क्या पार्टी में नई बगावत की शुरूआत है जयंत पाटिल का अध्यक्ष पद छोड़ना?

क्या एक बार फिर मर्जन की दिशा में आगे बढ़ रही है शरद पवार की पार्टी? विधायकी गवाएंगे 'एकला चालो' की स्थिति में जयंत पाटिल, 15 जुलाई तक रहेगी 'वेट एंड वॉच' की स्थिति

jayant patil resigion to ncp sp in maharashtra
jayant patil resigion to ncp sp in maharashtra

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल के फिलहाल इस्तीफा देने पर गफलत चल रही है. पार्टी के एक घड़े का कहना है कि ऐसा कुछ भी नहीं है जबकि पार्टी विधायक रोहित पवार ने स्वीकार किया है कि जयंत पाटिल इस्तीफा देने जा रहे हैं और दो से तीन दिनों में नए अध्यक्ष का ऐलान किया जाएगा. पार्टी सुप्रीमो शरद पवार के भतीजे अजित पवार की बगावत के बाद पहले ही पार्टी में दो गुट बन गए थे. अजित पवार सहित पार्टी का आधा से ज्यादा कैडर चले जाने के बाद शरद पवार के पास कुछ एक वफादार नेता बच गए थे, जिनमें सबसे ज्यादा करीब जयंत पाटिल रहे हैं. अब उनका पार्टी प्रमुख का पद छोड़ना एनसीपी-एसपी में बगावत की नई शुरूआत के संकेत देता नजर आ रहा है.

अजित पवार के संपर्क में जयंत पाटिल

पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में इस बात की अटकलें भी तेज हो चली हैं कि जल्द ही जयंत पाटिल अजित पवार के पार्टी में शामिल होंगे. सियासी सूत्रों के अनुसार, पाटिल और अजीत पवार के रिश्ते में कुछ खास खटास नहीं है. दोनों ने लंबे समय तक साथ काम किया है. अजित पवार भी कई बार सार्वजनिक पटल पर भी जयंत पाटिल को अपने पास आने का न्योता दे चुके हैं. इसमें बिल्कुल आश्चर्य वाली बात नहीं होगी, अगर पाटिल अजित पवार के दल में शामिल होंगे.

यह भी पढ़ें: क्या 2029 से पहले राजनीति से संन्यास लेंगे मोदी? भागवत का बयान बना चर्चा का विषय!

दूसरी ओर, अजित पवार गुट के एक बड़े नेता का यह भी कहना है कि जयंत पाटिल एनसीपी के कुछ नेताओं के संपर्क में हैं और उनके रिश्ते सीएम देवेंद्र फडणवीस के साथ भी बहुत अच्छे हैं. ऐसे में पाटिल के पास कई सारे विकल्प मौजूद हैं. चर्चा इस बात की भी है कि जयंत पाटिल कहीं भी जाएंगे तो 5-6 विधायकों को साथ लेकर आएंगे या एक बार फिर पार्टी विलय की जा सकती है. ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि शरद गुट के पास केवल 10 विधायक बचे हैं.

अकेले गए तो जाएगी विधायकी

जयंत पाटिल ने शरद पवार की एनसीपी-एसपी पार्टी के ​सिंबल पर चुनाव लड़ा था. ऐसे में यदि वे अकेले दल बदलते हैं तो उनकी विधायकी जा सकती है, लेकिन यदि पार्टी के दो तिहाई विधायक उनके साथ अजित पवार के साथ जाएं तो विधायकी बची रहेगी. फिलहाल अजित पवार और अन्य राजनीतिक दल भी ‘वेट एंड वॉच’ की स्थिति में हैं. हालांकि पाटिल के इस्तीफे ने कई सारी राजनीतिक अटकलों को जन्म तो दे ही दिया है.

जितेंद्र आव्हाड ने किया इस्तीफे से इनकार

जयंत पाटिल के इस्तीफे की खबरें मीडिया में सुर्खियों में बनी हुई हैं लेकिन एनसीपी-एसपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और विधायक जितेंद्र आव्हाड ने इन खबरों को निराधार बताया है. उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, ‘जयंत पाटिल साहब प्रदेश अध्यक्ष हैं. उनके इस्तीफे की खबर फैलाना सरासर शरारत है. पार्टी एक निश्चित नियम और अनुशासन के तहत चलती है.’ वहीं रोहित पवार के अनुसार,  ‘जयंत पाटिल इस्तीफा देने जा रहे हैं और 15 जुलाई को नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा की जाएगी. उसी दिन जयंत पाटिल खुद नए अध्यक्ष के नाम की घोषणा करेंगे.’ इस बीच विधान परिषद सदस्य शशिकांत शिंदे का नाम संभावित नए प्रदेश अध्यक्ष के रूप में चर्चा में है.

महाराष्ट्र में अब स्थानीय निकाय चुनाव का दौर शुरू होने जा रहा है. ऐसे में एनसीपी-एसपी में यह संभावित नेतृत्व परिवर्तन चुनावी रणनीति के लिहाज से अहम माना जा रहा है. अब 15 जुलाई को होने वाली औपचारिक घोषणा पर सभी की निगाहें टिकी हुई है.

Google search engine