Politalks.News/Rajasthan. केंद्र सरकार द्वारा पारित तीनों कृषि कानूनों को लेकर देश भर के किसान 10 महीने से दिल्ली की सीमाओं सहित देश के विभिन्न राज्यों में आंदोलनरत है. केंद्र सरकार जहां तीनों कृषि कानूनों को बार-बार किसानों के हित में बता रही है तो वहीं किसान केन्द्र सरकार से तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने और MSP पर कानून बनाने की मांग कर रहे हैं. तीनों कृषि कानूनों को लेकर आज किसानों द्वारा भारत बंद का भी एलान किया जिसको करीब करीब सभी विपक्षी दलों का समर्थन मिला. भारत बंद को लेकर अब राजस्थान कांग्रेस और बीजेपी आमने सामने हो गई है. जहां राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि, ‘केंद्र सरकार अपने मित्रों के लिए ये कानून लेकर आई है’. तो वहीं उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि, ‘डोटासरा एक भी नाम बताएं अगर बीते एक साल में किसी व्यापारी को इन कानूनों से लाभ पहुंचा हो’.
जयपुर में शहीद सर्किल पर किसानों का प्रदर्शन
राजधानी जयपुर में शहीद स्मारक और कलेक्ट्रेट सर्किल सहित कई स्थानों पर भारत बंद के समर्थन में किसानों द्वारा किये गए भारत बंद के प्रदर्शन में कांग्रेस के कई नेताओं ने भाग लिया. कलेक्ट्रेट सर्किल पर किए जा रहे धरने में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा भी शामिल हुए. इस दौरान गोविंद सिंह डोटासरा ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. साथ ही किसानों के इस आंदोलन में अंतिम तक साथ देने का वादा भी किया.
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10 महीने से किसान सड़कों पर, लेकिन नहीं सुन रही गूंगी बहरी सरकार- डोटासरा
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि, ‘पिछले 10 महीनों से इस देश का किसान आंदोलन के लिए सड़कों पर है, लेकिन केंद्र की गूंगी-बहरी सरकार को इनकी ना तो मांग मान रही है और ना ही दिखाई दे रही है. आज पूरे भारत बंद के लिए कांग्रेस का समर्थन दिया गया है और देश के कई हिस्सों में भारत बंद का व्यापक असर देखने को मिला है’. डोटासरा ने आगे कहा कि, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इतने महीनों में एक बार भी किसानों के हित के बारें में नहीं सोचा. उनको तो बस अपनी राजनीति बचाने की चिंता पड़ी हुई है. यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन किसानों की बात नहीं सुनी तो आने वाले लोकसभा चुनाव में तो इसका खामियाजा उन्हें भुगतना ही पड़ेगा’.
‘सेंट्रल विस्टा जाने का समय है किसानों से बात करने का नहीं’
डोटासरा ने पीएम मोदी द्वारा किये गए निर्माणाधीन सेंट्रल विस्टा के निरिक्षण को लेकर भी निशाना साधा. गोविंद सिंह डोटासरा ने आगे कहा कि, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमेरिका से भारत पहुंचते हैं और सीधा सेंट्रल विस्टा का निरीक्षण के लिए निकल जाते हैं और वहां सेंट्रल विस्टा को लेकर पूरा प्रशासनिक अमला तैनात है. आप जब सेंट्रल विस्टा जा सकते हैं तो कुछ दूरी पर बैठे देश के किसानों की भी थोड़ी चिंता कर लो’.
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किसानों के पीठ पीठे खड़ कांग्रेस कर रही छद्म राजनीति- राठौड़
वहीं राजस्थान में किसानों द्वारा किये गए भारत बंद को कांग्रेस के समर्थन को लेकर विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने जमकर निशाना साधा. राठौड़ ने कहा कि, ‘मुद्दों से विहीन कांग्रेस पार्टी कृषि कानूनों को मुद्दा बनाकर अपना अस्तित्व बचाने की कोशिश में किसानों के पीठ के पीछे खड़ी है. यह छद्म राजनीति कांग्रेस की फितरत रही है’. राठौड़ ने कहा कि, ‘कांग्रेस का भारत बंद का समर्थन किसानों को बरगलाने की साजिश है’.
‘प्रदेश के अन्नदाता कर रहे कर्जमाफी का इंतजार’
राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि, ‘प्रदेश का अन्नदाता 10 दिन में किसान कर्जमाफी नहीं होने और राज्य सरकार की वजह से PM सम्मान निधि व फसल बीमा योजना का लाभ लेने में परेशानी को लेकर त्रस्त है. कांग्रेस राज में किसान स्वयं को ठगा हुआ महसूस कर रहा है. चूंकि कांग्रेस का जनाधार किसानों में समाप्त हो गया है इसलिए कांग्रेस पार्टी किसानों को बरगलाकर अपने राजनीतिक स्वार्थों को साध रही है’.
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‘कृषि कानूनों से किसी व्यापारी को मिला हो फायदा एक नाम बताएं डोटासरा’
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पर निशाना साधते हुए राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि, ‘कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविन्द डोटासरा जी बार-बार केन्द्र सरकार पर व्यापारिक मित्रों को फायदा पहुंचाने का मनगढ़त आरोप लगा रहे हैं, वे एक भी नाम बताएं यदि केन्द्र सरकार द्वारा तीनों ऐतिहासिक कृषि कानूनों से विगत 1 साल में किसी व्यापारिक मित्र को पहुंचाया गया हो’.
आज किसानों के आंदोलन को हो गए 10 महीने
भाजपा और कांग्रेस की दिग्गजों की बयानबाजी के बीच किसानों के भारत बंद का असर देखने को मिला. किसानों के आंदोलन को आज 10 महीने पूरे हो गए हैं. कई किसानों की इस आंदोलन के दौरान जान भी जा चुकी है. लेकिन केन्द्र सरकार भी अपनी बात पर अड़ी है तो किसान भी सरकार के सामने खड़े हैं.