Rajasthan Politics: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा द्वारा दिए गए बयान को लेकर प्रदेश भाजपा नेताओं ने डोटासरा पर जमकर निशाना साधा. प्रदेश भाजपा प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने डोटासरा पर निशाना साधते हुए कहा कि डोटासरा की सोच सामंतवादी है. कांग्रेस नेताओं के बयान बता रहे है कि रस्सी जल गई लेकिन बल नहीं गया है. गौरतलब है कि डोटासरा ने सीएम भजनलाल शर्मा पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि भोजन और टेंट की व्यवस्था करने वाले भाजपा ने सीएम बनाया है.
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद डोटासरा के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर जोधपुर में दिये गये बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कहा कि कांग्रेस अपनी करारी हार को पचा नहीं पा रही है. इसलिए ये लोग ओछे और मनमाने बयान देकर अपनी खीज उतार रहे हैं. खुद को किसान पुत्र कहकर डींग हाकने वाले गोविंद डोटासरा की सोच और मानसिकता पूरी तरह सामंतवादी है. जिस तरह कांग्रेस में एक परिवार का गुणगान करके बड़े पद पाने का रिवाज, उसी चश्मे से कांग्रेस के लोग भाजपा को देख रहे हैं, जबकि यह उनकी भूल है. भाजपा में पूरी तरह से लोकतंत्र है हमारे यहां कोई छोटा या बड़ा नहीं है, प्रत्येक कार्यकर्ता को समान तवज्जो दी जाती है.
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लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कहा कि एक सामान्य किसान के घर जन्म लेकर मुख्यमंत्री के पद तक पहुँचने वाले भजनलाल शर्मा को कांग्रेस बर्दाश्त नहीं कर पा रही है. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष, अशोक गहलोत और प्रदेशप्रभारी रंधावा की इसी अहंकारी सोच के चलते प्रदेश में उनकी ये दुर्दशा हुई है. कांग्रेस राज में पिछले पांच सालों तक प्रदेश में अराजकता, महिला अत्याचार, पेपर लीक, दलित उत्पीड़न चर्म पर रहा है और कांग्रेस के नेता मुफ्त की योजनाओं के नाम पर जनता को गुमराह करते रहे. जनता ने कांग्रेस सरकार की इन्ही कारगुजारियों से त्रस्त होकर उन्हे सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया है. मौजूदा समय में कांग्रेस नेताओं के छदम बयानों पर यह कहावत चरितार्थ होती है कि, रस्सी जल गई लेकिन बल नहीं गया.
लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कहा कि कांग्रेस पार्टी प्रदेश को बदहाल स्थिति में छोड़कर गई थी, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा प्रदेश को कर्जे से बाहर निकालकर पटरी पर लाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस के नेता ओछी बयानबाजी और अनर्गल आरोप लगाने से बाज नहीं आ रहे हैं. प्रदेश की भजनलाल सरकार गरीब को उसका हक दिलाने के लिए और कानून व्यवस्था स्थापित करने के लिए प्रयास कटिबद्ध है. इसका प्रत्यक्ष उदाहरण ईआरसीपी समझौता, पेपर लीक पर एसआईटी का गठन, महज 450 रूपये में एलपीजी गैस सिलेंडर सहित अन्न्पूर्णा योजना हैं.