Gajendra singh shekhawat on gehlot gov: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीते दिन जालोर में बड़ा बयान देते हुए भाजपा व आरएसएस पर धर्म के नाम पर लोगों को भड़काने का आरोप लगाया था. इसके साथ ही सीएम गहलोत ने कहा था राजस्थान में हम हिंदुत्व को एजेंडा नहीं बनने देंगे. मुख्यमंत्री गहलोत की आरएएस और भाजपा पर दिए गए बयान पर आज केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने जमकर पलटवार किया.
मंत्री शेखावत ने कहा कि आरएसएस और भाजपा के खिलाफ आज तक दंगे भड़काने का कोई प्रमाण नहीं मिला है, जबकि गहलोत सरकार की तुष्टीकरण की नीति राजस्थान में दंगों के लिए जिम्मेदार है. कांग्रेस की धार्मिक भेदभाव की सोच और प्रशासन की ढिलाई जिम्मेदार है.
यह भी पढ़ें: जीत का फॉर्मूला 475- कांग्रेस को 250 के आसपास सीटें देना चाहता है संयुक्त विपक्ष!
मंत्री शेखावत ने कहा कि भाजपा-आरएसएस दंगों की राजनीति में विश्वास नहीं करते है. भाजपा-आरएसएस के खिलाफ आज तक दंगे भड़काने का कोई प्रमाण नहीं मिला है. राजस्थान में गहलोत सरकार की तुष्टीकरण की नीति से दंगे फैलते हैं, जिससे निर्दोष लोग मारे जाते हैं और काम-धंधों का नुकसान होता है. इस सरकार में तुष्टीकरण की हालत यह है कि दंगों की जांच और आरोपियों को पकड़ने में भी धार्मिक आधार पर भेदभाव किया जाता है. यह स्थिति किसी से छिपी हुई नहीं है. तुष्टीकरण की नीति से जनता में आक्रोश है. यह आक्रोश आगामी चुनाव में कांग्रेस की हार के रूप में सामने आएगा.
चुनाव आते ही गोभक्त हो जाते हैं मुख्यमंत्री
मंत्री शेखावत ने कहा कि चुनाव का समय आते ही मुख्यमंत्री गोभक्त हो जाते हैं. सीएम गहलोत गौदान करने का राग अलापते हैं, लेकिन वे यह भूल जाते हैं कि राजस्थान में लाखों गायें लंपी से मर गई थीं, उनके उपचार में यह सरकार पूरी तरह तरफ विफल साबित हुई थी. अब सरकार ने मात्र 76 हजार मौतें लंपी से मानी है, जबकि इस महामारी में लाखों गायें मारी गई थीं. गोपालकों को मुआवजा देने का ढोल तो पीटा जा रहा है, लेकिन वह अभी तक पूरा नहीं दिया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राज्य में अभी तक 42 हजार दुधारू गायों का ही मुआवजा दिया है. इसके लिए भी पशुपालकों को राहत शिविरों में बुलाकर परेशान किया जा रहा है.