Tuesday, January 21, 2025
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India vs Scindia: विपक्षी गठबंधन की नियत पर सवाल उठाते हुए खड़गे को जवाब दिया ज्योतिरादित्य सिंधिया ने

कांग्रेस द्वारा 1947 से लेकर 2023 तक कांग्रेस द्वारा लिए गए बड़े फैसलों पर तंज कसा केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने, विपक्षी गठबंधन को बताया भ्रष्टाचारियों का गठबंधन

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Jyotiraditya Scindia : केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया इन दिनों कांग्रेस के प्रति कुछ ज्यादा ही मुखर हो चले हैं. बीजेपी में आने के बाद उन्होंने कांग्रेस की हर प्रतिक्रिया पर सवाल उठाया है. बीते दिनों आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए विपक्ष के 26 राजनीतिक दलों ने मिलकर इंडियन नेशनल डवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस (INDIA) गठबंधन का निर्माण किया. इसके जवाब में केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने विपक्षी गठबंधन की नियत पर सवाल उठाए हैं. साथ ही साथ पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी के कार्यकाल में आपातकाल सहित कांग्रेस एवं यूपीए सरकार द्वारा 1947 से लेकर 2023 तक लिए गए बड़े फैसलों को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को करारा जवाब देते हुए तंज कसा है. ज्योतिरादित्य सिंधिया के अनुसार, कांग्रेस की हमेशा से ‘जोड़-तोड़’ करने वाली राजनीति विचारधारा रही है.

केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के एक ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, ‘1947 – सत्ता के लिए भारत तोड़ा, 1975 – सत्ता के लिए आपातकाल लागू किया, 2022 – सत्ता के लिए तुष्टिकरण से ओत-प्रोत भारत जोड़ो यात्रा की, 2023 – सत्ता के लिए व भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए गठबंधन INDIA जोड़ो. ये जोड़-तोड़ की राजनीति वर्षों से कांग्रेस की विचारधारा का हिस्सा रही है. नए गठबंधन की सूरत भी वही, नीयत भी वही.’

यह भी पढ़ें: जोधपुर घटना पर बोले सांसद हनुमान बेनीवाल- ऐसी घटना को अंजाम देने वालों का कर देना चाहिए एनकाउंटर

इससे पहले मल्लिकार्जुन खड़गे ने 18 जुलाई को बैंगलुरु में हुई विपक्षी एकता की दो दिवसीय बैठक के बाद विपक्षी गठबंधन के नाम की सूचना दी थी. उन्होंने विपक्षी गठबंधन का नाम I – इंडिया N – नेशनल D – डवलपमेंटल I – इनक्लूसिव A – अलायंस बताया. इस गठबंधन का मकसद मोदी राज को तीसरी बार सत्ता में आने से रोकना है. इसका जवाब ज्योतिरादित्य ने आरोप जड़ते हुए दिया है.

ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस की विचारधारा वाले सीनियर नेता रह चुके हैं. वे यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रहे. मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 के कुछ महीनों बाद पार्टी छोड़कर अपने कुछ विधायकों सहित बीजेपी में शामिल हो गए थे और कमलनाथ सरकार गिर गई थी. इसका इनाम देते हुए मोदी सरकार ने उन्हें राज्यसभा का टिकट थमाते हुए केंद्र में मंत्री पद से सुसोभित किया. एमपी में इस साल विस चुनाव होने हैं और हाल में सिंधिया के कुछ समर्थक कांग्रेस में शामिल हो गए.

इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सिंधिया ने उन्हें शुभकामनाएं दी थी. उन्होंने कहा, ‘राजनीतिक दलों में लोग आते-जाते रहेंगे. यह पहली बार नहीं है, इसमें कोई नई बात नहीं है. यह सिलसिला आजादी के बाद से ही चला आ रहा है. कहीं और जाना हो तो हथकड़ी नहीं लगाऊंगा. मैं बस इतना ही कह सकता हूं कि मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं. सिंधिया परिवार किसी भी व्यक्ति के प्रति दुर्भावना नहीं रखता, कूटनीति में सिंधिया परिवार की कोई पकड़ नहीं है.’

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाला है. इसे ध्यान में रखकर राज्य में चुनावी सरगर्मी तेज है. इसे ध्यान में रखते हुए दल-बदल का दौर भी शुरू है. सीएम शिवराज सिंह द्वारा जनहित में घोषणाएं की जा रही हैं, वहीं राज्य में कांग्रेस नेता कमलनाथ लगातार शिवराज सिंह चौहान पर हमलावर हैं. इसी क्रम में ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस पर हमला बोलने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं.

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