Politalks.News/WestBengalElection. पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में होने वाले विधानसभा चुनावों में से दो चरणों का मतदान सम्पन्न हो चुका है. अब 6 अप्रैल को 31 सीटों पर होने वाले तीसरे चरण के मतदान से पहले वोटर्स को लुभाने के लिए भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस दोनों ने पूरी ताकत झोंक दी है. इस कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को हुगली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी के चुनाव हारने और बंगाल में बीजेपी की सरकार बनने का दावा किया. पीएम मोदी ने कहा कि क्रिकेट के मैदान में अगर कोई खिलाड़ी बार-बार अंपायर पर सवाल उठाए तो समझो उसके खेल में खोट है. चुनाव के मैदान में कोई कभी ईवीएम को गाली दे, कभी चुनाव आयोग को, तो समझो उसका खेला शेष है.
पीएम मोदी ने कहा कि 2 मई को क्या नतीजे आने वाले हैं, इसकी झलक हम दो दिन पहले नंदीग्राम में देख चुके हैं. पहले चरण में जितनी वोटिंग हुई, उससे ज्यादा वोटिंग दूसरे चरण में हुई. अगले चरण में आपके पास वोटिंग के तमाम रिकॉर्ड तोड़ डालने का समय है. पीएम मोदी ने कहा कि मुझे पक्का पता है, हर चरण के चुनाव के साथ दीदी (ममता बनर्जी) की ये बौखलाहट बढ़ती जाएगी और मुझ पर गालियों की बौछार भी बढ़ती जाएगी. पीएम मोदी ने कहा कि बंगाल में एक विशेष मधुरता है, मिठास है. यहाँ की भाषा में मिठास है, यहाँ के भाई-बहनों की भावना में मिठास है, व्यवहार में मिठास है. यहाँ की मिष्टी दोई और मिठाइयों की तो बात ही अलग है. फिर इतनी कड़वाहट कहाँ से लाती हैं दीदी? पीएम मोदी ने आगे कहा कि दीदी की बौखलाहट का एक बहुत बड़ा कारण है, उनके 10 साल का रिपोर्ट कार्ड. पुरानी इंडस्ट्री बंद, नई इंडस्ट्री का रास्ता बंद, नए निवेश, बिजनेस और चाकरी की संभावनाएं मंद.
यह भी पढ़ें: खुद को कांग्रेसी कहलाना पसंद नहीं कर रहे कार्यकर्ता- पटेल के साथी रहे नेता ने लिखा सोनिया गांधी को पत्र
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि तृणमूल सरकार तो अपने आप में पश्चिम बंगाल के लिए आपदा सिद्ध हुई है. मानवता कहती है कि जब भी किसी पर मुसीबत आए तो मदद का हाथ आगे बढ़ाना चाहिए. लेकिन तृणमूल के लोगों ने तो मुसीबत को ही कमाई का साधन बना दिया. पीएम मोदी ने कहा कि बार-बार आने वाले चक्रवातों से पश्चिम बंगाल परेशान होता है, चारों तरफ तबाही आती है, गरीब की बाड़ी मिट्टी में मिल जाती है. लेकिन तृणमूल के तोलाबाज़ों की बाड़ी और उनकी गाड़ी का साइज़ बढ़ता ही जाता है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने चुनावी रैली में कहा कि दीदी ने यह दावा कर लोगों के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचायी कि लोग पैसे लेकर भाजपा की रैलियों में आ रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस ने राजनीतिक उद्देश्य के लिए दोहन के बाद सिंगुर की उपेक्षा की, इलाके में कोई उद्योग नहीं है और किसान परेशान हैं. पश्चिम बंगाल को क्या चाहिए, क्या करना है, इसे लेकर बंगाल की महान जनता में कभी कोई भ्रम नहीं रहा है. इसी वजह से बंगाल के लोगों ने चुनाव में हमेशा स्पष्ट बहुमत को प्राथमिकता है. यहां का बौद्धिक वर्ग, यहां की अध्ययनशील प्रतिभाएं, हमेशा स्पष्ट सोच को लेकर चली हैं.
यह भी पढ़ें: PM मोदी को वाराणसी में चुनौती देने वाले TMC के बयान पर भड़की BJP- यूपी में कहीं से भी लड़ कर देख लें
वहीं बंगाल में बीजेपी की जीत के दावे के साथ यहां की जनता से वादा करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि बंगाल में बीजेपी की सरकार बनते ही पहली कैबिनेट में राज्य में पीएम किसान सम्मान निधि को लागू करने का निर्णय लिया जायेगा. यही नहीं पीएम मोदी ने पूरे विश्वास के साथ कहा कि बंगाल में बीजेपी के मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में जरूर आऊंगा.
अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि बंगाल के लोग हमेशा अपनी परीक्षा में पास हुए हैं. फेल वो लोग हुए हैं जिन्होंने बंगाल के लोगों की अपेक्षाओं को, उनकी आकांक्षाओं को पूरा नहीं किया. फेल वो लोग हुए जिन्होंने बंगाल का विकास नहीं किया, बंगाल को बरसों पीछे धकेल दिया. इसलिए आज बंगाल के लोगों ने एक बार फिर परिवर्तन की कमान संभाल ली है. आशोल पॉरिबोर्तोन के उद्घोष में और शोनार बांग्ला के विजन में, बंगाल के लोगों की यही आकांक्षा है. इसलिए, उन्होंने पहले दो चरण के चुनाव से ही बीजेपी के प्रचंड बहुमत का रास्ता तय कर दिया है.