हनुमान बेनीवाल ने लिखा सीएम गहलोत को पत्र, पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर उठाए सवाल

मेड़ता सिटी में पुलिस हिरासत में एक व्यक्ति की मौत का मामला, मौत को गलत तरीके से दिखाने का पुलिस पर लगाया आरोप, मृतक के आश्रितों को आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग

Hanuman Beniwal Vs Ashok Gehlot
Hanuman Beniwal Vs Ashok Gehlot

Politalks.News/Rajasthan. नागौर सांसद और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के मुखिया हनुमान बेनीवाल ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं. जिले के मेड़ता सिटी पुलिस स्टेशन में पुलिस प्रताड़ना के चलते एक व्यक्ति की मौत और बाद में मामला दबाने का प्रयास करने को लेकर सांसद बेनीवाल ने नाराजगी जताई है. सांसद बेनीवाल ने मामले का संज्ञान लेते हुए दोषियों के विरूद्ध कानूनी कार्रवाई, 302 के तहत रिपोर्ट दर्ज करने और मृतक के परिजनों को आर्थिक पैकेज दिए जाने की मांग की है. इसकी जानकारी बेनीवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से भी दी है.

मुख्यमंत्री गहलोत को लिखे पत्र में सांसद बेनीवाल ने लिखा कि मेड़ता सिटी पुलिस स्टेशन में शांति भंग के आरोप में सोगावास गांव के तीन लोगों को हिरासत में लिया गया था. इनमें से घेवरराम जाट नाम व्यक्ति की पुलिस प्रताड़ना की वजह से मौत हो गई. बाद में पुलिस द्वारा इस मामले को दबाने की कोशिश की गई. घेवरराम की मौत हिरासत में ही हो गई थी लेकिन अस्पताल में उसे मृत दिखाया गया. जबकि हिरासत के समय कराई गई मेडिकल रिपोर्ट में उसे पूर्ण रूप से स्वस्थ बताया गया था.

Hanuman Beniwal (6)
Hanuman Beniwal Letter to CM Ashok Gehlot

सांसद बेनीवाल ने इस मामले में घटना का संज्ञान लेकर मेड़ता सिटी वृताधिकारी के साथ पूरे थाने को तत्काल एपीओ करके कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है, साथ ही मृत्यु के प्रकरण की 302 धारा में मुकदमा दर्ज करके मृत आश्रित को अधिकतम मुआवजा दिए जाने का भी अनुरोध किया है.

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सांसद हनुमान बेनीवाल ने मीडिया में भी मामले की जानकारी दी. गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में हनुमान बेनीवाल ने बताया कि नागौर जिले के मेड़ता सिटी पुलिस स्टेशन में घेवरराम जाट नामक व्यक्ति की पुलिस प्रताड़ना के कारण हिरासत में हुई मृत्यु अत्यंत दुःखद प्रकरण है. शांति भंग की धारा 151 में गिरफ्तार किए व्यक्ति की पुलिस हिरासत में पुलिस द्वारा की गई मारपीट से हुई मृत्यु होना सिस्टम व पुलिस की कार्यशैली पर बड़ा सवालिया निशान है.

सांसद बेनीवाल ने कहा कि घेवरराम की थाने के हिरासत ही मृत्यु हो गई थी जबकी मृत्यु को अस्पताल में गलत दर्शाया गया. पूरे मामले को कल दबाने का प्रयास किया गया और मृत्यु को हिरासत की जगह अस्पताल में दिखाने का प्रयास किया. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से भी सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मामले का संज्ञान लेने, धारा 302 के तहत मामला दर्ज करने, दोषियों के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्यवाही करने के साथ ही मृतक के परिजनों को आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग की है.

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