आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी गठबंधन में दरार धीरे धीरे बढ़ती जा रही है. इसमें सबसे ज्यादा टकराव की वजह है पश्चिम बंगाल की सीएम और तृणमूल कांग्रेस पार्टी की मुखिया ममता बनर्जी उर्फ दीदी. ममता के अंदर भी कहीं न कहीं पीएम बनने की लालसा है और इसलिए वो भी विपक्षी गठबंधन को अपनी निर्भरता का अहसास लंबे समय से करा रही है. अब उन्होंने कांग्रेस को बंगाल में केवल दो सीटें आॅफर की है. दीदी का कहना है कि बंगाल की कांग्रेस को 42 में से केवल दो सीटें दी जाएं. शेष 40 सीटों पर केवल टीएमसी चुनाव लड़े. इससे गठबंधन की सीट बंटवारे में देरी हो रही है. ऐसे में बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने दीदी पर पीएम मोदी की खुशामद करने का आरोप लगाया है.
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.. नहीं तो मोदी जी गुस्सा हो जाएंगे
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाते हुए कहा कि ममता इस वक्त पीएम मोदी की खुशामद में लगी हैं. इसलिए वे गठबंधन की राजनीति नहीं करना चाहती हैं. अगर वे गठबंधन की राजनीति करेंगी तो पीएम मोदी गुस्सा हो जाएंगे. मोदी जी को जिस बात पर गुस्सा आता है, ममता दीदी वो काम नहीं करती हैं. चौधरी ने कहा कि दीदी लोकसभा चुनाव के लिए राज्य की सीटों का ईमानदारी से बंटवारा नहीं कर रही हैं.
दो सीटें देकर एहसान कर रही ममता
अधीर ने कहा कि ममता बनर्जी कह रही हैं वे राज्य में कांग्रेस को दो सीटें देंगी. ये दो सीटें वे हैं, जो कांग्रेस पहले ही जीत चुकी है. वहां कांग्रेस के सांसद हैं, तो ममता हमें नया क्या दे रही हैं? ये दो सीटें हमने ममता बनर्जी और भाजपा को हराकर जीती हैं. ममता ये सीटें देकर क्या हम पर कोई एहसान कर रही हैं? कौन अब उन पर भरोसा करेगा? चुनाव जीतने के लिए ममता को कांग्रेस की जरूरत है. कांग्रेस अपने दम पर चुनाव लड़ने और इससे ज्यादा सीटें जीतने में सक्षम है. हम उन्हें दिखा देंगे. हमें ये दो सीटें रखने के लिए ममता की दया नहीं चाहिए.
पिछले चुनाव में दो सीटें जीत पायी कांग्रेस
पश्चिम बंगाल में लोकसभा की 42 सीटें हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में ममता बनर्जी की सत्ताधारी पार्टी ने 22 सीटें जीती थीं. भारतीय जनता पार्टी दूसरी सबसे बड़ी पार्टी रही. बीजेपी ने 18 सीटों पर जीत दर्ज की थी. 2014 के चुनाव के मुकाबले बीजेपी को 16 सीटों की बढ़त मिली थी. कांग्रेस सिर्फ दो ही सीटें जीत पाई थी. पिछले चुनाव में कांग्रेस के हिस्से चार सीटें आयी. अब कांग्रेस पश्चिम बंगाल में बीजेपी और टीएमसी से अधिक सीटें जीतने का दम भर रही है. अब देखना ये है कि गठबंधन के सहारे पीएम मोदी को सत्ताविहिन करने का सपना देख रही कांग्रेस बंगाल में दीदी से कैसे पार पा पाती है.