Politalks.News/UttarPradesh. उत्तरप्रदेश की राजनीति में सियासी गठजोड़ की रणनीति चरम पर है. उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में कोई भी दल अकेले चुनावी वैतरणी में उतरने को तैयार नहीं है. भाजपा के साथ जहां अपना दल(एस) और निषाद पार्टी जैसी छोटी पार्टियां जुड़ी हुई है. तो वहीं समाजवादी पार्टी और कांग्रेस भी छोटे दलों के साथ मैदान में उतरने का एलान कर चुकी है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सुभासपा के साथ हाथ मिला अन्य दलों को झटका दे दिया है तो वहीं उनके चाचा शिवपाल ने अब साफ़ कह दिया है कि अगर हमारी पार्टी का सपा के साथ गठबंधन नहीं होता है तो फिर हम किसी राष्ट्रीय पार्टी के साथ गठबंधन करने वाले हैं. तो वहीं अखिलेश के 400 सीट जीतने वाले दावे को लेकर शिवपाल यादव ने कहा कि, ‘यह बात गले नहीं उतरती, अगर वो 400 सीटें जीत रहे हैं तो उन्हें मेरी या किसी कि क्या जरुरत है’.
यूपी विधानसभा चुनाव जैसे ही नजदीक आए वैसे ही प्रसपा लोहिया के संयोजक शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव की और दोस्ती का हाथ बड़ा दिया. साथ ही कई मौकों पर चाचा ने भतीजे के साथ गठबंधन की बात पर भी जोर दिया लेकिन अब तक बात नहीं बन पाई है. तो वहीं प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने शुक्रवार को मेरठ में बड़ा बयान देते हुए कहा कि,’2022 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए प्रसपा लोहिया गठबंधन जरूर करेगी. अब वह गठबंधन सपा के साथ हो या अन्य पार्टी के साथ लेकिन गठबंधन जरूर होगा’.
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प्रसपा (लोहिया) प्रमुख शिवपाल यादव ने आगे कहा कि, ‘अगर समाजवादी पार्टी के साथ उनका गठबंधन नहीं होता है तो वह किसी अन्य राष्ट्रीय पार्टी से गठबंधन करेगी’. हालांकि यह राष्ट्रीय पार्टी कौन सी होगी, इसका उन्होंने खुलासा नहीं किया. वहीं जब शिवपाल यादव से राष्ट्रीय पार्टी बीजेपी से गठबंधन करने की बात पूछी गई तो वो बोल कि,’शुरू से लेकर अब तक वे किसके खिलाफ बोल रहे हैं?’ हालांकि शिवपाल यादव ने बीजेपी से गठबंधन को लेकर ना भी नहीं कहा. वहीं प्रसपा प्रमुख शिवपाल ने दावा किया कि, ‘प्रगतिशील समाजवादी पार्टी जिस गठबंधन में होगी, अगले साल यूपी में उसी की सरकार बनने जा रही है’.
मेरठ में पत्रकार वार्ता के दौरान अखिलेश यादव से गठबंधन को लेकर हुई बात का जिक्र करते हुए शिवपाल ने कहा कि, ‘अखिलेश यादव से गठबंधन को लेकर मैंने सिर्फ सम्मान मांगा है. मैं तो सिर्फ यही चाहता हूँ कि जो भी आगामी चुनाव में जीतने वाले प्रत्याशी हों उनको पूरा सम्मान मिले’. शिवपाल ने कहा कि, ‘समाजवादी पार्टी के मुखिया से गठबंधन को लेकर अभी सिर्फ टेलीफोन पर ही बात हुई है’. वहीं शिवपाल यादव ने यूपी चुनाव में गठबंधन को लेकर कहा कि, ‘बीजेपी की किसान विरोधी योगी सरकार के खिलाफ आज समान विचारधारा वाली पार्टियों को एक हो जाना चाहिए’. उन्होंने कहा कि, ‘रालोद के मुखिया जयंत चौधरी भी गठबंधन में शामिल हों’.
वहीं आगामी चुनाव में 400 से अधिक सीटों पर चुनाव जीतने का दम भर रहे भतीजे अखिलेश यादव के दावे को लेकर चाचा शिवपाल यादव ने कहा कि, ‘400 से ज्यादा सीटें जीतने की बात करना कहीं से भी किसी भी तरीके से गले नहीं उतरती. अगर अखिलेश 400 सीट जीतेंगे तो फिर उन्हें मेरी जरूरत नहीं है. मेरी क्या उन्हें किसी अन्य दल की जरुरत ही कहां है’. शिवपाल यादव ने आगे सपा से गठबंधन को लेकर फिर कहा कि,’मेरी नेताजी से बात हो गई है उन्होंने कहा है कि वे अखिलेश को समझाएंगे. साथ ही अगर अखिलेश नहीं समझते हैं तो वे प्रसपा का प्रचार करेंगे’.