Rajasthan Politics: देश की राजनीति में इन दिनों दल बदल का खेल जोर शोर से जारी है. अपनी पार्टी से असंतुष्ठ नेता इन दिनों दूसरी पार्टी में शामिल हो रहे हैं. राजस्थान में बीते दिन कई पूर्व मंत्रियों और विधायकों ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा तो आज चुरू से भाजपा के सांसद राहुल कस्वां ने दिल्ली में पहले सांसद पद और फिर भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा देकर कांग्रेस का दामन थाम लिया. इस दौरान खुद कस्वां ने केंद्र सरकार पर किसानों की आवाज को अनसुना करने का आरोप लगाया तो वहीं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा किसान के बेटे राहुल कस्वां को प्रताड़ित किया गया.
राहुल कस्वां ने आज भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता त्यागते हुए दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. इस दौरान राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार लगातार देश के किसानों के विरूद्ध कार्य कर रही है. केन्द्र सरकार ने किसानों एवं कृषि के हितों पर कुठाराघात करते हुए तीन काले कानून लागू किए थे, किसान आंदोलन के पश्चात् केन्द्र सरकार ने जो समझौता किया था उससे भी आज भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र सरकार मुकर गई है, जो कि किसानों के साथ वादाखिलाफी है.
यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र में सेट हो गया एनडीए का सीट शेयरिंग फॉर्मूला! ‘दादा’ चल रहे नाराज
डोटासरा ने कहा कि देश का गौरव बढ़ाने वाली पहलवान बेटियों के साथ जिस प्रकार का बर्ताव किया गया, उससे पूरा देश दुःखी है. राजस्थान एवं देश के किसान भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र सरकार की गलत नीतियों से त्रस्त है. हद हो गई जब भारतीय जनता पार्टी द्वारा किसान के बेटे राहुल कस्वां को प्रताड़ित किया गया, क्योंकि उन्होंने समय-समय पर केन्द्र सरकार के समक्ष किसानों के मुद्दे उठाए. केन्द्र सरकार ने किसानों के मुद्दे पर ना तो जवाब दिया और ना ही कोई कार्यवाही की.
डोटासरा ने कहा कि राहुल कस्वां के परिवार का राजस्थान के किसान एवं माता-बहनों के लिए कार्य करने का 50 साल पुराना इतिहास है, इनके पार्टी में शामिल होने से कांग्रेस और अधिक मजबूत होगी. भारतीय जनता पार्टी में गत् दिवस शामिल हुए समस्त नेता अपना जनाधार खो चुके है उनके जाने से कांग्रेस पार्टी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.