revanth reddy
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पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस के हाथ केवल तेलंगाना लगा है. राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ बीजेपी और मिजोरम स्थानीय राजनीतिक पार्टी के हाथ आया है. कांग्रेस के नेता रेवंत रेड्डी एक दो दिन में प्रदेश के मुख्यमंत्री की शपथ लेने जा रहे हैं. इससे पहले तेलंगाना के भावी सीएम का एक बयान सामने आ रहा है जिसमें वे प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री केसीआर पर निशाना साधते हुए उनके डीएनए को बिहार का बता रहे हैं. रेड्डी के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने नाराजगी जाहिर की है और इसे उत्तर भारतीयों का अपमान बताया है.

बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने रेवंत रेड्डी के बयान को उत्तर भारतीयों का अपमान बताया है. उन्होंने कहा, ‘यह उत्तर भारतीयों का अपमान है. भारत और भारतीयों को नीचा दिखाने में कांग्रेस कोई कसर नहीं छोड़ रही है. इससे पहले एक इंटरव्यू में रेड्डी ने तंज कसते हुए कहा था कि एक्स सीएम केसीआर का डीएनए बिहार का है और उनका डीएनए केसीआर के डीएनए से बेहतर है. गौरतलब है कि केसीआर मूल रूप से बिहार के कुर्मी जाति से ताल्लुख रखते हैं. जब उनके परिवार ने बिहार से तेलंगाना पलायन किया तो वे भी यहां आ गए. उनके इस बयान को अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी जोड़ा जा रहा है.

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वैसे बिहार के लिए डीएनए का यह विवाद कोई नया नहीं है. 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी डीएनए को लेकर बयान दिया था, जिसके बाद नीतीश कुमार ने खुला खत लिया दिया था. चुनाव प्रचार के दौरान नीतीश कुमार ने नरेंद्र मोदी के बयान को बिहार के स्वाभिमान से जोड़ दिया था. नीतीश कुमार ने अपने खत में लिखा था, ‘मोदी जी, आपने जो बयान दिया है उससे बिहार और यहां के लोगों के सम्मान को धक्का पहुंचा है.’ इसके बाद पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए एक चुनावी रैली में नीतीश कुमार ने कहा था कि किसके डीएनए की बात कर रहे हैं? मैं कौन हूं? ये बिहार के डीएनए पर उंगली उठाई गई है…. इसके बाद ने बिहार के नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं ने डीएनए जांच के लिए अपने नाखून और बाल के नमूने पीएमओ भेजने शुरू कर दिए थे.

अब तेलंगाना के होने वाले मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने केसीआर के डीएनए पर सवाल उठाते हुए सीधे सीधे बिहार और वहां की सरकार पर निशाना साध दिया है. सरकार में नीतीश कुमार, राजद और खुद कांग्रेस भी सहयोगी दल हैं. फिलहाल बिहार सीएम का इस तंज पर कोई बयान नहीं आया है. अब देखना होगा कि बिहार के सम्मान की बात करते हुए कांग्रेस के बतौर मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट किए गए रेवंत रेड्डी की आलोचना करेंगे या फिर गठबंधन का धर्म निभाएंगे.

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