पॉलिटॉक्स ब्यूरो. निर्भया के चारों दोषियों में से मुकेश सिंह और विनय शर्मा के बचने के दोनों विकल्प यानी क्यूरेटिव पिटीशन और दया याचिका खत्म हो चुके हैं. तीसरे आरोपी अक्षय ठाकुर की क्यूरेटिव पिटीशन खारिज हो चुकी है और उसकी दया याचिका राष्ट्रपति के पास विचाराधीन है. वहीं चौथे आरोपी पवन गुप्ता ने न तो क्यूरेटिव पिटीशन दायर की है और न ही राष्ट्रपति के पास दया याचिका भेजी है. यही उनकी चालाकी है, पवन अभी तक इसीलिए रुका हुआ है, ताकि मौत को जितना हो सके टाल सकें.
यह भी पढ़ें: ‘जांको राखे कानून मार सके न कोई’, विकल्पों की आड़ में मौत को टाल रहे हैं निर्भया के गुनहगार