भाजपा में जारी नेतृत्व की लड़ाई के बीच अरुण सिंह ने कही कार्रवाई की बात तो कटारिया ने बढ़ाई हलचल

ऐसे नेताओं की सूची बनाओ जो बयानबाजी कर रहे हैं, हम ऐसे नेताओं को समझाएंगे और नहीं माने तो कार्रवाई की जाएगी- अरुण सिंह, भाजपा में प्रदेशाध्यक्ष ही मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं होता, ऐसा बहुत कम हुआ है, जब प्रदेशाध्यक्ष ही मुख्यमंत्री बना हो- गुलाबचंद कटारिया

भाजपा में जारी नेतृत्व की लड़ाई के बीच अरुण सिंह ने कही कार्रवाई की बात
भाजपा में जारी नेतृत्व की लड़ाई के बीच अरुण सिंह ने कही कार्रवाई की बात

Politalks.News/Rajasthan. प्रदेश में कांग्रेस के साथ-साथ भाजपा में चल रही सियासी खींचतान भी अब खुलकर सामने आ गई है. हाल ही में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे खेमे के नेताओं द्वारा की गई बयानबाजी पर प्रदेश दौरे पर आए प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि बयान देने से पहले सोचें कि इससे पार्टी का हित होगा या नुकसान. सिंह ने कहा कि किसी भी नेता और कार्यकर्ता के बयान से पार्टी को नुकसान होता है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. मैंने प्रदेश नेतृत्व को कहा है कि बहुत हो चुका है, ऐसे नेताओं की सूची बनाओ जो बयानबाजी कर रहे हैं. हम ऐसे नेताओं को समझाएंगे और नहीं माने तो कार्रवाई की जाएगी.

हालांकि आपको बता दें, मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर बीजेपी का हर राज्य के लिए अलग-अलग मापदंड हैं. प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि यूपी में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में योगी आदित्यनाथ ही मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे. उत्तरप्रदेश में योगी आदित्यनाथ बेहतरीन काम कर रहे हैं, इसलिए उन्हें क्यों बदलेंगे. वहीं अरुण सिंह ने राजस्थान में सीएम फेस को लेकर कहा कि मुख्यमंत्री संसदीय बोर्ड तय करेगा. यूपी और राजस्थान के अलग अलग मापदंड के कारणों पर अरुण सिंह बचते दिखे. बता दें, योगी आदित्यनाथ की गवर्नेंस को लेकर पिछले दिनों सियासी गलियारों में उन्हें बदलने को लेकर चर्चाएं चली थीं लेकिन बाद में उन चर्चाओं पर विराम लग गया. अब अरुण सिंह ने योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ने और उन्हें सीएम फेस बरकरार रखने का बयान दिया है.

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गौरतलब है कि प्रदेश भाजपा में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर भारी विवाद है. भाजपा के आठ नेता मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में हैं. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के समर्थक अभी से उन्हें सीएम फेस घोषित करने की मुहिम छेड़ चुके हैं तो वहीं बीजेपी नेता राजस्थान के बारे में एक ही बयान दे रहे हैं कि संसदीय बोर्ड ही सीएम फेस तय करेगा. इसी बीच नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि बीजेपी में प्रदेशाध्यक्ष मुख्यमंत्री कम ही बने हैं, संसदीय बोर्ड सब तय करता है.

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने मीडिया से बातचीत में कहा कि भाजपा में प्रदेशाध्यक्ष ही मुख्यमंत्री का चेहरा नहीं होता. ऐसा बहुत कम हुआ है, जब प्रदेशाध्यक्ष ही मुख्यमंत्री बना हो. बीजेपी में व्यक्ति तय नहीं करता कौन मुख्यमंत्री बनेगा? प्रदेश भाजपा में काम करने के लिए बीजेपी में बहुत चेहरे हैं. जो इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं, वो अपने नेता में वफादारी दिखाने का प्रयास कर रहे हैं. कटारिया ने आगे कहा कि हमारे यहां चुने हुए विधायक और संसदीय दल ही मुख्यमंत्री तय करता है. वसुंधरा राजे के समर्थन में आ रहे विधायक और पूर्व विधायकों के बयान पर कटारिया ने कहा कि अभी मुख्यमंत्री बनाने का सीजन नहीं आया, न ही चुनावों की तारीख आई हैं, पार्टी तय करेगी किस के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा.

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गुलाबचंद कटारिया के इस बयान ने प्रदेश भाजपा में पहले से जारी सियासी हलचल को और तेज कर दिया. कटारिया के बयान को बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां को सीएम फेस मानने से इनकार करने से भी जोड़कर देखा जा रहा है, क्योंकि सतीश पूनियां समर्थक भी उन्हें सीएम के तौर पर प्रोजेक्ट कर रहे हैं. कहा जाता है कि राजस्थान भाजपा में मुख्यमंत्री फेस के लिए लंबी कतार है और कटारिया के इस बयान को उन सभी नेताओं के लिए मैसेज माना जा रहा है.

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