Politalks.News/Rajasthan. श्रीराम मंदिर ट्रस्ट पर ज़मीन खरीद-फरोख्त का मामला हो या मंदिर निर्माण के लिए जमा किए जा रहे चंदे का हर मुद्दे पर सियासत तो हो ही जाती है. राम मंदिर निर्माण के चंदे को लेकर राजस्थान की सियासत में भी उबाल आया है, कांग्रेस-बीजेपी चंदे के मुद्दे पर आमने-सामने हैं. पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने किया पहले ‘वार’ किया, तो बीजेपी की और से उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने मोर्चा संभाला है. राठौड़ ने राम मंदिर के चंदे के साथ BVG मामले में पलटवार किया
राम मंदिर चंदे की रसीद नहीं दी लोगों को-डोटासरा
पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने सोमवार को पार्टी मुख्यालय में मीडिया से बातचीत के दौरान आरएसएस और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. डोटासरा ने कहा था कि- ‘भाजपा और आरएसएस के लोग राम मंदिर के नाम पर मिले चंदे में भी घोटाला कर रहे हैं. चंदे में धंधा और बेईमानी हो रही है’. डोटासरा ने कहा कि- ‘मंदिर के नाम पर चंदे की रसीद लोगों को नहीं दी जा रही. राजस्थान के 25 फ़ीसदी लोगों को चंदे की रसीद नहीं दी गई है. जनता समय आने पर इन लोगों को जवाब जरूर देगी’.
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उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के आरएसएस और राम मंदिर निर्माण चंदे को लेकर दिए बयानों पर पलटवार किया है राठौड़ ने कहा- ‘बचकाने बयान देना प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष की आदत में शुमार हो गया है. बिना प्रमाण के बिना आधार पर राम मंदिर के निर्माण में जिन लोगों ने सहयोग किया उन पर प्रश्न चिन्ह लगाने का उनको कोई अधिकार नहीं है’.
राम मंदिर निर्माण की वजह से कांग्रेस के पेट में आ रहे हैं मरोड़े- राठौड़
राजेन्द्र राठौड़ ने भाजपा मुख्यालय पर कहा- ‘कांग्रेस की असली तकलीफ दूसरी है. लम्बे अर्से तक राम मंदिर के निर्माण में कांग्रेस बाधा बनी है. आज जब अयोध्या देश की आस्था का केंद्र और धर्म और सांस्कृतिक राजधानी बनने जा रहा है, इसलिए उनके पेट में मरोड़े आ रहे हैं. उनके बयान हास्यास्पद है, इस प्रकार के बयान देकर वह मात्र अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं’.
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कांग्रेस और गहलोत सरकार पर निशाना
कांग्रेस और गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए राठौड़ ने कहा- ‘कोरोना के कारण उपजे आर्थिक संकट से आमजन को उबारने के लिए मुख्यमंत्री के पास कोई रोडमैप हो तो वह जारी करना चाहिए ताकि आमजन को इससे राहत मिल सके. गहलोत सरकार ने जन घोषणा पत्र में जो वादे किये थे उसमें वह चार कदम भी नहीं चले.
‘भागवत के बयान पर संघ बरसों से काम कर रहा है’
मोहन भागवत के बयान पर राठौड़ ने कहा- ‘जो बयान भागवत ने दिया है. उस पर संघ वर्षों से काम कर रहा है. निश्चित तौर पर देश के अंदर भारतीयता पहले हैं. सांप्रदायिकता के आधार पर विभाजन के बाद देश में जो हालात बने. आज नहीं कह सकते कि देश में मुसलमानों को बराबरी का हक नहीं है.