महागठबंधन में ‘तलाक’ मुहर बाकि, नहीं मिला भाव तो तिलमिलाई कांग्रेस, RJD पर फोड़ा ठीकरा

बिहार में महागठबंधन में दरार! कांग्रेस प्रभारी बोले- RJD ने नहीं निभाया गठबंधन का धर्म, तेजस्वी पर फोड़ा ठीकरा, आम चुनाव में अकेले उतरने का किया दावा, उपचुनाव में तरजीह नहीं मिलने से फूटा कांग्रेसी गुस्सा, कन्हैया कुमार भी एक कारण, RJD बोली, प्रभारी भक्त को नहीं जमीनी समझ

महागठबंधन में 'तलाक' मुहर बाकि
महागठबंधन में 'तलाक' मुहर बाकि

Politalks.News/Bihar. आख़िरकार बिहार में राजद और कांग्रेस अब अलग हो चुकी है. बस औपचारिक ऐलान का इंतजार है. दोनों पार्टियों के बीच काफी लंबे समय से चली आ रही नूरा-कुश्ती की वजह से महागठबंधन में पड़ी दरार आखिर टूट की कगार पर आ गई है. बिहार प्रदेश कांग्रेस प्रभारी के भक्त चरण दास ने शुक्रवार को दिल्ली से पटना पहुंच इस पर मुहर लगा दी और कहा कि, ‘अब कांग्रेस का RJD के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा. साथ भक्त चरण दास ने इस गठबंधन के टूटने का ठीकरा भी राजद पर फोड़ा और 2024 लोकसभा चुनाव अपने दम पर लड़ने की बात भी कही’. बिहार में हो रहे दो सीटों पर उपचुनाव में राजद द्वारा कांग्रेस को तरजीह नहीं दिया जाना और कन्हैया की एंट्री को वजह माना जा रहा है. बिहार में इन दोनों पार्टियों का साथ आकर अलग होना कोई नई बात नहीं है. इससे पहले भी दोनों ही पार्टियां कई मौकों साथ आई और अलग हो गई. इस बार दोनों पार्टियों के बीच अलग होने का मुख्य कारण बिहार की दो विधानसभा सीटों पर हो रहे चुनाव और आपसी विश्वास या तालमेल की कमी प्राथमिक तौर पर नजर आती है.

RJD ने नहीं किया महागठबंधन धर्म का पालन- भक्त चरण दास
दिल्ली से पटना पहुंचे बिहार प्रदेश कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास एयरपोर्ट पर ही मीडिया से मुखातिब हुए. भक्त ने कहा कि, ‘बिहार में महागठबंधन अब पूरी तरह टूट चुका है, अब इसकी औपचारिक घोषणा होना ही बाकी रह गया है’. चरण दास ने कहा कि, ‘हम बिहार में हो रहे दोनों सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं और अपनी पूरी ताकत से लड़ रहे हैं. कांग्रेस 2024 के लोकसभा चुनाव में बिहार की सभी 40 संसदीय सीटों पर अकेले ही चुनाव लड़ेगी’. कांग्रेस प्रभारी ने साफ किया कि, ‘आरजेडी ने महागठबंधन धर्म का पालन नहीं किया इस कारण उपचुनाव में हम पूरी ताकत से लड़ रहे हैं. हमारे सभी नेता बिहार पहुंच चुके हैं और जमकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं’.

यह भी पढ़े: योगी बोले- जो राम के नहीं हुए वो किस के क्या होंगे? कांग्रेस राज में आता कोरोना तो इटली भाग जाते भाई-बहन

चरण दास और जगदानंद सिंह के बीच हुई तीखी तकरार
प्रदेश कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास ने महागठबंधन में आई दरार के लिए तेजस्वी यादव को जिम्मेदार ठहराया. भक्त चरण दास ने कहा कि, ‘RJD ने महागठबंधन धर्म का पालन नहीं किया, इसलिए कांग्रेस उपचुनाव में पूरी ताकत से लड़ रही है. हमारे सभी नेता बिहार पहुंच चुके हैं और जमकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं. RJD उपचुनाव के बाद भाजपा से मिल जाएगी’. वहीं कांग्रेस प्रभारी के बयान पर पलटवार करते हुए RJD प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा, ‘हम लोगों ने महागठबंधन धर्म का पालन इस हद तक किया कि हमने तो प्रदेश की सरकार को ही गंवा दिया, लेकिन महागठबंधन जारी रखा. हमारे नेता लालू यादव ने हमेशा त्याग किया और हर वक्त अपने पदों को छोड़कर लोगों को दिया है.’

Patanjali ads

चरणदास अनर्गल बयान देकर कर रहे हैं कांग्रेस को कमजोर- राजद
वहीं भक्त चरण दास के बयान पर पलटवार करते हुए राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, ‘भक्त चरण दास अनर्गल बयान देकर कांग्रेस को कमजोर करने में लगे हैं. इनकी भक्ति जनता के प्रति कम और भाजपा के प्रति ज्यादा दिख रही है’. तिवारी ने आगे कहा कि, ‘इनका जमीनी हकीकत से इनका कोई सरोकार नहीं है’.

यह भी पढ़े: मैडम राजे का बड़ा सियासी संदेश- खुद के चाहने से कुछ नहीं होता जिसे जनता चाहती है वही बनता है CM

पहले भी चरण दास ने RJD पर लगाया था बीजेपी से मिलीभगत का आरोप
इससे पहले भी कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास ने 19 अक्टूबर को RJD का बीजेपी से मिलीभगत का आरोप लगाया था. उस वक़्त कांग्रेस प्रभारी ने कहा था कि, ‘RJD ने उसी दल से मिलीभगत कर ली है, जिसके खिलाफ वह आज तक हमारे साथ मिलकर लड़ती रही है’. वहीं दास के इस बयान पर RJD प्रवक्ता मनोज झा ने पलटवार करते हुए कहा था कि, ‘भक्त चरण दास संघी हो गए हैं. संघ के इशारे पर चल रहे हैं’.

महागठबंधन में पड़ी दरार की आखिर क्या है वजह?
बिहार में कांग्रेस के महागठबंधन से अलग होने के कई सियासी कयास लगाएं जा रहे हैं. कुछ राजनीतिक विश्लेषक तो कांग्रेस और RJD के बीच आई खटास की मुख्य वजह कन्हैया कुमार को मान रहे हैं. कांग्रेस कन्हैया के सहारे बिहार में अपनी आगे की राजनीति को धार देने की जुगत में लगी है. कहा तो यह भी जा रहा है कि बिहार में दोनों पार्टियों में जारी नूराकुश्ती की मुख्य वजह बिहार में दो विधानसभा सीटों तारापुर और कुशेश्वरस्थान पर उपचुनाव हैं. दोनों सीटों पर RJD के बाद,  कांग्रेस ने भी अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं.

Leave a Reply