‘मैं चौथी मां की संतान हूं- हरीश रावत के ‘चुनावी’ वीडियो में गरीबी की दास्तां, याद किया मां का संघर्ष

हरीश रावत कूदे चुनाव प्रचार में!, 'उत्तराखंडियत' आत्मकथात्मक वीडियो किया रिलीज, रावत ने वीडियो में सुनाई अपनी गरीबी की दास्तां, खुद को बताया चौथी मां की संतान, बोले ऐसा कहा जाता था- 'बेटा नहीं तो कैसा राजा', पहले भी इमोश्नल वीडियो हो चुका है वायरल

हरीश रावत कूदे चुनाव प्रचार में
हरीश रावत कूदे चुनाव प्रचार में

Politalks.News/Uttrakhand.  उत्तराखण्ड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने एक वीडियो जारी करते हुए अपने परिवार और मां के संघर्ष के दिनों की दास्तान सुनाई. ‘उत्तराखंडियत’ शीर्षक से जारी इस वीडियो में रावत अपने जन्म, गांव, बचपन और पारिवारिक पृष्ठभूमि का उल्लेख करते नज़र आ रहे हैं. इस वीडियो में रावत ने अपनी मां के संघर्ष के दिनों की कहानी सुनाई है, जब उनके पिताजी का देहांत हुआ था तब कैसे गरीबी के समय में सारी व्यवस्थाएं उनकी मां को करनी पड़ी थीं.

मैं चौथी मां की संतान हूं- रावत
इस वीडियो में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने खास तौर से यह बताया कि, ‘वह अपनी चौथी मां की संतान हैं. उनके पिता ने चार शादियां इसलिए की थीं क्योंकि पहली दो पत्नियों का देहांत हो गया था और तीसरी पत्नी से केवल पुत्री का जन्म हुआ था’. रावत ने कहा कि, ‘उन दिनों माना जाता था कि पुत्र जन्म के बगैर वंश किस काम का इसलिए पिताजी ने चौथा विवाह किया, जिसके बाद तीन पुत्रों का जन्म हुआ’. वीडियो में रावत ने यह भी बताया कि, ‘उनके पिताजी अपने भाइयों के साथ मिलकर खेती किसानी किया करते थे’.

‘…मां का संघर्ष तैर जाता है आंखों के सामने’
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बताया कि, ‘जब उनके पिताजी का स्वास्थ्य खराब हुआ और भाइयों के बीच अलगाव हो गया तब उनके परिवार पर कठिन समय शुरू हुआ’ .अपनी मां के संघर्ष को याद करते हुए रावत ने बताया कि, ‘पिताजी की मृत्यु के समय परिवार गरीबी की मार झेल रहा था, छोटा सा गांव किसी भी मुख्य सड़क या मार्ग से नहीं जुड़ा था और ऐसे में मां ही सारा बंदोबस्त कर रही थीं. मां चाहती थीं कि पिताजी का अंतिम संस्कार विधिवत हो, मेरे मामा लोगों ने इसमें मदद की. इसलिए सारा बीड़ा उठाई मां के चित्र अक्सर मेरी आंखों में तैर जाते हैं’.

यह भी पढ़ें- जोधा-अकबर में नहीं था I LOVE YOU, सत्ता लोभी ने बेटी पर लगाया दांव- BJP विधायक के बयान पर बवाल

…जब डेढ़ धाई दूध के लिए दिखाते थे चालाकी
रावत ने वीडियो में बताया कि, ‘उनकी मां बोलती थी जो पढ़ाई करेगा अच्छा लिखेगा उसे डेढ़ धाई दूध दूंगी’. रावत ने कहा कि, ‘मुझे पता था कि मां तो पढ़ी लिखी है नहीं, तो मैं ऐसे की कागज में अंग्रेजी के कुछ शब्द लिख देता था. इस पर मां मुझे डेढ़ ढाई दूध दे दिया करती थी.

यह भी पढ़ें- सोनिया को लिखी चिट्ठी में फ़ालेयरो का खुलासा- दिग्विजय के कारण नहीं बनी थी गोवा में कांग्रेस सरकार

एक सीरीज़ का हिस्सा है वीडियो, पहले भी एक वीडियो में भावुक होते दिखे थे रावत
रावत की ओर से अपलोड किया गया यह वीडियो ‘उत्तराखंडियत’ सीरीज़ का एक हिस्सा बताया जा रहा है. इसके अगले संस्करण में रावत अपने बचपन के कुछ और रोचक व मार्मिक किस्से सुनाते दिखेंगे. आपको बता दें कि 2022 के शुरुआती महीनों में उत्तराखंड में चुनाव होने हैं, जिनके लिए कांग्रेस ने रावत को पार्टी के चुनावी अभियान का प्रभारी बनाया है. यह भी याद रखने की बात है कि पहले भी रावत के भावुक होने वाले वीडियो चर्चा में रह चुके हैं. हालही में रावत का एक वीडियो जिसमें वो अपने मु्ख्यमंत्री के कार्यकाल के काम को लेकर बनाए गए उत्तराखंडी की गीत का सुनते हुए भावुक होते दिखाई दे रहे हैं.

 

Leave a Reply