Cpjoshi On Gehlot Government: देश के कई राज्यों इन दिनों बिपरजॉय तूफान से भारी तबाही हुई है. राजस्थान के कई जिलों में भी बिपरजॉय तूफान से भारी नुकसान हुआ है. राजस्थान में बिपरजॉय तूफान से हुए नुकसान पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीपी जोशी ने प्रदेश की गहलोत सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा की पहले से हीं इस तूफान की भयावता को लेकर सभी प्रकार की सूचनाएं सरकार के पास थी. आपदा प्रबंधन को लेकर भी प्रदेश सरकार ने दावे किए थे कि हमने सभी प्रकार की तैयारी कर ली है. इसके बावजूद भी दक्षिण-पश्चिम राजस्थान के 5 जिलों सहित अन्य स्थानों पर तूफान से भारी नुकसान हुआ है.
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा की समाचार पत्रों की सूचना के आधार पर बिपरजॉय से 7 लोगों की मृत्यु हो गई है. सैंकड़ो लोग पानी में फंसे हुए हैं. कई घर ध्वस्त हो चुके हैं. प्रदेश में अनेकों लोग बेघर हो चुके हैं. कई गांव जलमग्न हो चुके हैं, लोगों के पास खाने पीने की वस्तुओं का अभाव है. कई लोगों के मवेशी मर चुके हैं और अस्पताल में पानी भरने से भर्ती मरीजों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
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सीपी जोशी ने कहा कि गहलोत सरकार आपदा प्रबंधन में पूर्ण रूप से विफल रही है. इस कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को गुजरात सरकार के आपदा प्रबंधन से सीख लेनी चाहिए, वहां 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तूफान आने के बाद भी किसी भी प्रकार की कोई जनहानि नहीं हुई. गुजरात सरकार ने तूफान से प्रभावित लोगों को सहायता राशि प्रदान की, जिससे लोगों को रोजमर्रा का रोजगार न होते हुए भी खाने पीने की वस्तुएं खरीदने में किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो. बिजली के खंभे उखड़ने से बिजली की सप्लाई प्रभावित हुई उसे तुरंत सही कर दिया गया.
सीपी जोशी ने कहा की प्रदेश में 40 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तूफान आने के बाद भी सैकड़ों गांव ऐसे हैं, जहां पिछले दिनों से बिजली नहीं है. मुख्यमंत्री गहलोत सिर्फ झूठी घोषणाएं करने में व्यस्त चल रहे हैं और बाढ़ में फंसी जनता परेशान हो रही है.
सीपी जोशी ने प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि तूफ़ान प्रभावित क्षेत्र का दौरा ना तो मुख्यमंत्री ने किया और ना ही सरकार के किसी मंत्री ने किया. इसके अलावा तूफान पीड़ित लोगों के लिए किसी प्रकार की सहायता राशि की घोषणा भी नहीं की गई. हमारी मुख्यमंत्री गहलोत से मांग है कि राज्य आपदा प्रबंधन राहत (एसडीआरएफ) से तूफान से प्रभावित लोगों के तत्काल ठहरने, खाने पीने की व्यवस्था सहित आवश्यक सहायता शीघ्रातिशीघ्र उपलब्ध करवाई जाए