द्रविड़ मुनेत्र कषगम (DMK) पार्टी के सांसद ए. राजा के हिंदू धर्म और ‘भारत माता की जय’ को लेकर दिए गए एक बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने आपत्ति जताई है. इस बयान के बाद बीजेपी के फायरब्रांड नेता और केंद्र मंत्री गिरिराज सिंह ने ए.राजा पर फायर किया है. उन्होंने कहा कि हनुमान जी की ताकत ऐसी होगी कि उनकी गदा से इनका नाश हो जाएगा. गिरिराज सिंह ने कहा कि डिया गठबंधन में ए राजा हों, लालू यादव हों या राहुल गांधी हों, ये लोग सनातन संस्कृति को खत्म करना चाहते हैं इसलिए ए.राजा हनुमान जी को ‘बंदर’ कहते हैं. इससे पहले बीते दिनों डीएमके नेता ने ‘भारत माता की जय’ और भगवान राम को लेकर विवादित बयान दिया था. इसके बाद डीएमके की सहयोगी कांग्रेस पार्टी ने न सिर्फ पल्ला झाड़ लिया है, बल्कि उनके बयान की आलोचना भी की है.
ए.राजा के विवादित बयान पर कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, ‘मैं उनके बयान से 100 फीसदी असहमत हूं. मैं इस मंच से ऐसे बयान की निंदा करती हूं. मेरा मानना है कि राम सबके हैं और सर्वव्यापी हैं. मेरा मानना है कि राम जिन्हें इमाम-ए-हिंद कहा जाता था वो समुदायों, धर्मों और जातियों से ऊपर हैं. राम जीवन जीने के आदर्श हैं. राम मर्यादा हैं, राम नीति हैं, राम प्रेम हैं. मैं इसकी निंदा करती हूं और मुझे लगता है कि लोगों को बात करते समय संयम बरतना चाहिए.’
वहीं कांग्रेस नेता हरीश रावत ने डीएमके नेता राजा के बयान की आलोचना करते हुए कहा, ‘ए. राजा का बयान स्वीकार नहीं किया जा सकता. हम संविधान की शपथ लेते हैं और भारत माता की जय नहीं कहते हैं, यह स्वीकार्य नहीं है. ऐसे लोग भारत के संविधान के प्रति भी प्रतिबद्ध नहीं हो सकते.’
ए.राजा का वो बयान, जिस पर मचा बवाल
3 मार्च को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के जन्मदिवस पर हुई एक सभा में डीएमके सांसद ए. राजा ने भारत को एक देश मानने से इनकार कर दिया था. उन्होंने कहा था कि हम ‘जय श्री राम’ और ‘भारत माता की जय’ को कभी स्वीकार नहीं करेंगे. तमिलनाडु ये कभी स्वीकार नहीं करेगा. अपने लोगों को जाकर कह दीजिए कि हम राम के दुश्मन हैं.
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ए.राजा ने यह भी कहा कि भारत एक उपमहाद्वीप है क्योंकि यहां कई परंपराएं और संस्कृतियां हैं. तमिलनाडु में एक भाषा, एक संस्कृति है. ये एक देश है. मलयालम एक भाषा है, उनका एक राष्ट्र है. ओडिशा एक देश है, वहां एक भाषा है. केरल में अलग, दिल्ली में अलग भाषा और संस्कृति है. ये सारे देश मिलकर भारत को बनाते हैं इसलिए भारत एक देश नहीं, बल्कि एक उपमहाद्वीप है.
पहले भी कई बार निशाने पर आ चुके ए.राजा
ऐसा पहली बार नहीं है कि डीएमके नेता ए.राजा ने धर्म और समुदाय को लेकर कोई टिप्पणी की है. इससे पहले भी अपने विवादित बयानों को लेकर राजा कई बार विपक्ष के निशाने पर आ चुके हैं. चूंकि आम चुनाव सिर पर हैं और पूरे देश में राम मंदिर की बयार छायी हुई है. ऐसे में सत्ताधारी पार्टियों के नेताओं की ओर से ऐसे बयान बीजेपी के लिए ‘संजीवनी’ साबित हो सकते हैं.