मालदा में एक रैली को संबोधित करते हुए ममता ने कहा कि अगर कांग्रेस टीएमसी के साथ गठबंधन चाहती है तो उसे सीपीएम से रिश्ता तोड़ना होगा. दीदी ने कहा, ‘मैं उन्हें माफ नहीं करूंगी. सीपीएम ने पहले भी मुझ पर कई बार शारीरिक हमला कर चुकी है. मुझे बेरहमी से पीटा गया. मैं अपने शुभचिंतकों के आशीर्वाद की वजह से ही जीवित हूं. मैं वामपंथियों को कभी माफ नहीं कर सकती, मैं सीपीएम को कभी माफ नहीं कर सकती. इसलिए जो आज सीपीएम के साथ हैं, वो बीजेपी के साथ भी हो सकते हैं.’
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वहीं कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे को लेकर पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी ने कहा, ‘मैंने कांग्रेस से कहा कि आपके पास विधानसभा में एक भी एमएलए नहीं है. हम आपको लोकसभा की दो सीट देंगे और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि आपका उम्मीदवार जीते. लेकिन वे ज्यादा सीटें चाहते हैं, इसलिए मैंने उनसे कहा कि मैं आपको एक भी सीट नहीं दूंगी. जब तक आप वामपंथियों का साथ नहीं छोड़ देते तब तक सीट पर बैठे रहिए.’
बता दें कि बंगाल के अलावा उत्तर प्रदेश में भी स्थानीय पार्टी कांग्रेस जैसी राष्ट्रीय पार्टी पर भारी पड़ती दिख रही है. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भी उन सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े कर दिए हैं, जिन पर कांग्रेस हक जता रही थी. वहीं दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी भी कांग्रेस के साथ सीटें शेयर करने के मूड में नहीं है. इन्हीं परिस्थितियों का लाभ उठाते हुए ममता ने कांग्रेस को केवल दो सीटों पर सहयोग करने की बात कही है. यहां सीधी टक्कर सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता के बीच है.