2023 में कांग्रेस को पूरी तरह उखाड़ कर राजस्थान की सत्ता केंद्र के चरणों में रख देगी बीजेपी- बोले पूनियां

द्रौपदी मुर्मू के शपथ ग्रहण समारोह से ठीक पहले भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया आदिवासी बहुल बांसवाड़ा और डूंगरपुर क्षेत्र में निकले जनजाति गौरव पदयात्रा पर, भाजपा को भी इस बात का अहसास है कि राजस्थान के इस वागड़ इलाके को साधे बिना 2023 की राह नहीं होगी आसान

banswara news
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Politalks.News/Rajasthan/BJP. एनडीए से राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल कर आदिवासी समाज का प्रतिनिधित्व करने वाली द्रौपदी मुर्मू कल यानी सोमवार को देश की 15वीं राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण करेंगी. वहीं बीजेपी ने महामहिम के इस शपथग्रहण समारोह को आगे आने वाले कई राज्यों के विधानसभा और 2024 के लोकसभा चुनावों को देखते हुए भुनाने की पूरी तैयारी कर ली है. यही कारण है कि द्रौपदी मुर्मू के शपथ ग्रहण समारोह से ठीक पहले भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया आदिवासी बहुल बांसवाड़ा और डूंगरपुर की पदयात्रा पर निकल पड़े हैं. इस दौरान पूनियां ने मीडिया से बातचीत में पार्टी की आगे की रणनीति की ओर तो इशारा किया ही साथ ही 2023 के चुनाव को लेकर भी पूनियां ने बड़ा बयान दिया है.

वागड़ यात्रा पर निकले बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने भाजपा की जीत का दावा करते हुए कहा कि 2023 में भारतीय जनता पार्टी अराजक कांग्रेस को पूरी तरह उखाड़ फेंकेगी और केंद्र के चरणों में राजस्थान की सत्ता रख देगी. यही नहीं पूनियां ने भाजपा की सरकार में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर भी आगे बोलते हुए कहा कि, फिर केंद्र जिसको चाहेगा वो इस सत्ता के शिखर पर बैठ पाएगा. वहीं प्रदेश की कांग्रेस की गहलोत सरकार को आड़े हाथों लेते हुए पूनियां ने कहा कि रोजगार मिल नहीं रहा है और भ्रष्टाचार लगातार बढ़ रहा है.

रविवार को अपनी यात्रा को शुरू करने से पहले बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने मीडिया से बातचीत के दौरान प्रदेश सरकार की नाकामियां गिनाईं. खासकर संत विजय दास के आत्मदाह को लेकर प्रहार किया. पूनियां ने कहा कि जहां साधु संत 500 से ज्यादा दिन से धरना दे रहे थे उसकी ओर सरकार ने क्यों ध्यान नहीं दिया. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस की सरकार इसके लिए पूरी तरह से जिम्मेदार है और किसी भी हाल में गहलोत सरकार इससे अपना पल्ला नहीं झाड़ सकती है.

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आपको बता दें कि बांसवाड़ा स्थित माता त्रिपुरा सुंदरी मंदिर से भारतीय जनता पार्टी की दो दिवसीय जनजाति गौरव पदयात्रा बारिश के बीच रविवार सुबह करीब 8:30 बजे प्रारंभ हो गई है. 24 और 25 जुलाई तक 45 किलोमीटर की दूरी कदमों से नाप अपने लाव लश्कर समेत पूनिया एनडीए उम्मीदवार की जीत का महा उत्सव मना रहे हैं. इस यात्रा में एकजुटता का संदेश देने की कोशिश भी दिखती है. क्षेत्र के वो नेता भी शामिल हैं जो वसुंधरा गुट के माने जाते हैं. करीब 45 किलोमीटर लंबी इस पद यात्रा का नेतृत्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया कर रहे हैं. इस पदयात्रा में भारतीय जनता पार्टी और उनके तमाम घटक दलों के सदस्य और पदाधिकारी भी शामिल हैं.

गौरतलब है कि, देश के 15वें राष्ट्रपति के रूप में पहली आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू सोमवार को जब शपथ लेंगी तो भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां बांसवाड़ा में आदिवासी समाज के बीच बैठकर इस क्षण को लाइव देखेंगे. इनके साथ ही सैकड़ों की संख्या में भाजपा के कार्यकर्ता पदाधिकारी और आदिवासी समाज के लोग होंगे. इस तरह से बीजेपी आदिवासी समाज को भाजपा की अहमियत समझाना और खुद को उनकी खैरख्वां साबित करना चाहती है. क्योंकि भाजपा को भी इस बात का अहसास है कि राजस्थान के इस वागड़ इलाके को साधे बिना 2023 की राह आसान नहीं होगी. आपको बता दें इस इलाके से वर्तमान में कुल 9 में से केवल 3 विधायक ही भाजपा के हैं.

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आपको बता दें कि रविवार सुबह प्रारंभ हुई भारतीय जनता पार्टी की यह जनजाति गौरव पदयात्रा सोमवार को बेणेश्वर धाम पर जाकर संपन्न होगी. इस यात्रा के दौरान बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां कई लोगों से बातचीत कर रहे हैं बच्चों से मुलाकात कर रहे हैं और उनके हालचाल भी जान रहे हैं. फिलहाल 9 में से केवल 3 पर भाजपा के विधायक हैं.

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