पॉलिटॉक्स न्यूज़/राज्यसभा. दो दिन बाद 19 जून को प्रदेश की तीन सीटों के लिए होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए पिछले एक सप्ताह से चली आ रही जबरदस्त सियासत अब अपने चरम पर है. प्रदेश में पिछले लगभग सप्ताह भर से कांग्रेस व कांग्रेस समर्थित विधायक दिल्ली रोड स्थित एक पांच सितारा होटल में बाड़ाबंदी में हैं. वहीं भाजपा के सभी विधायकों को भी आज से राज्यसभा चुनाव प्रशिक्षण के नाम पर बाडाबंदी में कैद कर दिया गया है. अब कांग्रेस व बीजेपी की बाडबंदी में प्रदेश के सभी विधायक 19 जून तक कैद रहेंगे.
प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर आज सुबह 11 बजे भाजपा विधायक दल की बैठक हुई. राज्यसभा चुनाव पर्यवेक्षक मुरलीधर राव, प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां, नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया और उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के नेतृत्व में हुई बैठक में भाजपा के सभी विधायक मौजूद रहे. प्रदेश भाजपा मुख्यालय पर हुई इस बैठक के बाद सभी विधायकों को राजधानी के सीतापुरा स्थित क्राउन प्लाजा होटल ले जाया गया. भाजपा की विधायक दल की बैठक में रालोपा विधायक मौजूद नहीं रहे. रालोपा प्रदेशाध्यक्ष भोपालगढ विधायक पुखराज गर्ग सीधे ही होटल पहुंचे वहीं अन्य दो रालोपा विधायकों के भी आज देर रात तक होटल पहुंचने की संभावना है.
भाजपा विधायक दल की बैठक से पहले प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनियां ने पत्रकारों से बातचीत में क्रॉस वोटिंग की आशंका को लेकर दो टूक शब्दों में कहा कि अगर बीजेपी के किसी विधायक ने मतदान में गलती की या क्रॉस वोटिंग की तो वह अगले कुछ सैकेंड भी पार्टी में नहीं रहेगा. पूनियां ने आगे कहा कि राज्यसभा चुनाव के मतदान की ट्रेनिंग भी इसलिए दी जा रही है, जिससे विधायक मतदान के दौरान कोई गलती ना करें.
भाजपा की आगे की रणनीति से जुडे सवाल पर पूनियां ने कहा कि हमारी रणनीति साफ है खुली है और हमने इसके लिए बहुत दिन पहले कोई चिंता नहीं की. यह आपके संज्ञान में है कि बहुत पहले से तय था कि 16 जून को भाजपा विधासक दल की बैठक होगी और जरूरत होगी तो हम 2 दिन साथ रहेंगे. भाजपा के विधायक साथ रहने के दौरान पार्टी के विधाई कार्यों और आत्मनिर्भर भारत अभियान की चिंता करेंगे. भाजपा के अधिकांश विधायक नए है जिनको मतदान की प्रक्रिया को समझना जरूरी है. इसलिए दो दिन विधायकों का प्रशिक्षण होगा इस दौरान पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक मुरलीधर राव और अविनाश राय खन्ना इसके लिए मौजूद रहेंगे. राष्ट्रीय संगठन मंत्री वी सतीश संगठन के मुद्दों पर चर्चा करेंगे.
कांग्रेस विधायकों की बाडाबंदी में मनोरंजन के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है बीजेपी विधायकों की बाडाबंदी में किस तरह के कार्यक्रम होगें विधायकों के लिए इस सवाल पर पूनियां ने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी में फर्क है. कांग्रेस को कोरोना से 300 लोगों की मौत पर भी फर्क नहीं पड़ रहा और वहां पर मुझे तुमसे प्यार था यह गाने गाए जा रहे हैं. विधायक होटल में आनंद ले रहे जिसे पूरे देश की जनता देख रही है. भाजपा के विधायक सामान्य प्रक्रिया से जो सहज रूप से हमारा दिन भर का कार्यक्रम रहेगा उसका पालन करेंगे. सभी विधायक साथ रहेंगे तो संगठन के कामों की जनप्रतिनिधि की भूमिका की और जो उनकी जिज्ञासाएं होंगी उनके बारे में चर्चा करेंगे.
बीजेपी विधायकों की तरफ से क्रॉस वोटिंग की संभावनाओं के सवाल पर कहा कि प्रदेश में पुराना जो इतिहास रहा है क्रॉस वोटिंग दोनों तरफ से हुई है. हमें डर नहीं है क्योंकि हमारे पास खोने के लिए कुछ नहीं है. डर तो कांग्रेस को है और वही डर उन्हें अभी भी आशंकित किए हुए हैं. कई बार व्यक्ति वोट को गलत डाल देता. वर्ष 2004 में हमारे एक विधायक जो कि बीमार थे उनसे मतदान में गलती हुई थी. भाजपा ने अभी अपने विधायकों से कहा है कि किसी भी तरीके से कोई गलती नहीं करें और अगर गलती करेगा तो सजा भुगतेगा और उसके बाद कुछ सेकैंड भी पार्टी में नहीं रहेगा. भाजपा विधायकों की तरफ से किसी भी तरह की कोई क्रॉस वोटिंग होगी हमारा विधायक दल एकजुट है.
पूनियां ने आगे सीएम गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि राजस्थान की सरकार ने और मुख्यमंत्री जी ने प्रतिशोध और द्वेष का माहौल बनाया. राजस्थान की शुचिता को बिगाड़ा, अपने विधायकों को बिकाऊ बता दिया और उनकी कीमत भी बता दी. यदि वह कीमत है उनके पास है तो हमें वापस दे दे या फिर हमें खरीदना ही होता तो 35 करोड में तो पूरी कांग्रेस ही खरीदी जा सकती थी. राजस्थान का कोई विधायक बिकाऊ नहीं है. सीएम गहलोत की नजर में विधायक बिकाउ होगें लेकिन हमारी नजर में कोई विधायक बिकाऊ नहीं है. कोई भी विधायक अपने कर्म से जीतकर विधानसभा में आता है और अपनी जनता के लिए काम करता है.
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पूनियां ने आगे कहा कि कांग्रेस हमसे चौथे उम्मीदवार खडा करने के बारे में पूछती है. चौथा उम्मीदवार राजस्थान की धरती पर इससे पहले कमल मोरारका कांग्रेस ने राज्यसभा चुनाव में उतारा था. खरीद-फरोख्त की बात आती है तो कांग्रेस इसमें ब्रांड हो गई है. कांग्रेस के भजनलाल हेलीकॉप्टर से सूटकेस भरकर लाए थे और 1993 से 98 में भैरों सिंह जी शेखावत की सरकार को अस्थिर करने का काम इसी अशोक गहलोत जी और उनकी पार्टी ने किया था. कांग्रेस के लोग अपनी गिरेबान में झांकते नहीं है और दूसरे पर पत्थर फेंकते हैं. प्रदेश में गहलोत सरकार को हमें गिराने की जरूरत नहीं पडेगी सरकार अपने कर्मों से ही गिर जाएगी.
वहीं उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा और विधानसभा मुख्य सचेतक महेश जोशी को लेकर निशाना साधा. राठौड़ ने कहा कि दोनों नेता कांग्रेस में मेरे पुराने परिचित हैं, लेकिन संसदीय जीवन में कम ही दोनों से आमना-सामना हुआ है क्योंकि दोनों का एक बार हारने, एक बार जीतने का सिलसिला रहा है. इसलिए विधानसभा और विधायी कार्यों से दोनों रूबरू नहीं हुए हैं.