बीजेपी की तारीफ कर हार्दिक ने दिखाए बागी तेवर लेकिन कांग्रेस छोड़ भाजपा में जाने से किया इनकार

गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल एक बार फिर पार्टी नेतृत्व और गुजरात कांग्रेस इकाई पर बोला हमला, बीजेपी ने हाल ही में कुछ बड़े राजनीतिक फैसले लिए, हमें यह स्वीकारना होगा कि उनमें ऐसे कदम उठाने की ताकत है- हार्दिक

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Politalks.News/GujaratPolitics. देश के कई राज्यों के बाद अब विधानसभा चुनाव (Assembly Election) से पहले गुजरात कांग्रेस (Gujarat Congress) में सबकुछ बिगड़ता नजर आ रहा है. गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल (Hardik Patel) पार्टी से खफा चल रहे हैं और पटेल ने प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल खड़े करते हुए बागी तेवर अख्तियार कर लिए हैं. यही नहीं हार्दिक ने कुछ बातों को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) की तारीफ भी की है, जिसके बाद पटेल के कांग्रेस छोड़ने और बीजेपी ने शामिल होने के कयास लगाए जाने लगे हैं. हालांकि हार्दिक पटेल ने कांग्रेस छोड़ने और बीजेपी में शामिल होने की किसी भी सम्भावना से इनकार किया है.

आपको बता दें, गुजरात चुनाव (Gujarat Election 2022) के ठीक पहले हाल ही में नए दूल्हे की नसबंदी वाले बयान के बाद गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल एक बार फिर पार्टी नेतृत्व और गुजरात कांग्रेस इकाई पर हमला बोला है. हार्दिक पटेल के इन नए संकेतों से कांग्रेस (Gujarat Congress) की मुश्किलें बढ़ गई हैं. पटेल ने आरोप लगाया है कि पार्टी नेतृत्व उन्हें दरकिनार कर रहा है जबकि पिछले तीन सालों से पार्टी से वो लगातार शिकायत कर रहे हैं. यही नहीं हार्दिक ने बीजेपी की तारीफ कर एक बार को तो सबको चौंका दिया है. पाटीदार समुदाय के प्रभावशाली नेता हार्दिक पटेल ने कहा कि बीजेपी में कुछ अच्छी बाते हैं, जिसे हमें स्वीकार करना चाहिए. हालांकि कभी बीजेपी सरकार के खिलाफ हार्दिक पटेल ने पाटीदार समुदाय (Patidar community) को आरक्षण के लिए बड़ा आंदोलन छेड़ा था, जिसने हार्दिक को सियासी पहचान दिलवाई थी.

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भाजपा की तारीफ करते हुए हार्दिक पटेल ने कहा कि, ‘बीजेपी ने हाल ही में कुछ बड़े राजनीतिक फैसले लिए हैं, हमें यह स्वीकारना होगा कि उनमें ऐसे कदम उठाने की ताकत है. उनका पक्ष लिए बिना या प्रशंसा किए बिना हम कम से कम इस सच्चाई को स्वीकार कर सकते हैं. अगर कांग्रेस गुजरात में मजबूत बनना चाहती है तो हमें निर्णय़ लेने के कौशल को बेहतर करना होगा और फैसले लेने की ताकत भी दिखानी होगी.’ हालांकि हार्दिक ने इस बात से साफ इनकार कर दिया कि वो कांग्रेस छोड़ने की कगार पर हैं.

हार्दिक पटेल ने कहा कि वह चाहते हैं कि कांग्रेस राज्य में विपक्ष के रूप में खुद को पुनर्जीवित करे क्योंकि लोग उम्मीद करते हैं कि वे सत्ताधारी सरकार के सामने अपने मुद्दों को उठाएंगे. पटेल ने कहा कि ‘गुजरात में कांग्रेस का नेतृत्व मजबूत है, और उन्हें सिर्फ सही निर्णय लेने की जरूरत है.’ इसके साथ ही हार्दिक पटेल ने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने और अयोध्या में राम मंदिर के ऐतिहासिक निर्माण सहित उनकी कुछ पहलों के लिए भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की प्रशंसा की है.

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हार्दिक ने कहा, ‘मैं बीजेपी से बात नहीं कर रहा हूं, मैं बीजेपी की अच्छी चीजों को स्वीकार करता हूं. बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया, और अब राम मंदिर निर्माण जैसे अच्छे कामों की सराहना की जानी चाहिए.’ पटेल ने कहा कि भाजपा की हिंदुत्व समर्थक विचारधारा का समर्थन करने से नहीं कतराते, बल्कि वह खुद एक रघुवंशी परिवार से हैं और हिंदू धर्म का समर्थन करते हैं. हार्दिक ने कहा, ‘मैं एक रघुवंशी परिवार से आता हूं, हम हिंदुत्व से हजारों सालों से जुड़े हुए हैं. मैंने अपनी चिंताओं के बारे में पार्टी को बता दिया है और मुझे उम्मीद है कि हाईकमान मेरी बात सुनेगा.’

आपको बता दें, हाल ही में कुछ दिनों पहले हार्दिक पटेल ने एक बयान दिया था कि वो ऐसा महसूस कर रहे हैं, जैसे किसी दूल्हे की नसबंदी करा दी गई हो, जो कि सियासी गलियारों में बड़ी चर्चा में रहा था. बता दें, हार्दिक पटेल ने 2015 में गुजरात में पाटीदार अनामत नाम से बड़ा आंदोलन छोड़ा था. पटेल ने वर्ष 2019 के पहले कांग्रेस ज्वाइन की थी. हालांकि राजनीतिक पारी शुरू होने के बाद से उनकी लोकप्रियता में गिरावट आई है.

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गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी ने 2017 के चुनाव में पहले के मुकाबले बढ़त हासिल की थी. लेकिन पाटीदार (पटेल) समुदाय ने 2019 के चुनाव या स्थानीय निकाय चुनाव में कांग्रेस पार्टी का समर्थन नहीं किया. बताया गया कि हार्दिक पटेल पाटीदार नेता नरेश पटेल को पार्टी में शामिल करने की तैयारी को लेकर नाराज हैं. वहीं वर्तमान में कांग्रेस को छोड़ने के सवाल पर हार्दिक ने कहा, मैं क्यों रिश्ते तोड़ूंगा. ऐसी कोई चर्चा नहीं हुई है. हम सच बोलते हैं. हम अपने परिवार में जब बात करते हैं तो सच्चाई ही सामने रखते हैं.’

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