Politalks.News/Rajasthan/Beniwal. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल शुक्रवार सुबह अपनी पार्टी के तीनों विधायकों के साथ जयपुर स्थित राजस्थान उच्च न्यायालय के बाहर पहुंचे. यहां सांसद बेनीवाल ने सीकर जिले के खंडेला में एसडीएम कोर्ट में सिस्टम से तंग आकर आत्मदाह करने वाले अधिवक्ता हंसराज मावलिया के परिजनों को न्याय दिलवाने के लिए आंदोलित अधिवक्ताओं का समर्थन किया. इस दौरान सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि लोगो को न्याय दिलवाने वाला अधिवक्ता स्वयं सिस्टम से परेशान होकर खुद को जिंदा जला लेता है, तो यह राजस्थान सरकार के सिस्टम पर बहुत बड़ा सवालिया निशान है.
नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने मांग उठाते हुए आगे कहा कि उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश द्वारा इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए और सरकार को संवेंदनशील होकर इस मामले की गंभीरता से जांच करवाकर दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही करनी चाहिए. सांसद बेनीवाल ने कहा राजस्थान में भ्रष्टाचार चरम पर है और सरकार को जनता के हितों से कोई सरोकार नहीं है. सांसद ने कहा कि अधिवक्ता द्वारा आत्मदाह के इस मामले में चाहे कोई भी दोषी हो वो अधिकारी हो या नेता हो, उसके विरुद्ध सख्त कार्यवाही होनी चाहिए. इसके साथ ही सांसद हनुमान बेनीवाल ने गहलोत सरकार से मृतक के परिजनों की सभी मांगो पर सहमति व्यक्त करने की अपील की और परिजनों व न्याय की मांग कर रहे अन्य अधिवक्ताओं को बेनीवाल ने विश्वास दिलाया कि RLP न्याय की लड़ाई में दिवगंत अधिवक्ता के परिजनों के साथ खड़ी है.
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बेनीवाल ने निभाया अपना वादा
इससे अलावा अपने वादे के अनुसार राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के तीनों विधायकों ने आज सुबह विधानसभा पहुंचकर राज्यसभा चुनाव की प्रक्रिया में भाग लेते हुए निर्दलीय प्रत्याशी सुभाष चंद्रा के पक्ष में अपना मतदान किया. आपको बता दें, आरएलपी के संयोजक सांसद हनुमान बेनीवाल ने निर्दलीय प्रत्याशी सुभाष चंद्रा के नामांकन से पहले ही इस बात की घोषणा कर दी थी कि RLP न तो कांग्रेस और न ही बीजेपी दोनों को अपना वोट नही देगी, हां लेकिन अगर कोई निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव मैदान में आता है तो उस निर्दलीय प्रत्याशी के पक्ष में हमारे विधायक मतदान करेंगे. हालांकि सुभाष चंद्रा को इन चुनावों में हार का सामना करना पड़ा हो, लेकिन सांसद बेनीवाल ने अपना वादा निभा दिया है.