Politalks.News/Rajasthan. राजस्थान की दो विधानसभा सीटों वल्लभनगर और धरियावद में 30 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव होने हैं. लेकिन इससे पहले केन्द्रीय न्याय विधि राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल के द्वारा सीएम गहलोत के लिए की गई अमर्यादित शब्दों की बौछार ने प्रदेश की राजनीति को गरमा दिया है. केंद्रीय न्याय-विधि राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल के अमर्यादित बोल के बाद पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने विपक्ष पर करारा हमला किया और साथ ही बीजेपी नेताओं को आदर्श राजनीति करने की सलाह भी दी. पायलट के बाद प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा एवं परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खचारियावास भी मैदान में उतर आये हैं. डोटासरा ने केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए उनके मर्यादा भूलने की बात कही तो खाचरियावास ने कहा कि, ‘बीजेपी आगामी उपचुनाव में बीजेपी की हार तय है इस कारण उनके नेता ऐसे बयान दे रहे हैं’.
केंद्रीय मंत्री बघेल के बयान पर पीसीसी चीफ एवं शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने ट्वीट कर केन्द्रीय मंत्री एसपी बघेल के बयान की निन्दा की है. डोटासरा ने मंत्री के अमर्यादित बयान का वीडियो खुद के ट्वीटर अकाउंट पर शेयर करते हुए लिखा है कि, ‘स्वच्छ राजनीति में आलोचना के लिए संयमित भाषा और सैद्धांतिक मूल्यों को अपनाना जरूरी है. लेकिन मोदी सरकार मर्यादा भूल चुकी है. केन्द्रीय मंत्री एसपी बघेल की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर की गई टिप्पणी की हम निन्दा करते हैं. इसका सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं है’.
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वहीं राजस्थान सरकार में परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खचारियावास ने कहा कि, ‘केंद्रीय मंत्री बघेल के मुख्यमंत्री के लिए अपमानजनक शब्दों से यह स्पष्ट हो गया है कि आने वाले उपचुनावों में बीजेपी की हार तय है, केंद्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री गहलोत का ही नहीं, बल्कि पूरे राजस्थान का अपमान किया है और इसका जवाब जनता उनको उपचुनावों में देगी’.
दरअसल, प्रदेश में होने वाले वल्लभनगर विधानसभा उपचुनाव के लिए प्रचार में भाजपा की ओर से उतरे केन्द्रीय मंत्री एसपी बघेल ने बीते रोज बुधवार को मुख्यमंत्री गहलोत के खिलाफ जमकर बदजुबानी की. केंद्रीय न्याय-विधि राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल ने बुधवार को वल्लभनगर के खरसान की एक जनसभा में अपने संबोधन के दौरान सीएम गहलोत के खिलाफ बदजुबानी की सारी हदें पार करते हुए कहा कि, ‘एक हजार झूठे जिस दिन मरे होंगे उस दिन अशोक गहलोत पैदा हुए होंगे’. बघेल यहीं नहीं रूके, आगे किसानों का सम्पूर्ण कर्जा माफी का चुनावी वादा पूरा करने की बात पर बघेल ने भाषा की मर्यादा की सारी सीमाएं लांघते हुए यहां तक कह डाला कि, ‘जिसकी बात में फर्क होता है, उसके बाप में फर्क होता है’.
केंद्रीय मंत्री के इस विवादित बयान के सामने आने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के OSD ने केंद्रीय मंत्री पर पलटवार किया और साथ ही बीजेपी नेताओं को राजनीतिक शुचिता में रहने की बात भी कही. तो वहीं टोंक विधायक एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी बीजेपी नेताओं पर निशाना साधा. सचिन पायलट ने कहा कि ‘राजनीति में वैचारिक विरोध स्वीकार्य होता है, परन्तु इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करने से ना सिर्फ स्वयं की साख को ठेस पहुंचती है बल्कि जनता में भी नकारात्मक संदेश जाता. साथ ही पायलट ने कहा कि ‘भाजपा के नेता उपचुनाव में हार के डर के कारण इस तरह की स्तरहीन भाषा का प्रयोग कर रहे हैं जिसका स्वच्छ राजनीति में कोई स्थान नहीं है’.