मुख्यमंत्री गहलोत ने पीएम मोदी से मनरेगा श्रमिकों को एडवांस व RBI द्वारा ऋण की किश्तों को स्थगित कराने की मांग की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सभी प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों से कोरोना संकट पर की वार्ता, वैश्विक महामारी कोरोना से निपटने के लिए राज्यों को एक लाख करोड़ रुपए की सहायता तत्काल उपलब्ध करवाई जाए- सीएम गहलोत

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पॉलिटॉक्स न्यूज़/राजस्थान. उदयपुर में पहला कोरोना पॉजिटिव मिलने के साथ ही अब तक प्रदेश के 15 जिलों में कोरोना वायरस का संक्रमण फैल गया है. इसके साथ ही प्रदेश में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या 3 और कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 133 हो गई है. इसी बीच गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सभी प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों से कोरोना संकट पर वार्ता की. इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि वैश्विक महामारी कोरोना से निपटने के लिए राज्यों को एक लाख करोड़ रुपए की सहायता तत्काल उपलब्ध करवाई जाए, साथ ही संकट की इस घड़ी में आवश्यक वस्तुओं, दवाओं एवं चिकित्सा उपकरणों की निर्बाध आपूर्ति के लिए केंद्र सरकार इंटर स्टेट सप्लाई चेन प्रोटोकॉल शीघ्र लागू करें.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को राज्य सरकार द्वारा बेसहारा एवं निराश्रितों, गरीबों, निर्माण श्रमिकों सहित तमाम जरूरतमंद वर्गों को राहत पहुंचाने के लिए किए गए फैसलों से अवगत कराते हुए मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि कोरोना जैसी आपदा का सामना करने के लिए केंद्र सरकार का पर्याप्त सहयोग राज्यों के लिए बेहद जरूरी है. मंदी के कारण देश के अधिकतर राज्य पहले से ही विकट आर्थिक परिस्थितियों से जूझ रहे हैं. ऐसे में कोरोना संक्रमण के कारण जारी लॉक डाउन से प्रदेश का पूरा अर्थतंत्र प्रभावित हो रहा है. उद्योग-धंधे बंद पडे़ हैं, राजस्व अर्जन की ज्यादातर गतिविधियां बंद होने से लक्ष्य के मुकाबले काफी कम राजस्व एकत्र हो पाया है. सीएम गहलोत ने बताया कि कोरोना संक्रमण की चुनौती से निपटने के लिए राज्य सरकार को जरूरतमंद वर्गों को अतिरिक्त सहायता एवं आर्थिक पैकेज उपलब्ध करवाना पड़ा है. इसके चलते प्रदेश की आर्थिक स्थिति पर बेहद प्रतिकूल असर पड़ा है. इसे देखते हुए केंद्र सरकार जल्द से जल्द राहत पैकेज उपलब्ध करवाए और प्रदेश के लिए उधार लेने की क्षमता को 2 प्रतिशत तक बढ़ाने की अनुमति प्रदान करें.

 

मुख्यमंत्री गहलोत ने पीएम मोदी को बताया कि कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए फिलहाल सभी राज्य पीपीई उपकरणों एवं वेंटीलेटरों की अलग-अलग खरीद कर रहे हैं. इससे इनकी दरें ज्यादा आने के साथ ही उनमें भिन्नता भी रहती है. केंद्र सरकार भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के माध्यम से इस खरीद व्यवस्था का समन्वय करे, ताकि सभी राज्यों को आवश्यक मेडिकल उपकरण एवं वेंटीलेटर उचित दरों पर एवं समय पर उपलब्ध हो सकें.

