हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में मतदान के बाद न्यूज चैनल्स और एजेंसियों ने एग्जिट पोल जारी कर दिए हैं. देश के 8 प्रमुख पोल्स ने बीजेपी को हरियाणा में एग्जिट का रास्ता दिखाया है. यहां कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिलते दिख रहा है. वहीं जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस गठबंधन सबसे आगे चल रहा है. हालांकि बहुमत से दूर है. बीजेपी यहां काफी पीछे है. ऐसे में यहां भी बीजेपी प्रमुख विपक्षी दल बनकर विधानसभा में बैठते दिख रहा है. दोनों राज्यों के नतीजे 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे.
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हरियाणा में बहुमत से काफी आगे कांग्रेस –
बात करें हरियाणा विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल्स की, तो यहां शनिवार को मतदान संपन्न हुआ है. यहां भारतीय जनता पार्टी का सरकार की हैट्रिक बनने का सपना बिखरते हुए दिख रहा है. हरियाणा में कांग्रेस स्पष्ट बहुमत से भी आगे चल रही है. जजपा, आसपा, आम आदमी पार्टी सहित अन्य छोटी मोटी पार्टियां पूरी तरह से साफ हो गयी हैं. इनेलो-बसपा को अधिकतम दो सीटें मिल रही है. कांग्रेस 50 के पार और बीजेपी 20 से 26 सीटों पर सिमटती नजर आ रही है. 90 सीटों वाली हरियाणा विधानसभा में बहुमत के लिए 46 सीटें चाहिए. ऐसे में यहां कांग्रेस की स्पष्ट बहुमत वाली सरकार बनने की पूरी पूरी संभावनाएं बन रही है.
हरियाणा विस चुनाव : एग्जिट पोल के नतीजे
हरियाणा में 66.96 प्रतिशत वोटिंग –
हरियाणा में कुल 66.96 फीसदी मतदान हुआ है. यह 2019 में हुए विस चुनाव से 1.24 प्रतिशत कम है. अमुमन जब वोटिंग शेयर गिरता है तो सरकार रिपीट होती है. हालांकि एग्जिट पोल के नतीजों में यह रिवाज भी मिथ्या होते नजर आ रहा है. पिछले विस चुनाव में 68.20 प्रतिशत मतदान हुआ था.
जम्मू-कश्मीर में निर्दलीय बनेंगे किंगमेकर –
जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस-एनसी गठबंधन सबसे बड़े दल के तौर पर उभर रहे हैं. हालांकि गठबंधन बहुमत से 5-7 सीटें दूर रहता दिख रहा है. कांग्रेस गठबंधन को औसतन 40-42 सीटें मिल रही है. 90 सीटों वाली जम्मू-कश्मीर विधानसभा में बहुमत 46 सीटों पर मिलेगा. बीजेपी 27 सीटों के करीब है. पीडीपी को 7 और अन्य को 15 के करीब सीटें मिल रही है. एक संभावना ये भी है कि पीडीपी और सभी निर्दलीय + अन्य को मिलाकर बीजेपी सरकार बना ले. हालांकि निकट भविष्य में सरकार के डगमगाने का खतरा हमेशा रहेगा. फिर भी राजनीति में संभावनाओं के लिए काफी जगह है.
जम्मू-कश्मीर में 63.88 प्रतिशत वोटिंग –
जम्मू-कश्मीर में तीनों चरणों में कुल 63.88 फीसदी मतदान हुआ है. यह 2014 में हुए अंतिम विस चुनाव से 2.52 प्रतिशत कम है. पिछले विस चुनाव में 66.4 प्रतिशत मतदान हुआ था. प्रदेश में अनुच्छेद 370 हटने के बाद राज्य में यह विधानसभा का पहला चुनाव है.