Politalks.News/AshokGehlot. अगले दो सालों में कई राज्यों के विधानसभा चुनावों के बाद लोकसभा के चुनाव होने हैं, ऐसे में कांग्रेस पार्टी जहां एक और चुनावी राज्यों में अपने आप को मजबूत करने में जुटी है तो वहीं अब पार्टी को एक स्थायी मुखिया देने के लिए पार्टी अध्यक्ष के चुनाव की तैयारियों में जुटी है. इसी बीच चुनावी राज्य गुजरात के सीनियर आब्जर्वर बनाये गए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुजरात में अपने आप को एक्टिव कर लिया है. वहीं दूसरी तरफ इस बात की सियासी चर्चाएं भी अपने चरम पर है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की ना के बाद अशोक गहलोत को पार्टी अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है. हालांकि खुद सीएम अशोक गहलोत पिछले कुछ दिनों में लगातार इस बात को दोहरा चुके हैं कि अध्यक्ष के लिए सिर्फ राहुल गांधी ही सबसे उपयुक्त नाम है.
इसी कड़ी में आज अहमदाबाद में जब पत्रकारों ने सीएम गहलोत से अध्यक्ष पद से जुड़ा सवाल पुछा तो उन्होंने और ज्यादा स्पष्ट करते हुए कहा कि, ‘सोनिया गांधी जी ने अभी मुझे दो जिम्मेदारी सौंप रखी है, एक तो गुजरात में सीनियर आब्जर्वर की और दूसरी राजस्थान के मुख्यमंत्री की और वो मैं निभाता रहूंगा. राजस्थान में सरकार वापस कैसे रिपीट कैसे हो, ये मेरा प्रयास रहेगा.’ इस तरह सीएम गहलोत के आज के इस बयान ने यह साफ कर दिया है कि वो राजस्थान छोड़कर अभी कहीं नहीं जाने वाले हैं. लेकिन ये राजनीति है साहब यहां कब क्या हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता.
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आपको बता दें पार्टी नेता जहां राहुल गांधी को फिर से कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने की मांग कर रहे हैं तो वहीं राहुल गांधी गैर गांधी परिवार से किसी व्यक्ति को अध्यक्ष की कुर्सी देना चाहते हैं. सियासी गलियारों में चर्चा है कि राहुल गांधी, सोनिया गांधी एवं प्रियंका ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अध्यक्ष पद संभालने की बात कही है लेकिन अशोक गहलोत लगातार राहुल के अध्यक्ष बनने की पैरवी कर रहे हैं. सीएम गहलोत ने एक नहीं कई बार पत्रकार वार्ता के दौरान उठने वाले सवालों पर विराम लगाते हुए कहा है कि ‘राहुल गांधी को पार्टी की कमान संभालनी चाहिए.’
मुख्यमंत्री गहलोत अभी किसी भी हाल में राजस्थान नहीं छोड़ना चाहते, इस बात का अंदाजा सीएम गहलोत के आज के बयान से लगाया जा सकता है जिसमें उन्होंने साफ़ तौर पर अगले विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत के लिए नींव मजबूत करने की बात कही है. गुजरात विधानसभा चुनाव के सीनियर आब्जर्वर बनाए गए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज अहमदाबाद में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि, ‘आप लोग सब चलाते रहते हो, बात करते रहते हो, अभी तक तो कोई फैसला भी नहीं हुआ है क्या होगा क्या नहीं. किसी को मालूम नहीं है कुछ भी. कांग्रेस आलाकमान ने मुझे दो जिम्मेदारी सौंपी है. एक तो गुजरात में सीनियर ऑब्जर्वर के रूप में, वो मैं निभाता रहूंगा क्योंकि दिसंबर में विधानसभा चुनाव हैं. इसके अलावा जो मुझे दूसरी जिम्मेदारी सौंपी गई है वो है राजस्थान का मुख्यमंत्री. वो मैं निभाता रहूंगा, वापस सरकार रिपीट कैसे हो, ये मेरा प्रयास रहेगा.’
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सीएम गहलोत ने कहा कि लंबे अरसे से मीडिया मेरे कांग्रेस अध्यक्ष बनने को लेकर खबरें चलाता रहता है लेकिन अभी तक तो इसे लेकर कोई चर्चा ही नहीं हुई. किसी को नहीं मालूम कि क्या होगा? सीएम गहलोत ने कहा कि सोनिया गांधी रूटीन चेकअप के लिए आज विदेश चली गईं हैं. यही कारण था कि हमने कल ही उन्हें गुजरात चुनाव को लेकर अपना फीडबैक दिया था. वही सीएम गहलोत ने राहुल गांधी के साथ होने वाली मुलाकात को लेकर भी साफ कर दिया कि राहुल अभी सोनिया गांधी के साथ विदेश गए हैं, वह जब विदेश से वापस आएंगे क्या होगा देखते हैं.
सियासी जानकारों की माने तो सीएम गहलोत ने ये साफ़ कर दिया कि वे राजस्थान को छोड़कर कहीं नहीं जाने वाले. ऐसी स्थिति में सचिन पायलट का अगला कदम क्या होगा इसे लेकर सभी की नजरें टिकी हुई है. हालांकि चर्चा ये भी है कि सीएम गहलोत के साथ सचिन पायलट को भी पार्टी अध्यक्ष बनाए जाने की कवायद चल रही है. हालांकि सीएम गहलोत ये कभी नहीं चाहेंगे की वे सचिन पायलट पार्टी प्रमुख के तौर अध्यक्ष पद की कुर्सी संभाले. अगर ऐसा होता भी है तो सीएम गहलोत कितने दिन तक राजस्थान के मुख्यमंत्री पद पर बने रहते हैं ये सबसे बड़ा सवाल है. हालांकि पिछले कुछ दिनों से सचिन पायलट की खामोशी एक अलग ही तूफ़ान का संकेत दे रही है.