बॉलीवुड की क्वीन और पहली बार सांसद बनी कंगना रनौत ने आमजन से एक अनोखी डिमांड की है. उन्होंने कहा है कि, क्षेत्र की जनता को उनसे मिलने के लिए अपना आधार कार्ड साथ में लाना होगा. इसके साथ ही मिलने का उद्देश्य कागज पर लिखकर लाना होगा. भारतीय जनता पार्टी की मंडी से सांसद कंगना के इस बयान पर अब हिमाचल प्रदेश में सियासी रण छिड़ गया है. इतना ही नहीं, कांग्रेस की ओर से महिला सांसद पर एक करारा तंज भी कसा गया है. हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे, कांग्रेस नेता विक्रमादित्य सिंह ने सोशल मीडिया के जरिए कंगना रनौत पर जबरदस्त हमला किया है.
कंगना रनौत के इसी बयान पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस नेता विक्रमादित्य सिंह ने अपने फेसबुक हैंडल पर लिखा, ‘मुझसे मिलने के लिए किसी को आधार कार्ड की जरूरत नहीं है, राज्य के किसी भी कोने से कोई भी अपने काम के लिए मुझसे मिल सकता है.’
क्या है मामला
दरअसल, सासंद कंगना ने धनदेव नामक व्यक्ति के परिवार के सदस्यों से मुलाकात की थी. धरदेव कथित तौर पर कुवैत आग की घटना के कुछ दिनों बाद 24 जून से कुवैत से लापता है. इस दौरान मंडी में सांसद जनसंवाद केंद्र का उद्घाटन करने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कंगना ने कहा कि लोग अपनी समस्याएं लेकर उनके पास आ सकते हैं. उसके बाद अपनी एक अनोखी डिमांड जनता के सामने रखी.
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इसके बाद बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने मीडिया के सामने कहा कि अगर किसी को अपना काम करवाना है तो, वह अपने आधार कार्ड की कॉपी के साथ लिखित में भेज सकते हैं. उन्होंने कहा कि, अगर राज्य के लोगों को कोई भी काम कराना हो तो वे पत्र लिखकर अपने आधार कार्ड की कॉपी के साथ ला सकते हैं. उनके मुद्दों का समाधान किया जाएगा.
मंडी से पहली बार की सांसद हैं कंगना
अपने बड़बोले स्वभाव और बीजेपी की तरफदारी के चलते पार्टी ने उन्हें अपने गृह क्षेत्र हिमाचल की मंडी संसदीय सीट से लोकसभा चुनाव के लिए टिकट थमाया था. कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे विक्रमादित्य सिंह मैदान में उतरे थे. हालांकि कंगना ने विक्रमादित्य सिंह को 74,755 वोट से हराकर राजनीति में सफल शुरुआत की है. विक्रमादित्य वर्तमान में शिमला ग्रामीण से विधायक हैं.