राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि भजनलाल सरकार तुच्छ हरकतों पर उतर आयी है, संवेदनशील हो चुकी है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल प्रदेश के पूर्व सीएम अशोक गहलोत और वसुंधरा राजे की राह पर चल पड़े हैं और इस हठधर्मिता का जवाब जनता देगी. आरएलपी चीफ ने शहीद स्मारक पर युवाओं के बहाने से अपने नागौर निवास पर बिजली विभाग द्वारा कनेक्शन काटे जाने पर भी सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि सरकारी आवासों का किराया सरकार को स्वयं वहन करना होता है. इसके बावजूद जयपुर में जिस फ्लैट और आवास में वो रहते है, उसका 50 हजार रुपए किराया खुद भरता हूं, मगर सरकार अब तुच्छ हरकतों पर उतर आई है. नागौर सांसद ने कहा कि अगर भजनलाल में दम है तो पेपर माफिया पर कार्यवाही करे.
यह भी पढ़ें: बेनीवाल ने नहीं भरा बिजली का बिल! विभाग की टीम ने काटा घर का कनेक्शन!
दिल्ली कूच की रूपरेखा जल्द
नागौर सांसद ने सरकार को घेरते हुए कहा कि प्रदेश सरकार संवेदनहीन हो गई है, तभी दो माह से चल रहे धरने को लेकर सरकार के कान तक जूं नहीं रेंगी. एसआई भर्ती को लेकर उच्च न्यायालय में दोहरा जवाब दिया गया इसको लेकर बड़ी रकम ली गई लेकिन हम सरकार के जवाब से हार नहीं मानेंगे और मजबूती से मेहनतकश युवाओं के हितों की लड़ाई लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि एसआई भर्ती को रद्द कराने, राजस्थान लोक सेवा आयोग के पुनर्गठन तथा अन्य मुद्दों सहित भजनलाल सरकार के खिलाफ हम दिल्ली कूच करेंगे और जल्द ही इसकी रूपरेखा बनाएंगे.
कनेक्शन काटने पर दी सफाई
नागौर स्थित उनके घर के बाहर बने सांसद कार्यालय में बिजली कनेक्शन काटने से जुड़े मामले में प्रतिक्रिया देते हुए सांसद बेनीवाल ने कहा, ‘हमें चुनाव से लड़ने से पहले बिजली, पानी सहित तमाम बकाया चुकाकर एनओसी लेनी पड़ती है और जिस बकाया बिल का कहकर वो कनेक्शन काटने की बात कर रहे है वो कनेक्शन उनके भाई के नाम है जिसमें डिस्कॉम की लापरवाही से गलत बिल आया हुआ था. दो लाख से अधिक राशि मैने जमा कराकर इस प्रकरण को समझौता समिति में ले रखा था जिसके निस्तारण के बिना वो कनेक्शन काट नहीं सकते थे. प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सीएमडी, अजमेर डिस्कॉम के एमडी तथा जिला कलक्टर को फोन करके कहा कि सांसद का विद्युत कनेक्शन काटकर मुझे फोटो भेजो. सीएम की यह हरकत निम्न स्तर की है.
सरकार को हनुमान बेनीवाल से तकलीफ
सांसद बेनीवाल ने आगे कहा कि वो सांसद है और यह उनका सरकारी कार्यालय भी है क्योंकि उन्होंने सरकारी परिसर नहीं किया. कायदे से उसका बिल सरकार को भरना चाहिए था मगर 6 वर्षों से वो खुद इसका बिल भर रहे है. उन्होंने कहा कि मैने बजरी माफियाओं के खिलाफ आंदोलन किए. नागौर के रियां उपखंड में बीजेपी के कई नेताओं ने वहां अवैध रूप से बजरी लीज आवंटन करवा ली. ऐसे में उन्हें इस बात की तकलीफ है कि हनुमान बेनीवाल भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई क्यों लड़ रहे है. नागौर सांसद ने कहा कि वो सरकार से डरने वाले नहीं है. प्रदेश के गरीब मजदूर के हितों की मजबूती से लड़ाई लड़ते रहेंगे.