GajendraSingh Shekhawat On CM Gehlot: राजस्थान के जोधपुर में बीते दिन हुए गैंगरेप मामले में पक्ष-विपक्ष के नेताओं की बयानबाजी चरम पर है. केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने इस मामले को लेकर कहा कि राज्य की गहलोत सरकार अपनी विफलताओं से ध्यान हटाने के लिए भाजपा पर आरोप लगा रही है. मंत्री शेखावत ने जोधपुर में नाबालिग के साथ जेएनवीयू परिसर में हुए गैंगरेप प्रकरण में सरकार पर पलटवार करते हुए कहा कि इस घटना ने सरकार की कानून व्यवस्था की पोल खोल दी है. इस घटना में जो लोग लापरवाही के जिम्मेदार हैं, वे ही अपनी पीठ थपथपा रहे हैं.
मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने आज जोधपुर में पत्रकारों से वार्ता में कहा कि जेएनवीयू परिसर में नाबालिग के साथ उसके प्रेमी के सामने हुई गैंगरेप की घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूण है. ऐसे नराधमों को कठोर से कठोर सजा मिलनी चाहिए, लेकिन चिंताजनक यह है कि इस घटना में जो लोग लापरवाही के जिम्मेदार हैं, वे ही अपनी पीठ थपथपा रहे हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और बाल अधिकार का काम देखने वाली एक कांग्रेस नेत्री मुझ पर चुप्पी साधने की टिप्पणी कर रही है, लेकिन वे यह नहीं देख रहे कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसकी जिम्मेदारी किसकी है? इस घटना से कुछ दिन पहले भी जोधपुर में ही स्कूल के एक कर्मचारी ने सात साल की बच्ची से रेप किया.
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मंत्री शेखावत ने गहलोत सरकार को कठघरे में खड़े करते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं के लिए जिम्मेदार कौन है? सरकार अपनी विफलताओं से ध्यान भटकाने के लिए भाजपा पर आरोप लगाती है. इस घटना में पुलिस ने अपने राजनीतिक आकाओं के दबाव में एक राजनीतिक संगठन को इससे एसोसिएट कर दिया है.
मंत्री शेखावत ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि ऐसी कितनी घटनाएं हुईं? इसे रोकने के लिए क्या किया गया? सरकार के सर्विलांस सिस्टम क्या हुआ? पुलिस गश्त का क्या हो रहा है? नाबालिग प्रेमी जोड़ा सड़क पर घूम रहा था. पुलिस चौकी से सौ मीटर दूर बलात्कार हुआ. तब पुलिस कहां थी?
पेपरलीक में निष्पक्ष जांच हो तो कई नेता जेल जाएंगे
केन्द्रीय मंत्री शेखावत ने कांग्रेस नेता गोपाल केसावत के पेपरलीक प्रकरण में एसीबी द्वारा पकड़े जाने के मामले में कहा कि इस मामले में पहले मुख्यमंत्री कहते थे कि पेपरलीक प्रकरण में कोई नेता और अधिकारी शामिल नहीं है. अब नेता भी सामने आ गए और अधिकारी भी. सरकार असली मुद्दों से ध्यान भटकाने का प्रयास कर रही है. यदि पेपरलीक प्रकरण में निष्पक्ष जांच होगी तो केसावत जैसे कई नेता जेल जाएंगे. कांग्रेस पेपरलीक करने वालों के साथ है. इसका उदाहरण कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद हैं, जो पेपरलीक के आरोपियों को बचाने के लिए उनकी पैरवी कर रहे हैं.
भ्रष्टाचार में गहलोत सरकार नंबर वन
मंत्री शेखावत ने कहा कि राज्य की गहलोत सरकार भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने में एक नंबर पर है. देश में बेरोजगारी का आंकड़ा सबसे ज्यादा राजस्थान में है. सरकार आत्ममुग्धता के भाव में है, जबकि राजस्थान में हर तीन में से एक युवा बेरोजगार है. भ्रष्टाचार का संस्थानीकरण हो गया है. विधायक स्वयं भ्रष्टाचार में लिप्त हैं.