पॉलिटॉक्स ब्यूरो. चुनाव आयोग ने बयानवीर बने बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर और प्रवेश शर्मा की बोलती बंद करते हुए उनके नाम स्टार प्रचारकों की लिस्ट से हटाने के निर्देश दिए हैं. जाहिर सी बात है कि लिस्ट से नाम हटने के बाद दोनों नेता दिल्ली विधानसभा चुनाव में सामान्य कार्यकर्ता के तौर पर ही प्रचार प्रसार कर पाएंगे. स्टार प्रचारक लिस्ट से बाहर होने पर प्रवेश वर्मा और अनुराग ठाकुर की गिनती समान्य कार्यकर्ता के रूप में की जाएगी. पार्टी की ओर से प्रचार के दौरान दिया गया वाहन दोनों नेताओं से वापस ले लिया जाएगा. अगर वह कही चुनाव प्रचार करते हैं तो उनका पूरा खर्चा उस क्षेत्र से उम्मीदवार को ही उठाना होगा. मतलब ये कि दोनों नेता अब सामान्य कार्यकर्ता के रूप में ही चुनाव प्रचार कर सकेंगे.
दोनों के विवादित बयान देने पर संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग ने ये कार्रवाई की. दोनों नेताओं को नोटिस पहले ही जारी किए जा चुके हैं. बुधवार को भी मादीपुर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पश्चिमी दिल्ली से बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा केजरीवाल को नक्सली और आतंकी कहकर संबोधित किया. बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा कि सीएम केजरीवाल आतंकवादी हैं और अगर अपनी बहन-बेटियों को बचाना है तो उन्होंने भगाना होगा. उन्होंने ये भी कहा कि अगर फिर से उनकी सत्ता आई तो मादीपुर की सड़कें शाहीन बाग बन जाएंगी. इससे पहले प्रवेश समुदाय विशेष पर विवादित टिप्पणी कर चुके हैं.
सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा कि प्रवेश वर्मा ने कहा है कि दिल्ली में केजरीवाल जैसे नटवरलाल और आतंकवादी छुपे हुए हैं, उन्हें बाहर निकालना है. उन्होंने कहा कि कश्मीर में आतंकवादियों से लड़ें या दिल्ली में ‘केजरीवाल जैसे आतंकवादी से’. प्रवेश वर्मा मादीपुर से बीजेपी उम्मीदवार कैलाश शांकला के चुनाव कार्यालय के उद्घाटन में पहुंचे थे. बीजेपी सांसद ने कहा कि अगर केजरीवाल की फिर से सत्ता में वापसी हुई तो मादीपुर की सड़कें शाहीन बाग में तब्दील हो जाएंगी.
इससे पहले सोमवार को प्रवेश वर्मा ने शाहीन बाग पर आपत्तिजनक बयान दिया. प्रवेश वर्मा ने कहा था, ‘लाखों लोग वहां इकट्ठा होते हैं. दिल्ली के लोगों को सोच समझ कर फैसला लेना होगा. वह आपके घरों में घुसेंगे, आपकी बहनों और बेटियों के साथ बलात्कार करेंगे, उन्हें मारेंगे. आज वक्त है. मोदी जी और अमित शाह कल आपको बचाने नहीं आएंगे. वर्मा के इस आपत्तिजनक बयान के बाद चुनाव आयोग हरकत में आ गया और बीजेपी सांसद को नोटिस जारी करते हुए 30 जनवरी तक उनसे इस टिप्पणी पर जवाब मांगा है. इससे पहले केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के ‘गाली मारो…’ बयान पर भी काफी बवाल हो चुका है. चुनाव आयोग ने उनसे 30 जनवरी को दोपहर 12 बजे तक जवाब देने को कहा है.