गजेन्द्र सिंह शेखावत और भंवर लाल शर्मा की बढ़ी मुश्किलें, खरीद फरोख्त की ऑडियो टेप निकली सही

एफएसएल की जांच में टेप निकली सही, वॉयस सैंपलिंग के बाद मामले का सच जल्दी आ सकता है सामने, कोर्ट के आदेश का हो रहा इंतजार, गजेंद्र सिंह और विधायक भंवरलाल शर्मा को वॉयस सैंपल के लिए बुलाया जा सकता है जल्दी, अगर आवाज सटीक बैठी तो कांग्रेस का दावा होगा सही

Gajendra Singh
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PoliTalks.news/Rajasthan. राजस्थान में चल रहे सियासी संकट और घमासान के बीच एसओजी को एक बड़ी कामयाबी मिली है. विधायक खरीद-फरोख्त के मामले में वायरल हो रहा ऑडियो टेप सही निकला है. स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने ऑडियो टेप की एफएसएल जांच करवाई थी, जो सही पाई गई है और इसमें किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं की गई है. वॉयस सैंपलिंग के बाद मामले का सच सामने आ सकता है. ऐसे में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.

ऑडियो टेप की एफएसएल जांच रिपोर्ट आने के बाद अब एसओजी ने मजिस्ट्रेट कोर्ट में अर्जी लगाई है कि अब आगे की जांच के लिए केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह और कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा के आवाज के नमूने की जांच जरूरी है. एसओजी के अनुसार, वायरल ऑडियो एफएसएल जांच के लिए 28 जुलाई को भेजा गया था जिसकी परीक्षण रिपोर्ट शुक्रवार को आ गई है. एसओजी ने कोर्ट से कहा है कि नोटिस देने के बावजूद गजेंद्र सिंह और भंवरलाल शर्मा वॉयस सैंपलिंग के लिए नहीं आ रहे हैं इसलिए कोर्ट आदेश दे कि आगे की जांच के लिए वे अपना वॉयस सैंपल एसओजी को दें.

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कोर्ट की अगली सुनवाई में जहां तक माना जा रहा है, गजेंद्र सिंह और विधायक भंवरलाल शर्मा को वॉयस सैंपल देने जाना पड़ेगा. अब दोनों की आवाज ऑडियो टेप से मैच हुई, जैसाकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दावा कर रहे हैं, ऐसे में दोनों नेताओं की मुश्किलें बढ़ना तय है. वहीं सीएम गहलोत का हॉर्स ट्रेंडिंग और सरकार गिराने की कोशिश करने का दावा सच साबित होगा. अगर सच में यही घटनाक्रम घटता है तो अशोक गहलोत एक नेशनल लीडर के तौर पर देश की राजनीति पर छा जाएंगे.

उधर कल मुख्य आरोपी बताए जा रहे संजय जैन ने कोर्ट में आवाज के नमूने देने से ये कहते हुए मना कर दिया कि यह राजनीतिक मामला है और मुझे जांच एजेंसियों पर भरोसा नहीं है. जैन ने कहा कि आवाज के नमूने का गलत प्रयोग कर मुझे फंसाया जा सकता है. गौरतलब है कि इस मामले में पहले ही दो आरोपी अशोक सिंह और भरत मालानी ने आवाज के नमूने देने से मना कर दिया था. कोर्ट ने इस पूरे मामले की तथ्यात्मक रिपोर्ट 4 अगस्त को मांगी है.

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क्या है पूरा मामला

महेश जोशी ने 10 जून को शिकायत दर्ज कराई थी कि विधायकों को लालच दिया जा रहा है. उन्होंने दो ऑडियो क्लिप प्रस्तुत की और अपने बयान में विधायक भंवरलाल शर्मा, संजय जैन और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह का नाम लिया है. कथित तौर पर ऑडियो में सचिन पायलट के करीबी भंवरलाल शर्मा और केंद्रीय मंत्री एवं जोधपुर सांसद गजेंद्र सिंह की आवाज आ रही है जिसमें दोनों विधायकों की खरीद फरोख्त की बात कर रहे हैं. कांग्रेस की ओर से आरोप लगाया गया है कि भाजपा सचिन पायलट खेमे के विधायकों के साथ मिलकर अशोक गहलोत की सरकार को गिराने के लिए साजिश रच रही है. विधायक खरीद-फरोख्त ऑडियो टेप मामले को लेकर एक एफआईआर भी दर्ज कराई गई है.

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