इसके साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया कि गरीब तबके को संकट के इस समय में और मदद मिल सके, इसके लिए केंद्र सरकार राज्यों को रजिस्टर्ड एवं एक्टिव मनरेगा श्रमिकों का पैसा एडवांस दे, साथ ही केंद्र सरकार भारतीय रिजर्व बैंक एवं अन्य केंद्रीय संस्थाओं को राज्य द्वारा देय ऋण की किश्तों को भी स्थगित करे. इससे कमजोर और गरीब वर्ग को बड़ी मदद मिलेगी और संकट के इस समय में उनका मनोबल भी बढ़ेगा.

 

सीएम गहलोत ने प्रधानमंत्री मोदी को आगे बताया कि राज्य सरकार इस आपदा का पूरे संकल्प एवं समर्पण भाव के साथ सामना कर रही है. हम इस चुनौती से निपटने के लिए 24 घंटे लगातार काम कर रहे हैं. इसके लिए राज्य एवं जिला स्तर पर वार रूम बनाए गए हैं. स्थिति पर सतत निगरानी रखने तथा त्वरित निर्णय के लिए वरिष्ठ अधिकारियों का एक कोर गु्रप भी बनाया गया है. प्रदेश में आईसोलेशन के लिए एक लाख बैड की व्यवस्था कर ली गई है. पूर्व में स्वाइन फ्लू से निपटने के लिए विकसित की गई जांच एवं अन्य सुविधाओं तथा अनुभवों का भी हमें लाभ मिल रहा है.

अपने संकल्प के बारे में बताते हुए मुख्यमंत्री गहलोत पीएम मोदी को बताया कि हमारा संकल्प है कि लॉक डाउन के कारण प्रदेश में एक भी व्यक्ति भूखा नहीं सोए तथा लोगों की परचेजिंग पावर बनी रहे, इसके लिए 78 लाख लाभार्थियों को सामाजिक सुरक्षा के तहत मिलने वाली पेंशन का फरवरी माह का भुगतान कर दिया गया है एवं मार्च माह का भुगतान भी इसी सप्ताह हो जाएगा. राज्य सरकार इस पर 1500 करोड़ रूपए वहन कर रही है. साथ ही सामाजिक सुरक्षा पेंशन के दायरे में नहीं आने वाले जरूरतमंद वर्गों के करीब 31 लाख परिवारों को 2500 रूपए की अनुग्रह राशि उपलब्ध करवाई जा रही है. हमने हर वर्ग को अपने फैसलों से राहत पहुंचाई है. सीएम गहलोत ने यह भी बताया किनलॉकडाउन को लेकर केंद्र सरकार की ओर से जो भी एडवाइजरी जारी की जा रही है, राज्य सरकार उसकी प्रभावी पालना सुनिश्चित कर रही है. राजस्थान इस महामारी को लेकर पूरी तरह सतर्क और सजग है. हम इस चुनौती का सामना करने में किसी तरह की कमी नहीं आने देंगे.

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प्रधानमंत्री मोदी के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा, मुख्य सचिव डीबी गुप्ता, अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह राजीव स्वरूप, पुलिस महानिदेशक भूपेन्द्र सिंह, अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा रोहित कुमार सिंह सहित और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे.

बता दें, अभी तक जयपुर में सर्वाधिक 41, भीलवाड़ा में 26, झुंझुनूं में 9, जोधपुर में 10, चुरू में 8, अजमेर में 5, टोंक में 4, डूंगरपुर में 3, प्रतापगढ व अलवर में दो-दो, पाली, सीकर, उदयपुर, भरतपुर व धौलपुर में एक-एक कोरोना पॉजिटिव केस सामने आ चुका है. इनमें से 14 कोरोना पॉजिटिव तब्लीगी जमात से लौटे लोग हैं, वहीं प्रदेश में इरान से रेस्क्यू कर लाये लोगों में से भी है 18 पॉजिटिव मरीज हैं. वहीं आज प्रदेश में कोरोना वायरस के चलते तीसरी मौत हो गई. इसके साथ ही प्रदेश में कुल कोरोना पॉजिटिव की संख्या बढ़कर 133 हो गई है.

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