दलित नाबालिग पीड़िता मामले में डॉ किरोड़ी मीणा ने ममता भूपेश को दिया 15 मई तक का अल्टीमेटम

नाबालिग किशोरी को वेश्यावृत्ति के दलदल में धकेले जाने के मामले में सांसद मीणा ने मंगलवार को पीड़ित किशोरी की मां के साथ पहुंचे मंत्री के आवास, मीणा ने पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता देने के साथ ही प्रताप नगर थाना के दोषी पुलिसकर्मियों पर कानूनी कार्रवाई करने की उठाई मांग, साथ ही 15 मई तक मांग पूरी नहीं होने पर मंत्री के निवास पर धरने पर बैठने की दी चेतावनी

'नहीं मिला न्याय तो दूंगा धरना'
'नहीं मिला न्याय तो दूंगा धरना'

Politalks.News/KirodiLalMeena. राजस्थान में बिगड़ती कानून व्यवस्था कांग्रेस की गहलोत सरकार के लिए सबसे बड़ा सिरदर्द बना हुआ है. लेकिन मुश्किल तो तब पैदा हो गई जब पुलिस ही खुले आम अपराध करती हो. आलम ये है कि, प्रताप नगर में एक होटल में दबिश के दौरान वेश्यावृत्ति कराने वाले गिरोह के साथ मिली 15 वर्षीय किशोरी को पुलिस ने बालिका सुधार गृह भेजने के बजाय गिरोह को ही सौंप दिया गया. दो साल पुराने इस मामले के सामने आने के बाद मंगलवार दोपहर भाजपा के राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा अचानक ही पीड़िता की मां को साथ लेकर महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश के आवास पर पहुंच गए. सांसद मीणा पीड़ित परिवार को न्याय मिलने तक और प्रताप नगर थाना के दोषी पुलिसकर्मियों पर कानूनी कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठने की घोषणा कर दी. इस पर मंत्री ममता भूपेश के पक्के आश्वासन के बाद सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने मंत्री को 15 मई तक मामले में त्वरित कार्रवाई करने का अल्टीमेटम देते हुए धरना समाप्त किया और साथ ही मांग पूरी नहीं होने पर मंत्री के निवास पर धरने पर बैठने की चेतावनी भी दे दी.

आपको बता दें, पिछले दिनों प्रताप नगर में एक होटल में दबिश के दौरान वेश्यावृत्ति कराने वाले गिरोह के साथ मिली 15 वर्षीय किशोरी को पुलिस ने बालिका सुधार गृह भेजने के बजाय गिरोह को ही सौंप दिया था. यह मामला 2 साल पुराना है, जिसका खुलासा होने के बाद जांच रिपोर्ट के आधार पर पिछले दिनों जयपुर के रामनगरिया थाना एसएचओ पुरुषोत्तम महरिया और प्रताप नगर थाने के कांस्टेबल भंवर सिंह को निलंबित कर दिया गया था. पिछले दिनों वेश्यावृत्ति के मामले में वो जैसलमेर में पकड़ी गई, तब इस पूरे मामले का खुलासा हुआ. जैसलमेर पुलिस ने उसे महिला सुधार गृह में भेज दिया था. इस पुरे मामले के सामने आने के बाद पीड़ित किशोरी की मां ने सांसद किरोड़ी लाल मीणा से मुलाकात कर न्याय दिलाने की मांग की.

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जिसके बाद मंगलवार को सांसद किरोड़ी लाल मीणा पीड़िता की मां के साथ महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश के आवास पर जा पहुंचे. इस दौरान सांसद मीणा ने मंत्री ममता भूपेश को पीड़िता के साथ हुए अन्याय से अवगत करवाया. मंत्री ममता भूपेश ने नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता की मां से बात की और न्याय दिलाने का आश्वासन दिया. आपबीती सुनाते हुए पीड़िता की मां रोने लगी तो मंत्री ममता भूपेश ने बालिका की मां को गले लगा लिया. मंत्री ममता भूपेश ने कहा कि आप चिंता ना करों दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इससे पहले सांसद किरोड़ी लाल और मंत्री ममता भूपेश ने दोपहर का भोजन एक साथ किया. लेकिन इस दौरान भी पीड़िता को किस तरह न्याय मिलेगा बस इसी बात पर चर्चा होती रही.

वहीं मंत्री ममता भूपेश को मुख्यमंत्री के नाम दिए गए अपने पत्र में सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने के साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास दिलाने और वेश्यावृत्ति के दलदल में धकेली गई नाबालिग लड़की को परिजनों को सौंपने की मांग रखी. इस दौरान सांसद मीणा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, ‘इस पूरे प्रकरण में सबसे बड़े गुनाहगार प्रताप नगर थाना पुलिस में तैनात पुलिसकर्मी ही हैं, जिन्होंने वेश्यावृत्ति के मामले में पकड़ी गई बालिका को वापस इस प्रकार का धंधा करने वाले लोगों को सौंप दिया. केवल एसएचओ के निलंबन से काम नहीं चलेगा, बल्कि ऐसे दोषी पुलिसकर्मियों को भी सलाखों के पीछे भेजना चाहिए.’

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इस दौरान सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने मंत्री ममता भूपेश को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि, ‘अगर 15 मई तक पीड़िता को न्याय नहीं मिलता है तो मैं पीड़ित परिवार के साथ ही मंत्री के आवास पर धरने पर बैठ जाऊंगा. वहीं राजस्थान सरकार महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश ने कहा कि, ‘सांसद किरोड़ी लाल मीणा से यह मामला उनके संज्ञान में आया है और प्रदेश सरकार हमेशा पीड़ितों के साथ है. इस प्रकरण में करीब 8 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और जांच में यदि और कुछ तथ्य सामने आएंगे तो अन्य दोषियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी. वहीं, नाबालिग किशोरी को परिजनों को सौंपने के मामले में मंत्री ने कहा कि नियम अनुसार जो संभव होगा उसी के अनुरूप विभाग तय करेगा.’

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