Politalks.News/Bihar Election. जैसा कि अनुमान लगाया जा रहा था, बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय जेडीयू में शामिल हो गए हैं. प्रदेश के मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने शुभ मुहूर्त में रविवार शाम साढ़े चार बजे पांडेय को पार्टी की सदस्यता दिलाई और साफा पहनाया. इस दौरान मंत्री अशोक चौधरी, सांसद ललन यादव समेत अन्य जेडीयू नेता मौके पर मौजूद रहे.
बता दें, चुनावी मैदान में उतरने के कयासों के बीच वीआरएस ले चुके पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय शनिवार को भी सूबे के मुखिया नीतीश कुमार से मिलने जेडीयू पार्टी कार्यालय पहुंचे थे. उस समय ही कयास लगे थे कि वह जदयू में शामिल होने जा रहे हैं और नीतीश कुमार उन्हें सदस्यता दिलाएंगे. लेकिन, गुप्तेश्वर पांडेय ने बाहर निकलकर कहा था कि मैं सिर्फ मुख्यमंत्री को धन्यवाद देने आया था कि उन्होंने मुझे डीजीपी के तौर पर काम करने की आजादी दी.
दरअसल, गुप्तेश्वर पांडेय बहुत धार्मिक व्यक्ति हैं और चुनाव लड़ने के उद्देश्य से पार्टी की सदस्यता ग्रहण के लिए काशी के एक पंडितजी ने शनिवार के समय को शुभ नहीं बताया था. पंडितजी ने सदस्यता ग्रहण करने का शुभ समय रविवार को साढ़े 4 बजे से साढ़े 5 बजे के बीच का बताया था. इसी दौरान गुप्तेश्वर पांडेय ने जदयू की सदस्यता ग्रहण की. पांडेय ने चुनाव लड़ने की इच्छा के साथ डीजीपी पद से वीआरएस लिया था और उन्होंने कहा था कि दो दिन के बाद इसकी घोषणा करेंगे कि वो किस पार्टी में जाएंगे. अब पांडेय के पार्टी में शामिल होने के साथ ही यह लगभग साफ हो गया कि गुप्तेश्वर पांडेय बक्सर या बक्सर के आसपास की किसी सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे.
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हालांकि गुप्तेश्वर पांडेय ने ऐसी किसी बात से इनकार किया है. रविवार शाम मुख्यमंत्री आवास में जेडीयू की सदस्यता लेने के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि मुझे राजनीति नहीं आती, पार्टी जो काम देगी मैं उस काम को करूंगा. अगर पार्टी कहेगी तो मैं चुनाव भी लडूंगा. उन्होंने कहा कि मैं एक साधारण व्यक्ति हूं, जिसने अपना समय समाज के निचले तबके के लिए काम करने में बिताया है. गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि अपराध और भ्रष्टाचार के खिलाफ नीतीश कुमार की रणनीति ने उन्हें काफी प्रभावित किया है, इसलिए जदयू की सदस्यता ग्रहण करके उनके साथ काम करने का फैसला किया है. चुनाव के बारे में अभी कुछ नहीं सोचा है, मेरे बारे में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का जो भी निर्णय होगा, मुझे मान्य होगा. दल के आदेश के अनुसार ही मैं भविष्य में काम करूंगा.
आपको बता दें, गुप्तेश्वर पांडेय ने मंगलवार, 22 सितंबर की देर शाम वीआरएस ले लिया था. 1987 बैच के आईपीएस अधिकारी गुप्तेश्वर पांडेय का कार्यकाल पांच महीने बाद समाप्त होने वाला था. 31 जनवरी 2019 को उन्हें सूबे का डीजीपी बनाया गया था. राज्य के पुलिस महानिदेशक के रूप में गुप्तेश्वर पांडेय का कार्यकाल 28 फरवरी 2021 को पूरा होने वाला था.
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गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है. चुनाव आयोग विधानसभा चुनाव को तीन फेज में करवाने जा रहा है. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते चुनाव में कई तरह के बदलाव देखने को मिलने जा रहे हैं. 28 अक्टूबर को पहले फेज की वोटिंग होगी, जबकि दूसरे चरण का मतदान 3 नवंबर को होगा, तीसरा और अंतिम फेज का मतदान 7 नवंबर को होगा. वहीं, नतीजों की घोषणा 10 नवंबर को होगी.